फ़िरोज़ खान
बारां 02 मई। कांग्रेस जिलाध्यक्ष पानाचंद मेघवाल ने प्रेस को जारी वकतव्य में बताया कि राष्ट्रीय हरित न्यायालय, सेन्ट्रल जोन भोपाल द्वारा प्रकरण संख्या 159/2016 तेजपाल सिंह एवं अन्य बनाम राजस्थान सरकार में दिनांक 20 फरवरी 2017 को परवन वृहद सिंचाई परियोजना के निर्माण पर स्टे जारी करने एवं दिनांक 27 मार्च 2017 को स्टे को आगे बढाने पर प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री श्री प्रमोद भाया द्वारा माननीय न्यायालय में पक्षकार/प्रतिवादी बनाने का प्रार्थना पत्र प्रस्तुत किया था, जिसे माननीय न्यायालय द्वारा स्वीकार किया गया। न्यायालय में प्रस्तुत उनके प्रार्थना पत्र पर दिनांक 25 अप्रेल 2017 को माननीय न्यायालय ने इस प्रकरण में श्री भाया के निजी अधिवक्ता वरूण नायर एवं एम.एस.ठाकुर द्वारा परवन परियोजना पर दिये गये स्टे को निरस्त करने पर बहस की गई। शेरगढ अभ्यारण को बांध निर्माण से किसी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचने के संबंध में आवश्यक दस्तावेज माननीय न्यायालय को उपलब्ध कराये गये। परवन वृहद सिंचाई परियोजना के निर्माण से शेरगढ वन्य जीव अभ्यारण्य को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा, न ही यह क्षेत्र एवं वन्य जीव इस परियोजना के कारण प्रभावित हो रहे है।
मेघवाल ने कहा कि प्रदेश उपाध्यक्ष एवं पूर्व मंत्री भाया के अधिवक्ताओं ने परवन वृहद सिंचाई परियोजना से जुडे जनहित के मुद्दों से भी माननीय न्यायालय को अवगत कराते हुए बताया कि इस परियोजना से बारां, झालावाड़ एवं कोटा जिले में 351 गांवों की 131400 हेक्टेयर भूमि सिंचित होगी एवं 820 गांवो को प्रतिदिन पेयजल प्राप्त होगा। इसके अतिरिक्त पानी की उपलब्धता से क्षेत्र में उद्योग धंधे तथा रोजगार के अवसर भी मिलेंगे।
माननीय ग्रीन ट्रिब्यूनल न्यायालय में की गई प्रभावी पेरोकारी के कारण माननीय न्यायालय ने श्री भाया के निजी अधिवक्ताओं के तर्को से सहमति जताते हुए दिनांक 20 फरवरी 2017 एवं 27 मार्च 2017 को जारी स्टे आर्डर को निरस्त कर दिया।
मेघवाल ने बताया कि श्री प्रमोद भाया द्वारा उनके निजी अधिवक्ता वरुण नायर एवं एम.एस. ठाकुर को सभी आवश्यक दस्तावेज उपलब्ध कराये, जिसके कारण माननीय न्यायालय से स्टे आदेश समाप्त हुआ। माननीय न्यायालय द्वारा 25 अप्रेल 2017 को स्टे समाप्त करने के जारी आदेश के अंतिम पैरा में उनके द्वारा दायर प्रार्थना पत्र प्रकरण संख्या 208/2017 एवं 207/2017 में श्री प्रमोद भाया का उल्लेख करते हुए प्रकरण निस्तारित करने का अंकन किया हुआ है।
मेघवाल ने बताया कि परवन वृहद सिंचाई परियोजना श्री भाया का ड्रीम प्रोजेक्ट है। भाया ने बारां जिले के किसान भाईयों से वायदा किया है कि वे हर स्थिति में इसका निर्माण प्रारम्भ कराकर रहेंगे, इसके लिए सरकार से, शासन एव प्रषासन से कितना भी संघर्ष क्यों नहीं करना पडें। भाया ने राजस्थान की भाजपा सरकार एवं जल संसाधन विभाग से आग्रह किया कि परवन वृहद सिंचाई परियोजना के स्टे आदेश की बाधा भी समाप्त हो चुकी है, अब इसके निर्माण में किसी प्रकार का टालमटूल नहीं करें तथा वर्षाऋृतु से पहले बांध का निर्माण प्रारम्भ करावें।