बाड़मेर
जैन साध्वी विपुल गुणा श्रीजी म.सा. के जीवन के पच्चास वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष मंे अचलगच्छ जैन श्री संघ द्वारा स्थानीय गुणसागरसुरी साधना भवन में भव्य कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम के प्रारम्भ में अचलगच्छ जैन श्री संघ के अध्यक्ष हनुमानचंद बोहरा ने स्वागत भाषण में कहा कि साध्वी विपुल गुणा सरल व शांत स्वभावी है। उनके संयम जीवन के 50 वर्ष पूर्ण होने के उपलक्ष में उनके दीर्घायु की कामना करते हम सभी। वहीं जैन श्री संघ के अध्यक्ष सम्पत राज बोथरा ने बताया कि जीवन मंे संयम जीवन का बहुत बडा महत्व है। संयम जीवन के माध्यम से मोक्ष की प्राप्ति सम्भव है। उन्होंने साध्वी की उज्जवल भविष्य की कामना की। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता के रूप में बोलते हुए शिक्षाविद् डॉ. बंशीधर तातेड़ ने कहा कि जैन समाज में संयम जीवन का बहुत बड़ा महत्व है। चारित्र मोक्ष की प्रथम सीढी है। चारित्र के माध्यम से मोक्ष को प्राप्त किया जाना सम्भव है। तातेड़ ने कहा कि साध्वी का सरल और समतायुक्त जीवन हमारे लिए प्रेरणा का स्त्रोत है। चारित्र जीवन मंे साध्वी ने भारत के कोने-कोने में भगवान महावीर के अंहिंसा व अनैकांत वाद के सिद्धांत को जन-जन तक पहंुचाने का सराहनीय और प्रसशन्नीय कार्य किया है। समारोह का संचालन अचलगच्छ संघ के महामंत्री गिरधारीलाल सिंघवी ने किया। इस दौरान डॉ. रणजीतमल जैन, गौतम सिंघवी, जवरीलाल चौपड़ा सहित सैकडो गणमान्य लोग मौजूद रहे।
गिरधारीलाल सिंघवी
महामंत्री अचलगच्छ संघ
मो.9784942025