विद्युत छीजत कम करने की दिशा में हो प्रभावी कार्रवाई-जिला कलक्टर

सांवतसर में रात्रि चौपाल आयोजित

bikaner samacharबीकानेर, 27 अक्टूबर। जिला कलक्टर अनिल गुप्ता ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत छीजत कम करने की दिशा में प्रभावी कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों को विद्युत का अपव्यय तथा चोरी रोकने के प्रति जागरूक किया जाए।

जिला कलक्टर शुक्रवार को श्रीडूंगरगढ़ पंचायत समिति की सांवतसर ग्राम पंचायत में आयोजित रात्रि चौपाल को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि पेयजल एवं विद्युत का सदुपयोग करना हमारा सामूहिक दायित्व है। ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युत का अपव्यय रूके, इसके लिए ग्रामीण भी जागरूक होकर कार्य करें। उन्होंने ग्रामीणों की मांग पर गांव के क्षतिग्रस्त विद्युत पोल शीघ्र बदलने तथा ढीले तारों की समस्या का 15 नवंबर तक समाधान करने के लिए विद्युत निगम के अधिकारियों को निर्देशित किया।

जिला कलक्टर ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा अनेक जनकल्याणकारी योजनाएं चलाई जा रही हैं। ग्रामसेवक, पटवारी एवं अन्य ग्रामीण कार्मिकों को चाहिए कि वे इन योजनाओं का व्यापक प्रचार-प्रसार करें तथा पूर्ण संवेदनशीलता के साथ पात्र लोगों को इनसे लाभांवित करें। ग्रामीणों ने सांवतसर में नई सहकारी समिति स्थापित करने की मांग की। उन्होंने कहा कि वर्तमान में लिखमीसर में सहकारी समिति है तथा दोनों गांवों की दूरी लगभग दस किलोमीटर है। इससे ग्रामीणों को परेशानी का सामना करना पड़ता है। जिला कलक्टर ने कहा कि इस संबंध में नॉम्र्स के अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

ग्रामीणों ने बताया कि गांव की एमएस मेमोरियल स्कूल के पास मृत पशुओं को डाला जाता है। यह स्कूली बच्चों के लिए नुकसानदायक हो सकता है। उन्होंने मृत पशुओं को डालने के लिए दूसरा स्थान चयनित करने की मांग की। जिला कलक्टर ने इस संबंध में पटवारी को निर्देशित किया कि गांव में दूसरे स्थान पर अराजीराज भूमि का चयन किया जाए तथा यह स्थान बदलने की कार्रवाई की जाए। ग्रामीणों द्वारा सांवतसर की पुरानी पाइपलाइन बदले जानो की मांग की गई। उन्होंने बताया कि पाइपलाइन विभिन्न स्थानों से क्षतिग्रस्त हो गई है, जिससे टेल तक पानी नहीं पहुंच पा रहा है।

जिला कलक्टर ने इस संबंध में कार्रवाई के लिए जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग के अधिशाषी अभियंता (ग्रामीण) विजय वर्मा को निर्देशित किया। क्षेत्र के काश्तकारों द्वारा समर्थन मूल्य पर मुंगफली खरीद की सीमा बढ़ाए जाने की मांग की गई। काश्तकारों ने बताया कि श्रीडूंगरगढ़ का यह क्षेत्र मुंगफली बाहुल्य क्षेत्र है तथा यहां किसानों के खेत में बड़ी मात्रा में मुंगफली की पैदावार हुई है लेकिन सरकार द्वारा एक बार में सिर्फ 25 क्विंटल मुंगफली खरीदे जाने की सीमा निर्धारित की गई है। इससे किसानों को उनकी मेहनत का पर्याप्त लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिला कलक्टर ने इस संबंध में सरकार को अवगत करवाए जाने की बात कही।

इस दौरान उपखण्ड अधिकारी कैलाश चंद मीणा, विकास अधिकारी वीरपाल सिंह, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी, उपनिदेशक कृषि विस्तार डॉ. उदयभान, पीडब्ल्यूडी के अधीक्षण अभियंता बसंत आचार्य, सरपंच मंजूदेवी सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।

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