बीकानेर,23 सितम्बर 2017। स्वच्छता ही सेवा अभियान पखवाड़ा के अंतर्गत आज स्वच्छ अस्पताल दिवस आयोजित किया गया। स्वच्छ भारत मिशन शहरी नगर निगम बीकानेर के तत्वावधान पीबीएम प्रशासन ,करनला कंसलटेंसी प्राइवेट लिमिटेड और राज्य संदर्भ दल सदस्यों के साथ मेडिकल कॉलेज ,नर्सिंग विद्यार्थियों के साथ चिकित्सकों, नर्सिंग कार्मिकों व एनएसएस के विद्यार्थियों ने खुले में शौचमुक्ति का संकल्प लिया।
राज्य संदर्भ दल सदस्य पवन पंचारिया ने स्वच्छ भारत मिशन शहरी पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वच्छ भारत मिशन कैम्पेन आदत परिवर्तन का एक मिशन है। जो मानव जीवन की बेहतरी के लिए संचालित किया जा रहा है। चिकित्सा व स्वच्छता एक दूसरे के परिपूरक है, एक अच्छे चिकित्सक की नेक सलाह रोगी के जीवन को बदल देती है। स्वच्छता से आत्मसम्मान की ओर समाज आगे बढ़ रहा है। यह आत्मसम्मान व स्वास्थ्य के लिए आजादी की द्वितीय जंग है।
कार्यक्रम में मुख्य मार्गदर्शक पीबीएम अधीक्षक डॉ. प्रमोद बेरवाल ने कहा कि मानव जीवन की बेहतरी के लिए चिकित्सक व नर्सिंग कार्मिक निरंतर सेवा कार्य में जुटे हैं। पीबीएम के चिकित्सक अब रोगियों को स्वच्छ रहने व खुले में शौच नहीं करने की सलाह देकर बीमारियों के ग्राफ को कम करने में रचनात्मक सहयोग करेंगे। स्वच्छता सेवा कार्य में जुटी एमबीबी छात्रा नेहा कुमावत ने कहा 80प्रतिशत बीमारियों की कमी आएगी। मरीजों को व गंदगी करने वालों को समझाईस करेंगे। अन्य छात्र-छात्राओं ने कहा कि गर्भवती महिलाओं को खुले में शौच जाने से विशेष परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है। स्वास्थ्य और आत्मसम्मान हमारी प्रमुख प्राथमिकता बने। कार्यक्रम के मुख्य संयोजक डॉ कुलदीप बीठू ने बच्चों के मल में पाए जाने वाले वाले खतरनाक वायरसों से जानलेवा बिमारियां होती है। खुले में शौच जाने के अलावा. बच्चों के मल को माताऐं बाहर नहीं फैंके,इसे शौचालय में ही डालने की आदत डालें। कार्यक्रम में पीबीएम के अधीनस्थ सभी विभागों की साफ-सफाई अभियान के रूप में की गई। इससे पूर्व डॉ. पी. के. बेरवाल ने खुले में शौच नहीं जाने व गंदगी नहीं करने की स्वच्छता शपथ दिलाई।
– मोहन थानवी