बीकानेर, 4 नवम्बर। राजस्थान राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जयपुर द्वारा जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, बीकानेर में राष्ट्रीय विधिक सेवा दिवस (09 नवम्बर 2016 ) के उपलक्ष्य में विधिक सेवा सप्ताह 6 से 12 नवम्बर तक मनाया जाएगा। सप्ताह के दौरान विधिक चेतना के विविध आयोजन होंगे।
जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के पूर्णकालिक सचिव न्यायाधीश राम अवतार सोनी ने बताया कि रविवार को सुबह 10 बजे, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, जिला न्यायालय, बीकानेर में समारोह पूर्वक विधिक सेवा सप्ताह शुरू होगा।
उद्घाटन सत्रा के बाद आम लोगों में विधिक चेतना जाृत करने के लिए सुबह 11 बजे मोबाईल वैन व स्कूली छात्रा/छात्राओं रैली निकाली जाएगी। रैली को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के कार्यवाहक अध्यक्ष अमित कुमार कड़वासरा व जिला कलेक्टर वेद प्रकाश हरी झंड़ी दिखाकर रवाना करेंगे।
न्यायाधीश सोनी ने बताया कि राष्ट्रीय लिगल सर्विस ऑथोरिटी व राजस्थान स्टेट लिगल ऑथोरिटी तथा राज्य की जन कल्याणकारी योजनाओं के पर चर्चा होगी। उन्होंने बताया कि जिले के समस्त न्यायिक अधिकारीगण, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग, श्रम विभाग, राजस्थान स्टेट एड्स कंट्रोल सोसायटी, महिला एवं बाल विकास विभाग, बीकानेर के अधिकारीगण राजकीय लोक कल्याणकारी स्कीमों के संबंध जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, के सभागार कक्ष में अपनी जानकारी प्रदान करेंगे।
आरोग्य मेले की तैयारी के लिए बैठक आयोजित
बीकानेर, 4 नवम्बर। जिला आयुर्वेद चिकित्सालय के योग भवन में शुक्रवार को आरोग्य मेला आयोजन समिति की बैठक उपनिदेशक सीताराम शर्मा की अध्यक्षता में आयोजित की गई। उपनिदेशक सीताराम शर्मा ने बताया कि वर्ष 2016 का राज्य स्तरीय आयुर्वेद मेला बीकानेर में 9 से 12 दिसम्बर सरदार पटेल मडिकल कॉलेज ग्राउण्ड में आयोजित किया जाएगा।
मेले के दौरान नियंत्राण कक्ष के प्रभारी राधेश्याम इंदोरिया होंगे। बैठक में सभी समितियों के प्रभारियों को उनके आदेश सौंपे गए एवं उन्हें क्रियान्वित करने के लिए निर्देशित किया गया। लेखाधिकारी रामचंद्र चेजारा ने वित्तीय व्यवस्था की जानकारी दी। बैठक में जिला आयुर्वेद अधिकारी महावीर सिंह राठौड़, सहायक जिला आयुर्वेद अधिकारी राधेश्याम इंदौरिया, कौशल कालरा, रामकुमार शर्मा, सागरमल शर्मा, नरेन्द गौड़, गौरीशंकर शर्मा, ओम प्रकाश गौड़, धनश्याम रामावत, नंदसिंह, कोशल्या सोनी सहित कार्यक्रम के लिए गठित विभिन्न समितियों के प्रभारी उपस्थित थे।
नियंत्राण कक्ष प्रभारी राधेश्याम इंदोरिया ने भी शुक्रवार को बैठक करते हुए तैयारियों को मूर्त रूप देने के संबंध में चर्चा की। इस में जिला आयुर्वेद अधिकारी महावीर सिंह राठौड़, हनुमानगढ़ चिकित्साधिकारी महावीर प्रसाद, श्रीगंगानगर के हरिन्द्र दाबड़ा तथा बीकानेर के नंदसिंह मौजूद थे।
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डॉ. पुरोहित चैन्नई अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में करेंगे पत्रावाचन
