अश्व पर्यटन से बीकानेर बनेगा सर्वश्रेष्ठ पर्यटन हब : डॉ विश्वनाथ

IMG_1367बीकानेर 29/10/17। अश्व पर्यावर्णीय पर्यटन का शुभारम्भ मुख्य अतिथि डॉ विश्वनाथ, संसदीय सचिव, राजस्थान सरकार एवं प्रख्यात पशु रोग निदान विशेषज्ञ व् निदेशक अश्व अनुसन्धान केन्द्र हिसार डॉ बी एन त्रिपाठी की अध्यक्षता में किया गया। मुख्य अतिथि डॉ विश्वनाथ ने इस अवसर पर कहा कि इस केंद्र को अश्व पर्यटन के लिए खोलने से बीकानेर में पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा एवं बीकानेर एक श्रेष्ठ ट्यूरिस्ट हब के रूप में प्रसिद्ध होगा। उन्होंने कहा कि बीकानेर शहर के हवाई मार्ग से जुड़ने से और अधिक पर्यटक इस और आकर्षित होंगे एवं अश्व अनुसन्धान केंद्र द्वारा किये गए इस प्रयास से न केवल स्थानीय अश्व प्रमियों बल्कि देश विदेश से आने वाले पर्यटकों को अश्व सवारी की सुविधा मिलेगी जिससे पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। इस अवसर पर केंद्र के निदेशक डॉ बी एन त्रिपाठी ने कहा कि इस केंद्र का मकसद पैसा कमाना नहीं है, यह केंद्र अनुसन्धान के साथ साथ अश्व संवर्धन का प्रयास करा रहा है, आम अश्व पालक की आय बढ़े एवं अश्व पालन के प्रति आम जनता का रुझान बढे, इसके लिए यह प्रयास है। इस अवसर पर अश्व अनुसन्धान केन्द्र, बीकानेर के प्रभारी अधिकारी डॉ एस सी मेहता ने बताया कि देश में घोड़ों की सर्वश्रेष्ठ नस्ल है मारवाड़ी जो कि मारवाड़ राजस्थान से आती है, लेकिन किसी तरह यह आम जन-जीवन से दूर हो गई। इस केंद्र पर अश्व पर्यटन प्रारंभ होने से न केवल मारवाड़ी नस्ल से बल्कि सम्पूर्ण देश में पाई जाने वाली शेष नस्लों जैसे काठियावाडी, मणिपुरी, जान्सकारी आदि से भी परिचित होंगे एवं उनकी सवारी का लुत्फ़ उठा सकेंगे। उन्होंने राज्य सरकार से मिलकर नेशनल लाइव स्टोक मिशन के तहत कार्य करने का प्रस्ताव दिया जिसमें पूर्ण सहयोग के लिए मंत्री जी ने आश्वासन दिया।

टेंट पेगिंग एवं शो जम्पिंग

इस अवसर पर लेफ्टिनेंट कर्नल डॉ अशोक सिंह राठोर के नेतृत्व में एवं डॉ राजेश नेहरा के सहयोग से टेंट पेगिंग एवं शो जम्पिंग का आयोजन किया गया एवं डॉ रमेश देदर एवं डॉ जितेन्द्र सिंह के नेतृत्व में घुड दौड़ का आयोजन किया गया। शहर से बड़ी संख्या में पधारे हुए गणमान्य लोगों, पर्यटन व्यवसायी, भारतीय कृषि अनुसन्धान परिषद् के अधिकारियों ने इसका लुत्फ़ उठाया. इस अवसर पर डॉ. एन. डी. यादव, प्रभागाध्यक्ष, काजरी ने कहा कि अश्व अनुसन्धान केंद्र की इस पहल में हर्बल पार्क एवं विलुप्त प्रायः मरुस्थलीय पौधों का पार्क विकसित करने में हम हर संभव मदद देने का प्रयास करेंगे।डॉ. पी.ए. बाला ने अतिथियों का स्वागत किया। धन्यवाद प्रस्ताव डॉ आर. ए. लेघा ने दिया।

अतिथियों ने शुरू की ये गतिविधियाँ :

1. अश्व पर्यावर्णीय पर्यटन 2. तांगा सवारी एवं घुड़ सवारी 3. सोवानियर शॉप प्रदर्शनी 4. अश्व सूचना स्थल 5. अश्व संचालित उपकरण प्रदर्शन 6. अश्व साज 7. मरुधोरा एवं पारम्परिक झोपड़ी। इस अवसर पर डॉ टी. राव एवं डॉ संजय रवि के सहयोग से पर्यटकों की जानकारी के लिए बनाये गए लीफ लेट (पत्रक) का विमोचन भी अतिथियों ने किया। यह पत्रक शहर के सभी मुख्य होटलों में पर्यटकों के लिए उपलब्ध होगा।
– मोहन थानवी

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