जयपुर, 28 अक्टूबर (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी अपनी वार्षिक पत्रिका ’’रिहाण’’ के लिये देषभर के साहित्यकारों से रचनायें आमंत्रित करती है। साहित्यकार अपनी रचनायें देवनागरी/अरबी लिपि में भिजवा सकते हैं।
अकादमी सचिव श्रीमती सोविला माथुर ने बताया कि रचना की दो प्रतियों के साथ पासपोर्ट साईज का रंगीन छायाचित्र, जन्म स्थान, जन्मतिथि, योग्यता, व्यवसाय, प्रकाषित पुस्तकें, घर के पते के साथ पिनकोड एवं मोबाईल/टेलीफोन नम्बर की जानकारी अवष्य भिजवायें। रचना मौलिक एवं पूर्व में प्रकाषित नहीं हुई है, इसका प्रमाण-पत्र भिजवाना आवष्यक है। इन सूचनाओं की जानकारी के अभाव में ’’रिहाण’’ में रचना प्रकाषन संभव नहीं होगा।
’’रिहाण’’ में प्रकाषित रचनाओं पर नियमानुसार मानदेय दिया जायेगा। साहित्यकारों से अनुरोध है कि रचना पृष्ठ के केवल एक तरफ साफ-2 सुपाठ्य लिखित या टाईप की हुई हो। रचना रिहाण में छपना, उसके मयार पर निर्भर होगी। रचना 3-4 पृष्ठों से अधिक नहीं होनी चाहिये। नाटक की स्थिति में 6-7 पृष्ठ हो सकते हैं। रचनायें अकादमी कार्यालय में 31 दिसम्बर, 2016 तक पहंुचना जरूरी हैं। देर से प्राप्त रचनाओं पर विचार नहीं किया जायेगा।
(सोविला माथुर)
सचिव