बीकानेर 4 नवम्बर। डूंगर महाविद्यालय मंे प्राणीशास्त्रा के वरिष्ठ व्याख्याता एवं इण्डियन सोसायटी फोर रेडियेशन बायोलोजी के राष्ट्रीय सचिव डॉ. राजेन्द्र पुरोहित, चैन्नई की एस.आर.एम. विश्वविद्यालय में 9 से 11 नवम्बर तक आयोजित होने वाले विकिरण जैविकी के अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेकर पत्रावाचन करेंगे। डॉ. पुरोहित इस सम्मेलन में “चूहों के विभिन्न अंगों जैसे यकृत, वृक्क, वृषण, आंत्रा एवं रक्त आदि पर गामा विकिरणों एवं भारी धातुओं का प्रभाव, उनका औषधीय पादपों द्वारा बचाव” विषय पर पत्रावाचन करंेगे।
उल्लेखनीय है कि विकिरण वैज्ञानिक डॉ. पुरोहित को उक्त सम्मेलन में पत्रावाचन करने एवं एक सत्रा की अध्यक्षता हेतु आमंत्रित किया गया है। डॉ. पुरोहित के साथ ही पीएच.डी. शोधार्थी श्रीमती जयश्री बनोत का शोध पत्रा भी पोस्टर के माध्यम से प्रदर्शित करने हेतु स्वीकृत हुआ है। इस सम्मेलन में जर्मनी के प्रो. ज्यॉर्ज इल्याकिस, इटली के डॉ. मार्को डुरान्टे, सिंगापुर के डॉ. प्रकाश हाण्डे, अमेरिका के रीहल ए. टाउनर, नीदरलैण्ड के हान्स क्रीज सहित लगभग 30 देशों के विकिरण एवं कैन्सर वैज्ञानिक भाग ले रहे हैं।
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पशुपालन में तकनीकी समावेश हेतु करें वैज्ञानिकों से सम्पर्क: प्रो.गहलोत
केन्द्रीय भेड़ ऊन अनुसंधान संस्थान ने कोटड़ा गांव में मनाया मगरा भेड़ पर प्रक्षेत्रा दिवस
बीकानेर, 4 नवंबर। बदलते परिवेश में खेती व पशुपालन के पारंपरिक तरीकों में बदलाव समय की मांग है, अधिक उत्पादन व आमदनी बढ़ाने हेतु वैज्ञानिकों से सम्पर्क साधते हुए इनमें तकनीकी समावेश लाया जाना चाहिए। ये विचार भाकृअनुप-केन्द्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, बीकानेर की ओर से आज कोटड़ा गांव में मगरा भेड़ों की नस्ल सुधार के लिए आयोजित प्रक्षेत्रा दिवस के अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में प्रो.ए.के.गहलोत, कुलपति, राजुवास,बीकानेर ने कहे। प्रो.गहलोत ने किसानों एवं पशुपालकों को ऐसे अवसरों, मेलों, सरकारी योजनाओं का अधिकाधिक एवं संगठित स्वरूप में लाभ उठाने हेतु प्रोत्साहित करते हुए कहा कि जब पंजाब व हरियाणा के काश्तकार वहां स्थित कृषि एवं पशुपालन विश्वविद्यालयों एवं विभागों आदि में उपलब्ध सुविधाओं यथा-गोबर, दूध, खून, मिट्टी आदि की जांच करवाने व उन्नत बीज प्राप्त कर लाभ कमा रहे हैं, तो राजस्थान का किसान भी जागरूक हो, संगठित स्वरूप में आने पर उनकी समस्याओं का निराकरण अधिक शीघ्रता से हो सकेगा।
इस अवसर पर कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ.ए.के.पटेल, प्रभागाध्यक्ष, के.भे.ऊ.संस्थान, बीकानेर ने संस्थान द्वारा आयोजित प्रक्षेत्र दिवस के उददेश्य व महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा संस्थान द्वारा मगरा फील्ड नेटवर्क परियोजना के अंतर्गत यह परियोजना बीकानेर के 12 गांवों में कुल 3 केन्द्रों के माध्यम से चलाई जा रही है, पिछले 2-3 सालों से भेडों़ की उन्नत नस्लें प्राप्त कर, इनके ऊन व भार में वृद्धि लाई गई वहीं संस्थान द्वारा भेड़ों का अच्छा स्वास्थ्य रखते हुए प्रतिवर्ष