अल्लाह जिलाई बाई की मांड गायकी की चिरस्थाई बनाये रखें

दो दिवसीय 24 वां मांड समारोह प्रारंभ ं
मांड गायन प्रतियोगिता में बिखरे राजस्थान की धरती के गीत

img-20161102-wa0022बीकानेर 2 नवम्बर । मांड कोकिला पदमश्री अल्लाह जिलाई बाई की स्मृति में दो दिवसीय 24 वां अखिल भारतीय मांड समारोह बुधवार को टाउन हॉल में प्रारंभ हुआ । समारोह के तहत आयोजित अ0 भा0 मांड गायन प्रतियोगिता में, जंगल मंगल देस, सैणा रा बायरिया, मूमल आदि राजस्थानी मांड के गीतों से टाउन हॉल महक उठा ।
पष्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, उदयपुर, केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली, श्री संगीत भारती, अनुराग कला केन्द्र के सहयोग से आयोजित इस समारोह का उदघाटन बीकानेर पष्चिम के विधायक डा0 गोपाल जोषी ने जाईमां पदमश्री अल्लाह जिलाई बाई के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर किया । डा0 गोपाल जोषी ने कहा कि पदमश्री अल्लाह जिलाई बाई के प्रिय मांड को सुनना जीवन के आनंद से रूबरू होना है । डा0 जोषी ने कहाकि अल्लाह जिलाई बाई ने मांड गायकी को अपनी गहन साधना के बल पर विष्व में प्रतिष्ठित स्थान दिलाया । उन्होने स्व0 जिलाई बाई की प्रिय गायकी को अक्षुण्ण बनाये रखने का आव्हान किया । उन्होने कहा कि अल्लाह जिलाई बाई ने मांड को जिलाया है और हमें उनकी स्मृतियों और विरासत को जिलाए रखना है । उन्होने कहा कि स्व0 जिलाई बाई ने देष-विेदेष में राजस्थान की मांड गायकी को पहचान दिलाई है । कार्यक्रम में जिला कलक्टर वेद प्रकाष, जिला पुलिस अधीक्षक अमनदीप सिंह कपूर ने भी जाईमां को श्रद्धा सुमन अर्पित किये । अल्लाह जिलाई बाई मांड गायकी प्रषिक्षण संस्थान के प्रबन्ध निदेषक डा0 अजीज अहमद सुलेमानी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि निर्माणाधीन ’’पदमश्री जिलाई बाई स्मृति मांड संग्रहालय’’ में मांड से संबंधित विरासत को संजोने का कार्य किया जा रहा है । उन्होने आम अवाम से मांड से संबंधित सामग्री इस संग्रहालय में संरक्षित करने का आव्हान किया । समारोह के संयोजक अषफाक कादरी ने समारोह की गत 23 वर्षो की उपलब्धियों पर प्रकाष डाला । कवियित्री सुश्री पूर्णिमा मित्रा ने स्व0 अल्लाह जिलाई बाई को समर्पित अपनी मांड में निबद्ध रचना सुनााई । कार्यक्रम में फिल्मकार मंजूर अली चंदवानी, छत्तीसगढ की कलाकार उषा शर्मा, कवि कथाकार राजेन्द्र जोषी, लोकगायिका श्रीमती राजकुमारी मारू, मोहनलाल मारू, डा0 हनुमान सिंह कस्वां ने भी स्व0 अल्लाह जिलाई बाई को अपनी खिराजे अकीदत पेष की ।

