धीरेरा में रात्रि चौपाल में जिला कलक्टर ने सुनी समस्याएं, कहा बाल विवाह की रोकथाम में भागीदार बनें ग्रामीण
बीकानेर, 1 अप्रैल। जिला कलेक्टर वेदप्रकाश ने कहा कि लूणकरनसर क्षेत्र में पेयजल स्कीमों को 24 घंटे बिजली मिले, इसके लिए अलग से फीडर की व्यवस्था कर दी गई है। इससे पेयजल संकट वाले कुछ गांवों में समस्या का समाधान एक-दो दिन में हो जायेगा।
जिला कलेक्टर ने शुक्रवार को लूणकरनसर पंचायत समिति की ग्राम पंचायत धीरेरा के अटल सेवा केन्द्र में देररात चली चैपाल में कहा कि हंसेरा, धीरेरा स्टेशन व बामनवाली पेयजल स्कीम को 24 घन्टे बिजली देने के लिए अलग से फीडर तैयार कर दिया है तथा हापासर को भी अलग से विद्युत फीडर से जोड़ा जा रहा है। यह कार्य शीघ्र पूरा कर लिया जायेगा। उन्होंने दुलमेरा में आंगनबाड़ी केन्द्र के लिए भूमि होने के बावजूद भवन का निर्माण नहीं किए जाने की जानकारी के बाद इसके निर्माण के प्रस्ताव तैयार कर, जिला परिषद को अतिशीघ्र पे्रषित करने के निर्देश दिए।
जिला कलक्टर ने ग्राम पंचायत धीरेरा को अतिक्रमण मुक्त बनाने पर जोर दिया और कहा कि अतिक्रमण से गांव का विकास अवरूद्ध होता है और उसकी सुन्दरता समाप्त होती है। ग्रामीणों को चाहिए कि कोई भी व्यक्ति अतिक्रमण न करे। उन्होंने राज्य सरकार की कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी और कहा कि मां व नवजात की शिशु के जीवन की सुरक्षा के लिए संस्थागत प्रसव को बढ़ावा दे। उन्हांेने बाल-विवाह व अन्य सामाजिक कुरीतियां मिटाने में शासन-प्रशासन को सहयोग की आवश्यकता जताई और कहा कि जहां भी बाल-विवाह की जानकारी मिले, इसकी सूचना दी जाए।
मौके पर दी खातेदारी सनद -रात्रि चैपाल में खारी निवासी रावतदास द्वारा खातेदारी अधिकार दिलाने की मांग पर, जिला कलक्टर ने मौके पर संबंधित अधिकारी को निर्देश देते हुए कहा कि प्रकरण की जांच करते हुए, सनद जारी की जाए। करीब आधे घंटे में ही प्रार्थी को जिला कलक्टर व प्रधान गोविन्द राम गोदारा ने उसे खातेदारी अधिकार की सनद प्रदान कर दी।
इस अवसर पर पंचायत समिति प्रधान गोविन्द राम गोदारा ने लूणकरनसर ब्लाॅक में पेयजल की समस्या के बारे में बताया और कहा कि हापासर, खिलेरिया, बीरमाना, अजीतमाना, रेखमेघना, भिखनेरा, छटासर व कागासर गांवों में टैंकरों के माध्यम से पानी की आपूर्ति की जाए। उन्होंने विद्युत के ढ़ीले तारों को कसवाने तथा कम वाॅल्टेज वाले गांवों में ट्रांसफार्मर लगवाने की आवश्यकता जताई।
जन समस्याओं के निराकरण के लिए आवेदन-भानाराम ने 1 जीएलडी जो कि सिंचित हो चुका है, उसमें पक्का खाला निर्माण करवाने, हनुमानराम ने डीपी बदलवाने, चक 359 की आबादी भूमि धीरेरा की श्मशान भूमि व भोमिया जी मंदिर की भूमि से अतिक्रमण हटवाने, गांव धीरेरा रेलवे स्टेशन क्षेत्र में ’हड्डा रोड़ी’ हेतु भूमि आंवटन करवाने, इसी गांव के वार्ड 7 में जी.एल.आर.बनवाने, चक 348-400 आर.डी. दुलमेरा के किसानों ने मनरेगा में पक्का खाला निर्माण की मांग रखी। इसी प्रकार से चेनाराम ने ग्राम सादेरा रोही में खसरा नम्बर 149/15 जमीन 30 बीघा का सीमाज्ञान करवाने तथा गांव जेसा की गैर मुमकिन चारागाह पर बन रहे मकानों का काम रूकवाने की मांग की।