पंजीकृत भेडों का फड़किया माता, पीपीआर का टिकाकरण एवं आंत परजीवी नियंत्राण हेतु दवा पिलाई जाती है, जिससे इनकी मृत्यु दर में लगभग 7 प्रतिशत से अधिक कमी लाई गई हैं। कृत्रिम गर्भाधान, मशीन से कताई, संतुलित पशु आहार आदि का भी प्रयोग भेड़ पालकों के रेवड़ में किया जा रहा है, अब तक संस्थान द्वारा दिए गए मेंढ़ों से 1000 से भी अधिक उन्नत नस्ल के मेमने पैदा हुए जिनकी ऊन की गुणवत्ता अच्छी पाई गई हैं। भेड़ पालकों के लिए प्रतिवर्ष 10-15 प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित कर भेड़ पालन से संबंधित अद्यतन तकनीकी जानकारी दी जाती है।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर के निदेशक डॉ.एन.वी.पाटिल ने संस्थान के उल्लेखनीय कार्याें का जिक्र करते हुए भेड़, गाय, बकरी के साथ-साथ ऊँट का वैकल्पिक उपयोग पर अपनी बात रखी तथा कहा कि अब समय आ गया है जब ऊँटों का पारंपरिक उपयोग के साथ-साथ उन्हें दूध उत्पादन की दृष्टि से भी पाले जाने पर जोर दिया। कार्यक्रम विशिष्ट अतिथि डॉ.बी.डी.शर्मा, निदेशक, केन्द्रीय शुष्क बागवानी संस्थान, बीकानेर ने पशुपालन किसानों को फलदार सब्जियों एवं फलों की खेती के लिए बीज प्रमाणिक जगह से ही खरीदने की सलाह दी। काजरी, बीकानेर के डॉ.एम.एल.सोनी ने कहा कि अधिक घास व चारा लेने के लिए काश्तकार खेत में ही पट्टीदार सिस्टम से फसल व घास प्राप्त कर सकता है। इस अवसर पर सभी संस्थानों ने अपने यहां विकसित प्रौद्योगिकी संबंधी प्रदर्शनी लगाई गई जिनका भेड़ पालकों एवं अतिथियों द्वारा अवलोकन किया गया।
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विज्ञान मॉडल एवं टीचिंग एड प्रतियोगिता में भाग लेंगे 9 विद्यार्थी
बीकानेर, 4 नवम्बर। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के क्षेत्राीय कार्यालय द्वारा आयोजित खण्ड स्तरीय विज्ञान मॉडल व टीचिंग एड प्रतियोािगता में चयनित संभाग के 9 विद्यार्थी तथा 2 वरिष्ठ अध्यापक जयपुर में आयोजित होने वाली राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में हिस्सा लेंगे।
विभाग के अनुसंधान अधिकारी केसर सिंह राजपुरोहित ने बताया कि समूह मॉडल प्रतियोगिता में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय मोरखाना की राधा कंवर व जयश्री कंवर, नोजगे पब्लिक स्कूल श्रीगंगानगर की इशिता अग्रवाल व जलज गुप्ता तथा निदीश व राघव ने तथा व्यक्तिगत मॉडल वर्ग में आरएसवी हायर सेकेण्डरी स्कूल बीकानेर के गौरव अरोड़ा, नोजगे पब्लिक स्कूल श्रीगंगानगर पालकीन बिश्नोई व मान्या जिंदल का चयन किया गया है।
इसी प्रकार टीचिंग एड प्रतियोगिता में राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय मोरखाना के मनीष कुमार व श्रीगंगानगर के वरिष्ठ अध्यापक पूनम का चयन किया गया है। उन्होंने बताया कि प्रतियोगिता पश्चिमी भारत स्तरीय विज्ञान मेले के प्रथम चरण के रूप में आयोजित की गई थी। जिसमें विद्यार्थियों ने जल संरक्षण, प्राकृतिक आपदा, भौतिक, रसायन व जीव विज्ञान के विषयों पर मॉडल प्रदर्शित किए। मॉडल व टीचिंग एड का मूल्यांकन भूजल विभाग के भू भौतिकविदों राजेन्द्र मीणा व जितेन्द्र कम्बौज द्वारा किया गया।