अब तक 2,339 के दर्द का निवारण
चिकित्सा, स्वास्थ्य एवं आयुर्वेद मंत्री श्री कालीचरण सराफ के निर्देश पर प्रदेश में 25 अप्रेल से प्रारम्भ हुए फिजियोथेरेपी शिविरों को 4 दिन बढ़ा दिया गया है। अब इन शिविरों का आयोजन 28, 29 व 30 अप्रेल एवं 1 मई को भी किया जायेगा। सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि अब तक इन शिविरों में 2,339 से अधिक रोगियों को निःशुल्क फिजियोथेरेपी चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाई जा चुकी है। निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार पीबीएम अस्पताल, जिला अस्पताल एवं सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों पर फिजियोथेरेपी चिकित्सकों द्वारा राजस्थान फिजियोथेरेपी एसोसियेशन के सहयोग से परामर्श एवं उपचार के लिये इन फिजियोथेरेपी चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया जा रहा है।
गैर संचारी रोग नियंत्रण कार्यक्रम (एनसीडी) के जिला कार्यक्रम समन्वयक इन्द्रजीत सिंह ढाका ने बताया कि फिजियोथेरेपी शिविरों में तीसरे दिन जिला चिकित्सालय में 49, सीएचसी नोखा में 48, पांचू में 105, देशनोक में 127, खाजूवाला में 104, कोलायत में 69, गजनेर में 72, बज्जू में 32, नापासर में 27, श्रीडूंगरगढ़ में 53 व सीएचसी लूणकरणसर में 47 व्यक्तियों सहित कुल 733 व्यक्तियों ने लाभ उठाया।
डॉ. चौधरी ने बताया कि वर्तमान समय में व्यायाम की कमी, उठने-बैठने के गलत तरीकों से स्लिप डिस्क, सर्वाइकल स्पोंडिलोसिस, फ्रोजन शोल्डर, रोटेटर कफ, इंज्युरी, टेनिस एल्बो, गोल्फर एल्बो, पीठ के दर्द इत्यादि समस्याएं बढ रही हैं। इसके कारण दर्द निवारक दवाइयों के सेवन की प्रवृत्ति बढ़ रही है। बिना दवाइयों के फिजियोथेरेपी द्वारा इन बीमरियों सहित लकवा, पार्किसोनिस्म, कारप्ले टनल सिंड्रोम, मुंह का लकवा, चिकुनगुनिया के बाद जोड़ों का दर्द, जोड़ों के प्रत्यारोपण के पश्चात व्यायाम, लिगामेंट इंजरी, मांसपेशियों का दर्द एवं जकड़न, हड्डी टूटने के बाद जोड़ों का जाम होना, सेरिब्रल पाल्सी, घुटने का दर्द इत्यादि का उपचार संभव है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
बीकानेर