इस अवसर पर उपखण्ड अधिकारी रतनलाल स्वामी, ग्राम पंचायत धीरेरा की सरपंच आसी देवी, ब्लाॅक सीएमओ हरिराम नाथ सिद्ध, जोधपुर विद्युत वितरण निगम के अधीक्षण अभियन्ता एन.के.माथुर सहित जिला अधिकारी उपस्थित थे।
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पासिंग आउट परेड 3 अप्रैल को
बीकानेर, 1 अप्रैल। पुलिस मोटर ड्राइविंग स्कूल में कानि. रिक्रूट ड्राइवरों की पासिंग आउट परेड 3 अप्रैल को प्रातः 7 बजे से अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस (प्रशिक्षण) के मुख्य आतिथ्य में होगी। पुलिस मोटर ड्राइविंग स्कूल के कमांडेंट खींव सिंह भाटी ने यह जानकारी दी।
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आई.सी.ए.आर. ने कुलपति प्रो. गहलोत को राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र की पंचवर्षीय समीक्षा समिति का अध्यक्ष बनाया
बीकानेर, 1 अप्रैल। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद् ने वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. ए.के. गहलोत को राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर के लिए गठित पंचवर्षीय समीक्षा समिति (क्यू.आर.टी.) का अध्यक्ष मनोनीत किया है। यह समिति केन्द्र कीे अप्रैल 2012 से मार्च 2017 तक की अवधि में किये गए कार्यों और उपलब्धियों की समीक्षा कर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। क्यू.आर.टी. के अध्यक्ष आई.सी.ए.आर. के उप महानिदेशक (पशु विज्ञान) और केन्द्र निदेशक आपसी सलाह से प्रतिवेदन तैयार करेंगे। समिति की पहली बैठक आई.सी.ए.आर., नई दिल्ली मुख्यालय पर आयोजित की जाएगी। इससे पूर्व भी केन्द्रीय कृषि मंत्री ने आई.सी.ए.आर. की अखिल भारतीय समन्वित अनुसंधान परियोजना की समीक्षा समिति और एमेरिस्ट साइंटिस्ट सम्मेलन कम स्टडी कमेटी की चयन समिति में भी प्रो. गहलोत को सदस्य बनाया गया है।
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राजस्थान मरूधरा ग्रामीण बैंक का प्रायोजक बैंक अब भारतीय स्टेट बैंक
बीकानेर, 1 अप्रैल। भारत सरकार द्वारा 28 फरवरी 2017 को प्रकाशित राजपत्रा में जारी आदेश के अनुसार स्टेट बैंक आॅफ बीकानेर एंड जयपुर का भारतीय स्टेट बैंक में विलय हो गया है। इस आधार पर राजस्थान मरूधरा ग्रामीण बैंक का प्रायोजक बैंक 1 अप्रैल से भारतीय स्टेट बैंक हो गया है।
राजस्थान मरूधरा ग्रामीण बैंक के चेयरमेन एस. पी. श्रीमाली ने बताया कि इससे ग्राहकों के बैंक खातों, जमाओं, ऋण खातों, दैनिक बैंकिंग गतिविधियों पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। बैंक अपने किसी ग्राहक को कभी खाते संबंधी सूचना के लिए फोन नहीं करता। यदि किसी ग्राह के पास कोई फोन काॅल या मैसेज आए, तो ग्राहक उन पर ध्यान नहीं दें। उन्होंने बताया कि इस परिवर्तन के बाद बैंक अपने सभी ग्राहकों को और भी उच्चतर सेवाएं प्रदान कर सकेगा।