बीकानेर के पुष्टिमार्गी 9 मंदिरों में रामनवमी

श्रीराम जन्म पर चौपाइयों से गूंज रहे मंदिर
‘‘दुर्गाष्टमी पर कन्याओं का पूजन’’

bikaner samacharबीकानेर 3/4/17। नवसम्वत के पहले ही दिन से छोटी काशी सदृश्य बीकानेर के मंदिरों में दुर्गामाता के नौ रूपों की पूजा अर्चना के साथ-साथ दुर्गाष्टमी और श्रीरामनवमी महोत्सव के तहत विभिन्न अनुष्ठान किए जा रहे हैं। नवरात्रि के सभी नौ दिन तक श्रद्धालु प्रतिदिन उपवास कर जहां देवीमाता से आशीर्वाद प्राप्त कर रहे हैं वहीं दुर्गाष्टमी पर मंगलवार को मंदिरों सहित घरों में कम से कम नौ कन्याओं को पूजन कर भोजन करवाएंगे। दुर्गाष्टमी पर मंगलवार को नागणेचेजी मंदिर, वैष्णोधाम, करणीमाता मंदिर जूनागढ़ के सामने सूरसागर के पास आदि अनेकानेक मंदिरों में दुर्गा माता की विशेष पूजा अर्चना, जागरण के अलावा नौ, 11, 21, 51, 101, 121, 151 आदि एकी की बड़ी संख्या में कन्याओं का पूजन कर उन्हें वस़्त्र, शिक्षण सामग्री आदि की भेंट एवं दक्षिणा प्रदान की जाएगी।
राममय हुआ बीकानेर
श्रीरामनवमी कहीं-कहीं मंगलवार को मनाई जाएगी वहीं तुलसी सत्संग कुटीर और कुछ अन्य मंदिरों सहित बीकानेर के पुष्टिमार्गी सभी 9 मंदिरों में श्रीरामनवमी महोत्सव बुधवार को आयोजित किया जाएगा। श्रीराम जन्म पर उनकी जन्म कुंडली का वाचन करने की परम्परा भी निर्वहन की जाएगी। श्रीराम की जन्म पत्रिका का वाचन विट्ठलनाथ जी मंदिर तेलीवाड़ा में पंडित गिरधारी शास़्त्री करेंगे तो राजरतन बिहारी मंदिर में पुजारी व्यास जी द्वारा वाचन किया जाएगा। तुलसी कुटीर मंे पुजारी व्यासजी के अनुसार दाऊजी, गोपालजी बड़ा और छोटा, रुघनाथजी आदि पुष्टिमार्गी मंदिरों में रामनवमी पर उत्सव आयोजित किए जाने की परम्परा है। तुलसी कुटीर में बुधवार को रामचरित मानस, सुंदरकांड आदि के पाठ होंगे तथा सत्संग-कीर्तन के बाद पंजीरी का प्रसाद वितरित किया जाएगा। बड़ा हनुमानजी मंदिर, जूनागढ़ के सामने अंजनि माता व हनुमानजी मंदिर समेत सभी मंदिरों में श्रीरामदरबार सजाकर रामचरित मानस का पाठ आदि अनुष्ठान होंगे।
जन्मपत्रिका वाचन परम्परा
पुष्टिमार्गी मंदिरों में श्रीरामनवमी पर अन्यान्य पूजन-अनुष्ठानांे को सम्पन्न करने के साथ साथ श्रीराम की जन्मकुंडली का वाचन करने की परम्परा रही है। इस परम्परा का निर्वहन बीकानेर में भी बखूबी किया जाता रहा है। तुलसी कुटीर में पुजारी व्यास जी के अनुसार कुछ जगहों पर इस परम्परा को प्रतीक रूप में भी निर्वहन किया जाता है।

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