प्रधान ने की जिला कलेक्टर से फरियाद

बार बार बदल रहे विकास अधिकारी
-जिला कलेक्टर से मिली सिवाना प्रधान
-अधिकारियो की उपस्थिति की अनियमितता की शिकायत की

बाड़मेर
आम तौर पर जनता अपने जनप्रतिनिधियों के पास अपनी समस्याओं की शिकायत लेकर पहुचती है लेकिन मंगलवार को एक अलग ही नजारा जिला मुख्यालय पर देखने को मिला। जिले की सिवाना पंचायत समिति की प्रधान गरिमा राजपुरोहित पंचायत समिति में मुख्य अधिकारी और कर्मिकों की उपस्थिति की अनियमितता के सम्बन्ध में गुहार लेकर जिला कलेक्टर सुधीर कुमार शर्मा से मिली। जिला कलेक्टर को सौंपे ज्ञापन में उन्होंने बताया कि बीते 2 साल में सिवाना विकास अधिकारी पद पर 10 अधिकारियो का कार्यकाल रहा। बीते 2 साल में विकास अधिकारी और कर्मिकों की उपस्थिति भी अनियमित रही है ऐसे में दूर दराज इलाको से आने वाले ग्रामीणों के काम ठप्प पड़े है। बार बार बदलते अधिकारियो के चलते ना तो सरकार की योजनाओं की सफल क्रियान्विति हो रही है और ना ही सरकारी योजनाओं का प्रचार प्रसार हो रहा है। ज्ञापन में बताया की यहाँ काम करने वाले अधिकारी हाजरी और यात्रा रजिस्टर के नियमो की भी पालना कर रहे है। ज्ञापन में सिवाना प्रधान ने जिला कलेक्टर से सिवाना पंचायत समिति में बायोमेट्रिक उपस्थिति शुरू करने की मांग की है।

दो साल में 10 विकास अधिकारी बदले
जिले की सिवाना वह पंचायत समिति है जिसने बीते 2 सालों में अपने यहाँ 10 विकास अधिकारी देखे है इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की यहाँ विकास कितना प्रभावित हो रहा है। जानकारी के मुताबित सिवाना प्रधान गरिमा राजपुरोहित के अब तक के 2 साल के कार्यकाल में जितेंद्र सिंह सांदू, सुरेश व्यास, छगनाराम, रविंद्र प्रकाश आचार्य, इंद्र सिंह राजपुरोहित, छगनाराम, अतुल सोलंकी, रोहित कुमार, और फिर अतुल सोलंकी विकास अधिकारी बनाये गए। वर्तमान में भीम सिंह इंदा सिवाना के विकास अधिकारी है। सिवाना प्रधान का कहना है कि बार बार जानबूझ कर किये जा रहे विकास अधिकारियो के तबादलों से विकास कार्य बुरी तरह से प्रभावित हुआ है।

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