जयपुर। रिक्शा चालक को नवजात बेटी दामिनी के इलाज की खातिर कलेक्टर से मिली 1700 रुपए की मदद एक दिन बाद ही छिन गई। दामिनी के पिता बबलू के अनुसार कलेक्टर के आदेश पर दो लोगों ने सोमवार सुबह उससे मदद के पैसे वापस ले लिए।
सूत्रों के अनुसार रूपए कलेक्टर के थे और उन्होंने बबलू को भरतपुर से जयपुर पहुंचने के लिए दिए थे। जयपुर पहुंचने के बाद दामिनी का इलाज फ्री में शुरू हो गया और कलेक्टर ने वापस मंगवा लिए। हालांकि, इस मामले में कलेक्टर की ओर से आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है। उधर, दामिनी को वेंटिलेटर पर रखा हुआ है और उसकी हालत अब भी गंभीर बनी हुई है।