राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम की समीक्षा बैठक गुरूवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित हुई। बैठक की अध्यक्षता निदेशालय जयपुर के परियोजना निदेशक आरबीएसके डॉ. सुआलाल ने की। परियोजना निदेशक ने एक-एक दल द्वारा वर्तमान वर्ष में किए गए कार्यों का सूक्षमता से मूल्यांकन किया। उन्होंने सभी आयुष चिकित्साधिकारियों से नियत समय में सभी आंगनवाड़ी केन्द्रों, विद्यालयों व मदरसों में बच्चों की स्क्रीनिंग पूर्ण करने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिकाधिक बच्चों को लाभ दिलाने के लिए पूरी निष्ठा से कार्य करने और प्रत्येक रेफरल केस को आवश्यकतानुसार उच्चतर चिकित्सा संस्थान तक लेजाने के लिए बेहतर फोलो अप के निर्देश दिए। रिपोर्टिंग को पुख्ता बनाने के लिए सर्जिकल, मेडिसिनल व सामान्य प्रक्रियाओं का वर्गीकरण स्पष्ट किया। डॉ. सुआलाल ने आरबीएसके में बीकानेर के प्रदर्शन को संतोषजनक बताया और इसे विस्तार देने का आह्वान किया। उन्होंने साइकोलोजिस्ट, ऑडियोलोजिस्ट व ओप्थोमेट्रिस्ट को विशेषज्ञों के निर्देशन में कार्य करने हेतु पीबीएम व जिला चिकित्सालय में बैठने के निर्देश दिए। आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता ने सभी दलों को नियमित बच्चों की स्क्रीनिंग करने, आवश्यकतानुसार रेफर करने व सामयिक रिपोर्टिंग के निर्देश दिए। डीपीएम सुशील कुमार ने आंगनवाड़ी केन्द्रों, विद्यालयों व मदरसों की संख्या का आंकड़ा सम्बंधित विभागों से मिलान करने व लक्ष्यों को संसोधित करवाने के निर्देश दिए।
बैठक में डीईआईसी प्रबंधक बिजेंद्र भाटी, साइकोलोजिस्ट सोनू गोदारा, ऑडियोलोजिस्ट दीपक दाधीच, ओप्थोमेट्रिस्ट श्रवेश शर्मा व सामाजिक कार्यकर्ता श्री आशुराम सहित सभी 14 दलों के आयुष चिकित्सक व फार्मासिस्ट उपस्थित रहे।
बच्चों के लिए वरदान से कम नहीं आरबीएसके
सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने बताया कि आरबीएसके के तहत जिले की 14 टीमो द्वारा 2016-17 में अब तक 926 आंगनवाड़ी केन्द्रों के 24,445 बच्चों, 1,581 विद्यालयों के 1,49,497 बच्चों व 25 मदरसों के 2,814 बच्चों सहित कुल 1,73,942 बच्चों की स्क्रीनिंग की गई है। जिनमे से 4,737 बच्चों को रेफर कर इलाज करवाया गया। चयनित 20 बच्चों के जन्मजात ह्रदय रोग के ऑपरेशन नारायणा हृदयालय व फोर्टिस हॉस्पिटल में , 20 बच्चों के कटे-फटे होठ व तालू सम्बन्धी ऑपरेशन जयपुर की अभिषेक हॉस्पिटल में व क्लब फूट वाले 11 बच्चों के ऑपरेशन पीबीएम अस्पताल में निःशुल्क करवाए गए हैं। इस लिहाज से राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम बच्चों के लिए किसी वरदान से कम नहीं है।
आरबीएसके दल करेंगे स्वाइन फ्लू के प्रति सचेत
स्वाइन फ्लू के 5 मामले सामने आने के मद्देनजर आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य ने सभी आरबीएसके दलों को मास्क वितरण करवाते हुए स्क्रीनिंग के समय पूर्ण सावधानी बरतने की सलाह दी। उन्होंने सीएमएचओ के निर्देशानुसार विद्यालयों, आंगनवाड़ी केन्द्रों व मदरसों में बच्चों को स्वाइन फ्लू के लक्षण, बचाव व उपचार सम्बन्धी स्वास्थ्य शिक्षा देने तथा सभी आईएलआई लक्षणों वाले खांसी-जुकाम से ग्रसित बच्चों की सूचना नियमित देने के निर्देश दिए।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
बीकानेर