व्यापारियों ने मुंह खोला : बाजारों को मिटा रही सरकार

व्यापारी बोले:- बीकानेर शहर के प्रमुख बाजारों में यातायात की ज्वलंत समस्या को खत्म करने की बजाय बाजारों के अस्तित्व को ही मिटा देने पर तुली है सरकार
तीन हजार प्रतिष्ठानों और हजारों परिवारों पर कुठाराघात है एलिवेटेड रोड
आठ सौ इमारतों पर लाल निशान, व्यापारियों का विरोध, 21 को बंद

Aqua Y2 Pro_20170418_125758बीकानेर 18/4/17 ( मोहन थानवी )। सरकार बीकानेर शहर के प्रमुख बाजारों में यातायात की ज्वलंत समस्या को खत्म करने की बजाय बाजारों के अस्तित्व को ही मिटा देने पर तुली हुई है। सवा अरब रुपए की स्वीकृति के साथ प्रस्तावित एलिवेटेड रोड बीकानेर शहर को यातायात समस्या से छुटकारा दिला सकेगी इसमें तो संशय है ही, इससे प्रभावित क्षेत्रों के प्रमुख बाजारों के तीन हजार से अधिक प्रतिष्ठानों पर संकट खड़ा हो गया है इसमें कोई दो-राय नहीं है। मास्टर टाउन प्लान से अलहदा बनाई गई इस योजना को यदि अमलीजामा पहनाया जाता है तो आठ सौ से अधिक इमारतें पूरी तरह अथवा आंशिक रूप से ध्वस्त कर दी जाएंगी, जिन पर लाल निशान लगाए जा चुके हैं। ऐसी आशंकाओं से घिरे व्यापारियों ने मंगलवार को केईएम रोड पर होटल शिव सागर में प्रेस कॉन्फ्रेंस में रोष व्यक्त करते हुए 21 अप्रैल को दीनदयाल सर्किल से रानी बाजार तक के प्रभावित होने वाले इलाकां में पूर्ण बंद की घोषणा की। साथ ही सरकार को चेतावनी दी कि यदि हजारों परिवारों पर असर डालने और बीकानेर के प्रमुख बाजारों का वजूद खत्म कर देने वाली इस योजना की जगह केवल बाईपास निर्माण को हरी झंडी नहीं दी गई तो व्यापारी आंदोलन को तीव्र करेंगे। बीकानेर व्यापार एसोसिएशन की ओर से पत्रकारों को बताया गया कि टू लेन प्रस्तावित एलिवेटेड रोड की जगह फोर लेन बनाने को लेकर सर्वे करवाया जा चुका है। जबकि बीकानेर को कोटगेट के दोनों रेलवे फाटकों के बार बार बंद होने से बाधित होने वाले यातायात को सुचारु बनाने के लिए एलिवेटेड रोड नहीं बल्कि बाइपास की आवश्यकता है। पूर्व विधायक एडवोकेट आर.के.दास गुप्ता ने ब्रॉडगेज व बाईपास प्रकरण में बीकानेर के साथ पूर्व में हुए विश्वासघात का हवाला देते हुए कहा कि बीकानेर के जनप्रतिनिधि मुख्यमंत्री के दबाव में हैं इसलिए बीकानेर के भविष्य और जनहित के इस मुद्दे पर आगे नहीं आ रहे। उन्होंने कहा कि वे बीकानेर के हित में पहले भी आंदोलन कर चुके हैं जिनके फलस्वरूप देर से ही सही, सरकारों को जनहित की मांगें माननी पड़ी। अब भी हजारों परिवारों के विरोध के बावजूद यदि बीकोनर में एलिवेटेड रोड बनाई जाएगी तो वह आर.के.दास गुप्ता की डेड बॉडी पर बनेगी। बीकानेर व्यापार एसोसिएशन अध्यक्ष नरपत सेठिया ने कहा कि व्यापारी वर्ग और जनता सरकार से समस्या का समाधान की अपेक्षा करते हैं किंतु बीकानेर के मामले में तो सरकार लोगों के आवागमन का रास्ता ही बंद कर समस्या को खत्म करने की मंशा बनाए हुए हैं। केईएम रोड यहां का सबसे व्यस्त बाजार है, यदि इसे ही उजाड़कर एलिवेटेड रोड बनाया जाएगा तो जनता को क्या लाभ मिलेगा। प्रेसवार्ता के दौरान समासेवी एडवोकेट शंकरलाल हर्ष मौजूद थे। एसोसिएशन के नरपत सेठिया, प्रेम खण्डेलवाल, सोनूराज आसुदानी, सुशील अग्रवाल, उमेश मेहन्दीरत्ता, श्याम कुमार तंवर ने एक स्वर में कहा कि बीकानेर के रेल फाटकों की समस्या का एकमात्र समाधान रेलवे बाईपास है।

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