जिला प्रशासन एवं राव बीकाजी संस्थान के संयुक्त तत्वावधान् में हुआ कार्यक्रम
बीकानेर, 28 अप्रैल। बीकानेर के 530वें स्थापना दिवस के अवसर पर जिला प्रशासन और राव बीकाजी संस्थान की ओर से राव बीकाजी प्रतिमा स्थल पर शुक्रवार को मुख्य समारोह आयोजित किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य और पूर्व महापौर भवानीशंकर शर्मा थे। संस्थान अध्यक्ष गिरिजाशंकर शर्मा भी मंच पर मौजूद थे।
समारोह में करणीमाता अवार्ड से डॉ विमला डुकवाल, राव बीकाजी अवार्ड से मेघराज शर्मा को सम्मानित किया गया। रावल कांधलजी अवार्ड मदन जैरी को, पीर गोविन्द दास अवार्ड डॉ राहुल हर्ष को, पंडित विद्याद्यर अवार्ड डॉ उमाकांत गुप्त को, गई भोम रो बाहडु राजकुमार भीमराज अवार्ड कर्नल हेमसिंह शेखावत, राजकुमार भीमराज अवार्ड ठाकुर सूरजमाल सिंह चिलकोई , देश दीवान राव दुलेसिंह अवार्ड अशोक माथुर को, अमर कीर्ति अवार्ड डॉ गौरव बिस्सा, राव बेलोजी पड़िहार अवार्ड रतन सिंह, अजीज आजाद अवार्ड प्रदीप माथुर को, बीकाणा अवार्ड पेंटर धर्मा और बीकाजी अवार्ड रफीक सागर को दिया गया। कार्यक्रम में भवानी शंकर व्यास ‘विनोद’, लक्ष्मीनारायण रंगा, चंचला पाठक, आंनद वी. आचार्य, जितेन्द्र यादव, बी. एल नवीन, राजाराम स्वर्णकार, रवि माथुर, डॉ मगन बिस्सा, डॉ सुषमा बिस्सा, इरशाद अजीज सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित थे।
डॉ सत्यप्रकाश आचार्य ने बीकानेर के 530वें स्थापना दिवस पर नगरवासियों को बधाई देते हुए कहा कि बीकानेर देश-विदेश में अपनी ऎतिहासिक विरासत और साम्प्रदायिक सौहार्द के लिए अलग पहचान रखता है। इस परम्परा को बनाए रखना यहां के निवासियों की जिम्मेदारी है। पूर्व महापौर भवानीशंकर शर्मा ने कहा कि बीकानेर की गंगा-जमुनी तहजीब यहां की आबोहाव में घुली है। यहां के समरस वातावरण की देशभर में मिसाल दी जाती है। नई पीढ़ी को भी इस विरासत को सहज कर रखना होगा। उन्होंने कहा कि देश व समाज हर क्षेत्र में बीकानेर के लोगाें ने अपना अहम योगदान दिया है।
कार्यक्रम में राजनारायण पुरोहित, मनीषा आर्य सोनी, मदन जैरी ने बीकानेर से संबंधित गीत प्रस्तुत किए। इससे पूर्व राव बीकाजी की प्रतिमा के समक्ष पुष्प अर्पित कर पूजा अर्चना की गई। राजस्थानी साहित्यकार कमल रंगा ने स्वागत उद्बोधन दिया। समारोह में विभिन्न क्षेत्रों में उल्लेखनीय योगदान देने वाली 58 प्रतिभाओं को सम्मानित किया गया। महामंत्री विद्यासागर आचार्य ने आभार व्यक्त किया।
ये प्रतिभाएं हुईं सम्मानित
कार्यक्रम में रंगकर्म के क्षेत्र में तपन भटनागर, नमन जनागल, अनमोल भटनागर, जुगल किशोर छींपा, सुमित चंदेल, नसीब कुमार, पवन कुमार आर्य, रेशु माथुर, रणविजय सिंह राठौड़, मनोज चौधरी व जुबेर खान को, खेल के क्षेत्र में करण व्यास, सोनिका सैन (कुडो), भुवनेश्वरी राठौड़ (टेबल टेनिस), ऎश्वर्या खड़गावत (तीरंदाजी), चित्रकला में विजय कुमार बारासा, कुमारी सरोज पंवार, सोनू परिहार, प्रीति सोलंकी, श्रद्धा दैया, गुलाम हैदर, भरत सुथार, समाज सेवा में संतोष शर्मा, कृष्ण कुमार पांडे, श्रवण पालीवाल, सुरेन्द्र व्यास, गोविन्द जोशी व रामेश्वर लाल ओझा, पर्वतारोहण में ओजस्वी बिस्सा, गायन व संगीत में धारवी परीतम सोनी, पवन सोनी, उस्ता कला में मोहम्मद इरशाद उस्ता, मोहम्मद अनीस उस्ता,चिकित्सा में मोहन लाल व्यास, अजय गांधी, शिक्षा के क्षेत्र में मेघना राठौड़, नीति केवलिया, ज्योतिष में गिरधर गोपाल किराडू, लोक कला में अयज कुमार देरासरी, काष्ठ कला के क्षेत्र में नारायण सुथार तथा चिकित्सा व समाजसेवा के क्षेत्र में भवानी शंकर मोदी, विरेन्द्र सिंह राठौड़, पुनीत शर्मा, अरूण कुमार रांकावत, गोकुल राम चौधरी, पंकज कुमार महात्मा, नंदकिशोर तंवर, योगेश्वर नाथ, जमील अहमद चौहान, स्काउट गाइड में सौरभ, नृत्य में वसुंधरा आचार्य, देवेन्द्र सिंह शेखावत, तकनीकी क्षेत्र में योगदान के लिए कृष्णकांत, साहित्य में कैलाश टाक, राहुल पंवार, गौरीशंकर जोशी, सुनील कुमार, शिक्षा व संस्कृति में अनुराधा स्वामी को उनकी उपलब्धियों के लिए सम्मानित किया गया।
– मोहन थानवी