फ़िरोज़ खान
बारां, 3 अप्रेल।
गुलामाने मुस्तफा कमेटी के तत्वावधान मंे छोटा सर्राफा बाजार स्थित दरगाह हजरत सैयद इस्लामुद्दीन बाबा का सालाना दो दिवसीय छठा उर्स मुबारक रविवार को संपन्न हुआ। इस दौरान रात्रि को आयोजित महफिले कव्वाली प्रोग्राम में दिल्ली के सूफी सिंगर फहीम गुलाम वारसी और उनके साथियों ने एक से बढ़कर एक सूफियाना कव्वालियां पेष कर प्रोग्राम को सूफियाना रंग में रंग दिया। नायब सदर अफसर अली राईन ने बताया कि रातभर चले इस कार्यक्रम में कव्वालों के उम्दा कलाम व असारों पर श्रोताओं ने खूब नजराने पेष किए। कव्वाल फहीम वारसी ने ’अली के रंग में रंग दीजिए मुईनुद्दीन अजमेरी और मेरे पीरी गुलामी मेरे काम आ गई‘ सुनाई तो कई श्रोताओं ने उत्साहित होकर कव्वालों पर नजराने की बारिष कर दी। इसके बाद वारसी ने संत कबीरदास का भजन व एक देष भक्ति गीत कव्वालियों के माध्यम से पेष किय, तो पूरी महफिल भक्तिभाव व देष प्रेम से लवरेज हो गई। कार्यक्रम में अतिथि के तौर पर प्रदेष कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष प्रमोद जैन भाया, कांग्रेस जिलाध्यक्ष पानाचंद मेघवाल, पूर्व जिला प्रमुख भरत मारन, युवा कांग्रेस लोकसभा अध्यक्ष धर्मराज मेहरा, एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष इरफान अंसारी, जिला हज कमेटी चेयरमैन माजिद सलीम, पूर्व चेयरमैन सिद्दीक अली छीपाबड़ौद, युवा कांग्रेस नगर अध्यक्ष पीयूश गर्ग, कमरूद्दीन ठेकेदार कवाई, षराफत अली उर्फ पिंकू भाई छीपाबड़ौद, खलील खान गौरी एडवोकेट, अब्दुल वहीद मुन्ना बाबा, रईस बाबा कोटा, अन्नू बाबा, उर्स कमेटी बाबा पठान, पप्पू नेता भाजपा आदि उपस्थित थे। उर्स कमेटी के सदर षाहिद अब्बासी व सेके्रट्री सोयब अली षेख ने बताया कि प्रोग्राम में कव्वालों के उम्दा कलामों पर श्रोताओं में नजाराना पेष करने की होड़ लगी रही। जाहिद अब्बासी ने बताया कि उर्स के दौरान दरगाह परिसर पर महफिले मिलाद षरीफ का आयोजन कर फातिया पढ़ी गई और तर्बरूक तक्सीम किया गया। संचालन अब्दुल रउफ मेव ने किया। इस मौके पर मिलाद दुआ तर्बरूक बाटा, उर्स कमेटी के रईस षाह, राकेष सिंघल मुमताज अब्बासी, रासिद भाई, षुजाउद्दीन सर्राफ, अख्तर राईन, लियाकत अब्बासी, मकबूल पठान समेत बड़ी संख्या में पदाधिकारी व श्रोता मौजूद थे ।
