फ़िरोज़ खान,बारां
बारां18 नवम्बर । बारां जिले के किशनगंज ब्लॉक के खांकरा ग्राम पंचायत के गांव सुंडा चैनपुरा के लोगो को अभी तक भी बिजली नही मिली है । इसी गांव की महिला वार्ड पंच मंजू बाई ने बताया कि यहॉ 67 सहरिया परिवार निवास करते है। और करीब 10 लोगो ने बिजली की फाइलें जमा करा रखी है । उसके बाद भी अभी तक इन लोगो को बिजली कनेक्शन नही दिए गए है । महिला पंच ने बताया कि पीने के पानी की किल्लत है । गांव के पास ही एक ट्यूबवैल का बोर है, जिसमें न तो हैण्डपम्प लगा हुआ है, और ना ही मोटर डली हुई है । उसका मुंह भी खुला हुआ है । उसमें एक प्लास्टिक के डिब्बे के रस्सी बांध कर उससे पीने का पानी खींचते है । या फिर पास में एक नाला निकल रहा है, उसमें गड्डा खोद रखा है जिसमें डिब्बे से पानी भर भरकर लाते है । उन्होंने बताया कि 30 परिवार ऐसे हे, जिनके पास रहने के लिए आवास नही है । यह परिवार आज भी घांस फुस की टपरिया बनाकर रह रहे है । यह सभी परिवार वह है जिनको बंधुआ मजदूरी से मुक्त करवाया था । और यह लोग अपनी खाते की भूमि पर ही हाली लगे हुए थे । जिनको संकल्प संस्था व् जाग्रत महिला संग़ठन ने प्रसाशन के सहयोग से मुक्त करवाकर करीब 625 बीघा भूमि जो इनके खाते की है । उसको जमीदार के कब्जे से मुक्त करवाकर इनको इनकी जमीन वापस दिलवाकर उस पर खेती करने में सहयोग किया था । उस प्रसाशन ने इनकी पुरी मदद की थी । मगर आज भी इनके घरों में बिजली नही है । और ना ही पीने के लिए पानी है । एक तरफ राज्य सरकार दीनदयाल उपाध्यय योजना के तहत जिन गाँवो में बिजली नही है उनको जोड़ने में लगी है । वही दूसरी और आज भी सुंडा चैनपुरा के लोगो को बिजली नसीब नही है । आज भी जब इनके गांव में जाते हे तो लगता है कि यह परिवार गुलामी का जीवन जी रहे है । जबकि इस गांव के अधिकांश लोग मनरेगा में मजदूरी कर अपने परिवार का लालन पोषण कर रहे है । और जब मनरेगा में काम नही मिलता है, तो खेती करते है । या फिर खुल्ली मजदूरी करते है । यहाँ के लोगो ने बताया कि डीलर ने पांच माह से केरोसिन नही दिया है । इस कारण चिमनी जलाने के भी लाले पड़ रहे है । लोगो अंधरे में जीवन यापन कर रहें है । इसी तरह लष्मीपुरा के 2 हैण्डपम्प खराब पड़े हुए है । इस कारण ग्रामवासियो को पीने का पानी नही मिल रहा है । इस गांव की महिला कग्गो बाई ने बताया कि लोगो इधर उधर खेतो में लगी ट्यूबवैल से पानी लाकर अपना काम चला रहे है । वही लोगो को मनरेगा में रोजगार नही मिल रहा है । मौके पर पहुंचकर इन लोगो के आवेदन करवाये गये । वही गांव के लोगो ने बताया कि अधिकारियो के द्वारा अन्य गाँवो में जनसुनवाई की जाती है । पर इस गांव में कभी भी जनसुनवाई की गयी । अगर किसी अधिकारी की जनसुनवाई होती तो आज हमारी समस्या का समाधान हो चूका होता ।ग्राम पंचायत के कार्यवाह ग्रामसेवक रामलखन ने बताया कि इस गांव में पानी की किल्लत है, मगर यहां पानी नही निकलता है । पुर्व में भी कई बार यहाँ ट्यूबवैल खुदवा दिए मगर उनमे पानी नही निकलता है । इस कारण कुछ दूरी पर स्थित धार्मिक स्थान के पास एक ट्यूबवैल स्वीकृत की गयी, वहाँ से पाइप लाइन डालकर इनको पीने के पानी की व्यवस्था की जावेगी । इसकी स्वीकृति मिल गयी है । जल्दी ही इसका काम प्रारम्भ कर दिया जावेगा ।वही लष्मीपुरा के लोगो को 1दिसम्बर मनरेगा में काम दे दिया जावेगा ।