लोकगीत एवं मांड गायन प्रतियोगिता में बिखरे मांड के स्वर
इस अवसर पर आयोजित 24 वीं अ0 भा0ं मांड गायन प्रतियोगिता में राजस्थान की धरती के गीत गूंजे तथा मांड के स्वर बिखरे । प्रतियोगिता में कलाकारों ने मांड गीत मूमल, बायरियो, जंगल मंगल देस म्हारा कुंज बिहारी, आदि गीतों से समां बांध दिया । प्रतियोगिता में गजल गायक रफीक सागर, सितारवादक डा0 असित गोस्वामी, मांड गायक पुखराज शर्मा, निर्णायक थे । प्रतियोगिता में पं0 नारायण रंगा, प्रमोद व्यास मन्टू, ने वाद्यों पर संगत की । मांड गायन प्रतियोगिता के बाल वर्ग में मुदित प्रजापत, अंकित व्यास, बिठल पारीक, हरिकिसन ओझा, कनिष्का डागा, प्रखर मिश्रा, लोपामुद्रा आचार्य ने शानदार प्रस्तुतियां दी । किषोर वर्ग में रितिक व्यास, राधेष्याम सुथार, यष पुरोहित, रिया दम्माणी, मेघा आचार्य ने मांड गीत गाये । मांड प्रतियोगिता के युवा वर्ग में रूपेष व्यास, गौरव सोनी, राहुल शर्मा, धारवी सोनी, कुसुमलता बोराणा, पूजा शर्मा, जयजयवन्ती रंगा ऋषि पुरोहित, शालिनी शर्मा की मांड गायकी सुरीली रही । कार्यक्रम में सरदारषहर की संतरा भाटिया ने भी गीत सुनाया । प्रतियोगिता के परिणाम गुरूवार की शाम सांय 6Û30 बजे टाउन हॉल में मुख्य समारोह स्वरांजलि में घोषित किये जायेगें तथा विजेताओं एवं प्रतिभागियों को सम्मानित किया जायेगा ।
मांड समारोह में श्री संगीत भारती के कलाकारों ने मांड के सुर बिखेरे
मांड समारोह के अन्तर्गत बुधवार की शाम टाउन हॉल में श्री संगीत भारती के कलाकारों ने मांड गायन वादन एवं नृत्य से समां बांध दिया । कार्यकम में डा0 कल्पना शर्मा के निर्देषन में प्रस्तुत वन्दना नृत्य एवं ठुमरी नृत्य में मोनिका प्रजापत, जयश्री तरफदार ने मनोहारी नृत्य किया । इनके साथ गायन में प्रवेष सेवग तथा तबले पर शुभाषीष तरफदार ने संगत की । कार्यक्रम में मांड राग में वाद्य वृन्द में बांसुरी पर अंकुष, सितार पर जयश्री, वायलिन पर मोनिका, हारमानियम पर प्रवेष सेवग, तबले पर शुभाषीष ने अनूठी भूमिकाओं का निर्वहन किया । कार्यक्रम में लोकगायिका राजकुमारी मारू, लोकगायक राकेष बिस्सा ने भी मांड गीत सुनाये । कार्यक्रम में डा0 मुरारी शर्मा के पत्र ”राग माड: राजस्थानी लोकगीतों के संदर्भ में” का वाचन भी किया गया । जिसमें मांड के गीतों को प्रवेष सेवग ने गाया एवं तबले पर चूरू के ललित व्यास ने संगत की । कार्यक्रम में चूरू के वरिष्ठ तबलावादक कृष्णानंद व्यास का सम्मान किया गया । सम्मान कार्यक्रम में अतिथि के रूप में पूर्व महापौर भवानी शंकर शर्मा, समाजसेवी राजेष चूरा, विषेष आमंत्रित थे । कार्यक्रम में चन्द्रषेखर जोषी, ब्रजगोपाल जोषी, युवा रंगकर्मी सुधेष व्यास, वरिष्ठ रंगकर्मी बी0 एल0नवीन ने स्वागत किया । लेखक राजाराम स्वर्णकार ने जाईमां अल्लाह जिलाई बाई के संागीतिक योगदान पर प्रकाष डाला ।

मुख्य समारोह स्वरांजलि 3 नवम्बर गुरूवार को
समारोह की प्रवक्ता माही अयाज ने बताया कि स्व. अल्लाह जिलाई बाई की 24 वीं पुण्यतिथि 3 नवम्बर को संाय 6.00 बजे टाउन हॅाल में मुख्य समारोह स्वरांजलि का आयोजन रखा गया है। समारोह में पुणे की गायकवाड, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर की ओर से मांड गायक बनासी बाबू, संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली के दयााराम भांड, पष्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र उदयपुर के पुरूषोत्तम राव पार्टी, बाडमेर के हाकम खां एण्ड पार्टी स्व. जिलाई बाई को अपनी स्वरांजलि पेष करेंगे। कार्यक्रम में प्रतियोगिता के विजेता कलाकारों को पुरस्कृत भी किया जायेगा। इससे पूर्व प्रातः 8.00 बजे स्व जिलाई बाई के मजार पर पुष्पंाजलि एंव अन्य कार्यक्रम होंगे।

अषफाक कादरी
संयोजक, मो0 9413190309

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