मासिक अदबी गोष्ठी सम्पन्न
1 सितम्बर (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी द्वारा झालाना संस्थानिक क्षेत्र स्थित कार्यालय ’’अकादमी संकुल’’ में शुक्रवार, 1 सितम्बर 2017 को मासिक साहित्यिक (अदबी) गोष्ठी का आयोजन किया गया।
गोष्ठी के प्रारम्भ में अकादमी के नवनियुक्त अध्यक्ष हरीश राजानी ने साहित्यकारों से परिचय लिया। राजानी ने कहा कि उनकी प्राथमिकता में सिन्धी साहित्य एवं साहित्यकारों को प्रोत्साहित करना है। उन्होंने सिन्धी भाषा, साहित्य, कला एवं संस्कृति के संरक्षण एवं संवर्द्धन हेतु साहित्यकारों से सहयोग की अपील की एवं उपस्थित साहित्यकारों ने अध्यक्ष को बधाई देते हुये सिन्धियत के विकास में हर-संभव सहयोग का आष्वासन दिया।
गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डा0खेमचंद गोकलानी ने की। गोष्ठी में साहित्यकार कन्हैया अगनानी ने लेख ’’जीवन जीअण जी कला’’, डा.हरि जे. मंगलानी ने कविता ’’विसारे करे मुखे’’, रमेश रंगानी ने कहानी ’’इनाम’’, ज्योति ने कविता ’’जिन्दगीअ ऐं मौत’’, गोपाल ने कहानी ’’नई सुबह’’, हेमा मलानी ने आलेख ’’शिक्षक दिवस’’, हेमनदास मोटवानी ने कविता ’’आया मेघ मल्हार’’ वासु गेरियानी ने कविता ’’मुहिंजी तमन्ना’’, डा0एस0के0लोहानी ने कविता ’’मुहिंजा मालिक’’ रोमा चांदवानी ’’आशा’’ ने कविता ’’प्रभुअ खे अर्जु’’ टोंक के डा.किशन चंद ने लेख ’’सिन्धियत जा रत्न-शाह, सचल ऐं सामी’’, राजाराम मलानी ने कविता ’’मां सिन्धी आहियां’’ एवं डा0खेमचन्द गोकलानी ’’खीमन’’ ने गजल ’’हलूं पिया’’ प्रस्तुत की।
इस अवसर पर भीलवाड़ा के साहित्यकार डा0एस0के0लोहानी ’’खालिस’’ द्वारा लिखित पुस्तक ’’एक बीज की संभावना’’ काव्य संग्रह का विमोचन अकादमी के अध्यक्ष हरीश राजानी द्वारा किया गया तथा उन्होंने पुस्तक की सराहना की। डा0खालिस द्वारा उपस्थित समस्त साहित्यकारों को पुस्तक की एक-एक प्रति भेंट की गई। गोष्ठी में अकादमी के पूर्व सदस्य, सिन्धी भाषी साहित्यकार, पत्रकार आदि उपस्थित थे।
सचिव