लू के बीच चिकित्साकर्मियों के हौंसले बुलंद
बीकानेर 7/5/17। नियमित टीकाकरण में छूटे बच्चों के 9 जानलेवा बीमारियों से प्रतिरक्षण के लिए भारत सरकार के महत्वाकांक्षी मिशन इन्द्रधनुष टीकाकरण अभियान का दूसरा चरण रविवार को शुरू हुआ। जिले के सभी खण्डों में चिन्हित विशेष रूप से स्थापित बूथों पर बच्चों व गर्भवतियों को टीके लगाए गए। अप्रैल, मई, जून व जुलाई माह की 7 तारीख से 13 तारीख तक ये अभियान चलाया जा रहा है। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चैधरी ने बताया कि भयंकर लू के बावजूद फील्ड कार्यकर्ताओं ने दुर्गम स्थानों पर लगाए गए बूथों पर टीकाकरण किया। आशा-आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को गर्मी के कारण घर-घर जाकर बच्चों व गर्भवतियों को टीकाकरण के लिए मनाकर लाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
अधिकारीयों ने किया निरिक्षण
अभियान की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और वंचितों का शत-प्रतिशत टीकाकरण करवाने के लिए जिला, खण्ड व सेक्टर स्तरीय अधिकारीयों के साथ-साथ विश्व स्वास्थ्य संगठन व यूनिसेफ के अधिकारीयों ने भी अभियान का निरीक्षण किया। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एसएमओ डॉ. मंजुलता शर्मा ने खण्ड बीकानेर व बीकानेर शहरी क्षेत्र में, बीसीएमओ कोलायत डॉ. अनिल वर्मा व यूनिसेफ के संभागीय समन्वयक ललित रंगा ने कोलायत के सियाणा, झझू व खारी चारनाण में अभियान का निरीक्षण किया। रंगा ने बताया कि विभिन्न बीमारियों के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता उत्पन्न करने वाले हर टीके की अपनी अलग समय सारणी होती है लेकिन यदि उसके अनुसार वो टीके ना लगें तो भी कुछ टीके बाद में शुरू कर उन्हें प्रतिरक्षित किया जा सकता है। मिशन इन्द्रधनुष बच्चों के प्रति हुई एक बड़ी भूल को सुधारने का अच्छा मौका है। अक्कासर पीएचसी के प्रभारी डॉ. भुवनेश नारायण पुरोहित व आशा सुपरवाईजर मनमोहन व्यास ने झझू बूथ के निरीक्षण के साथ घर-घर भ्रमण कर टीकाकरण से वंचित बच्चों के हैड काउंट का सत्यापन किया व आमजन को टीकाकरण के लिए प्रेरित किया।
– मोहन थानवी