बीकानेर, 10 मई 2017। राजस्थान सरकार के उद्योग विभाग द्वारा वर्ष 2016-17 से “राजस्थान उद्योग रत्न पुरस्कार“ योजना प्रारंभ की गई है। योजना का मुख्य उद्देश्य राज्य के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यमों को प्रोत्साहित किया जाना है।
जिला उद्योग केन्द्र महाप्रबंधक आर के सेठिया ने बताया कि इस योजना में राज्य में स्थापित, एमएसएमई एक्ट 2006 में ई.एम.पार्ट-ाा/उद्योग आधार प्राप्त समस्त सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम क्षेत्र में कार्यरत उद्यमों को प्रत्येक श्रेणी के लिए पृथक-पृथक राजस्थान उद्योग रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इसके साथ ही वस्त्र मंत्रालय,भारत सरकार https://www.viagrapascherfr.com/viagra-generique-forum-moins-cher/ द्वारा राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित बुनकरों एवं हस्तशिल्पियों को भी क्रमशः “राजस्थान बुनकर रत्न पुरस्कार“ तथा “राजस्थान हस्तशिल्प रत्न पुरस्कार“ से सम्मानित किया जाएगा। इस हेतु आवेदन पत्र निर्धारित प्रारूप में पूर्णरूप से भरकर मय संलग्नकों के जिला उद्योग केन्द्र, बीकानेर कार्यालय में 30 मई 2017 तक जमा कराए जा सकते हैं।
उन्होंने बताया कि सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम उद्यमों की श्रेणी मेंं चार वर्गों में प्रत्येक में एक-एक उद्यमी को प्रतिवर्ष इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इस प्रकार प्रतिवर्ष कुल 12 उद्यमों को राजस्थान उद्योग रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा तथा एक हस्तशिल्पी एवं एक बुनकर को क्रमशः राजस्थान हस्तशिल्प रत्न पुरस्कार एवं राजस्थान बुनकर रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा। इस पुरस्कार हेतु समस्त सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम श्रेणी में स्थापित एवं विगत तीन वर्षो मेें निरन्तर कार्यरत उद्यम पात्र होंगे। पुरस्कार हेतु चयन प्रारंभिक चयन समिति, जो आयुक्त उद्योग की अध्यक्षता में गठित है, के द्वारा तथा राज्य स्तरीय चयन समिति जो प्रमुख शासन सचिव,एमएसएमई की अध्यक्षता में गठित है, के द्वारा किया जाएगा। राजस्थान उद्योग रत्न में चयनित सूक्ष्म,लघु एवं मध्यम श्रेणी के 12 उद्यमों तथा एक हस्तशिल्पी एवं एक बुनकर को एक लाख रूपये प्रत्येक को नकद पुरस्कार, प्रशस्ति पत्र एवं शॉल प्रदान कर एमएसएमई दिवस/राजस्थान दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा।
—– मोहन थानवी
डियर सर,
प्लीज राज्य हस्तशिल्प पुरस्कार हेतु सटीक जानकारी व आवेदन करने की सही प्रक्रिया क्या है? बताएँ।