गोद लिए डाइयां गांव की महिलाओं को स्वरोजगार प्रशिक्षण

Training COPTबीकानेर, 11 सितम्बर। वेटरनरी विश्वविद्यालय द्वारा गोद लिए डाइयां गांव की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए स्वरोजगार के प्रशिक्षण कार्यक्रम बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति और गृह विज्ञान महाविद्यालय के सहयोग से शुरू किये जायेंगे। सोमवार को वेटरनरी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. बी.आर. छीपा की अध्यक्षता में डाइयां की जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में इस आशय का निर्णय किया गया। कुलपति प्रो. छीपा ने कहा कि गांव की महिलाओं की जरूरतों और संसाधनों की स्थिति के पूर्व आंकलन के बाद स्वरोजगार कौशल प्रशिक्षण शुरू किये जाए। उन्होंने कहा कि गांव में चिकित्सा और आयुर्वेद चिकित्सा शिविरों में मौसमी और संक्रामक बीमारियों के लक्षण और बचाव उपायों के बारे में भी जागरूक किया जाए। उन्होंने बताया कि गांव में आयुर्वेदिक औषधालय खोलने का प्रस्ताव राज्य सरकार को भिजवाया जाएगा। वेटरनरी विश्वविद्यालय की पहल पर डाइयां में पशुपालन विभाग द्वारा पशुचिकित्सा उपकेन्द्र स्थापित किया गया है। डाइयां में तालाब निर्माण के लिए वेटरनरी विश्वविद्यालय द्वारा 11.73 लाख रू. राशि और जिला परिषद द्वारा नरेगा में 9 लाख रू. राशि स्वीकृत की गई है। कुलपति प्रो. छीपा ने ग्रामीणों को मरूस्थलीय फल-सब्जी उत्पादन के लिए केन्द्रीय शुष्क बागवानी संस्थान से अच्छी किस्म के बीज व पौधों से बागवानी के लिए प्रेरित करने को कहा। डाइयां में राजुवास द्वारा अजोला प्रशिक्षण और प्रदर्शन और आयुर्वेद विभाग द्वारा आयुर्वेद चिकित्सा और जागरूकता शिविरों का आयोजन किया जाएगा। वेटरनरी महाविद्यालय के अधिष्ठाता प्रो. त्रिभुवन शर्मा ने बताया कि डाइयां को जयमलसर से सड़क मार्ग से जोड़ने के लिए 8 किमी. लिंक रोड़ का प्रस्ताव राज्य सरकार के विचाराधीन है। बैठक में राजुवास के अनुसंधान निदेशक प्रो. राकेश राव, प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो. ए.पी. सिंह, निदेशक क्लिनिक्स प्रो. जे.एस. मेहता, कुलपति के प्रशासनिक सचिव प्रो. बी.एन. श्रृंगी, निदेशक (कार्य) एम. राम सहित दीपक बंसल अधीक्षण अभियंता जन स्वा. अभियांत्रिकी विभाग, लक्ष्मण सिंह सार्वजनिक निर्माण विभाग, जिला उद्योग अधिकारी सुरेन्द्र कुमार, अविनाश भार्गव बीकानेर प्रौढ़ शिक्षण समिति, डॉ. जीतेन्द्र सिंह आयुर्वेद विभाग सहित अन्य अधिकारीगणों ने भाग लिया। डाइयां गांव के राजुवास नॉडल ऑफिसर डॉ. नीरज कुमार शर्मा ने प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया।

नए भारत का संकल्पः वेटरनरी विश्वविद्यालय में प्रधानमंत्री
श्री मोदी के उद्बोधन का प्रसारण

बीकानेर, 11 सितम्बर। पंडित दीनदयाल उपाध्याय जन्म शताब्दी वर्ष व स्वामी विवेकानन्द के शिकागो में उद्बोधन के 125वें वर्ष के अवसर पर नए भारत का संकल्प लेने देश भर से आए छात्र-छात्राओं के सम्मेलन में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के उद्बोधन का सीधा प्रसारण वेटरनरी विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राओं के लिए सोमवार को किया गया। वेटरनरी महाविद्यालय के ए.बी.जी. सभागार में राजुवास के छात्र और छात्राएं बड़ी संख्या में उनके उद्बोधन को सुनने के लिए एकत्रित हुए। विज्ञान भवन, नई दिल्ली के सभागार में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने युवा भारत-नया भारत और “ऊर्जावान राष्ट्र-संकल्प से सिद्धी की ओर“ विषय पर अपने विचार रखते हुए 2022 तक युवाओं को नए भारत के निर्माण का संकल्प दिलाया।
वेटरनरी विश्वविद्यालय में कुक्कुट पालन व उद्यमिता शिविर सम्पन्न
बीकानेर, 11 सितम्बर। राजस्थान पषुचिकित्सा एवं पषु विज्ञान विष्वविद्याालय, बीकानेर एंव केन्द्रीय कुक्कुट विकास सगंठन, चण्डीगढ के सहयोग से छः दिवसीय कुक्कुट प्रषिक्षण एंव उद्यमिता षिविर का आयोजन विष्वविद्यालय के पषु विविधिकरण सजीव मॉडल द्वारा कुक्कुट शाला में आयोजित किया गया। प्रशिक्षण संयोजक प्रो. बसन्त बैस ने बताया कि प्रशिक्षण में कुक्कुट आहार प्रबंधन, विभिन्न ऋतुआंे में मुर्गियों का प्रबंधन, मुर्गियों के प्रमुख रोग व रोकथाम, अंडों का सरंक्षण एवं ग्रेडिंग, मुर्गी फार्म में काम आने वाले विभिन्न उपकरण, बॉ्रयलर पालन-ः लाभकारी व्यवसाय के बारे में जानकारी दी गई। प्रशिक्षण के समापन अवसर पर शनिवार को वेटरनरी विष्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक प्रो डॉ. अवधेश प्रताप सिंह ने प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण-पत्र प्रदान किए तथा प्रोजेक्ट के अधिकारियों द्वारा तैयार किये गए फोल्डर “भरपूर प्रोटीन का पर्यायरूअंडे“ का विमोचन भी किया। कार्यक्रम का संचालन डॉ. विनीत कुमार, प्रभारी केन्द्रीय कुक्कुट संस्थान चण्डीगढ एंव डॉ. छोटे सिंह ढाका ईन्चार्ज प्रोल्ट्र्ी फार्म के द्वारा किया गया जिसमें महाविद्यालय के विभिन्न विषय विषेषज्ञो डॉ अंजु चाहर, डॉ अरूण कुमार, डॉ दिनेष जैन, डॉ अषोक कुमार, डॉ राजेष नेहरा, डॉ नीरज शर्मा, डॉ संजय सिंहए डॉ लोकेश टाक इत्यादि द्वारा कुक्कुट प्रंबधन से संबधित विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिए गए।
समन्वयक
जनसम्पर्क प्रकोष्ठ

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