शंभू-शेखर सकसेना राज्य स्तरीय पत्रकारिता एवं साहित्य पुरस्कार समारोह

bikaner samacharबीकानेर,18 नवम्बर। शंभू-शेखर सकसेना सामाजिक विकास संस्थान ने शनिवार को रविन्द्र रंगमंच पर आयोजित 8 वें राज्य स्तरीय सम्मान समारोह में साहित्य का राज्य स्तरीय पुरस्कार श्रीमती वीणा चैहान(जयपुर) और पत्रकारिता का राज्य स्तरीय सम्मान ज़हीर अब्बास (डीडवाना) को प्रदान किया गया।
इसी प्रकार पत्रकारिता का विशिष्ट पुरस्कार रवि विश्नोई (बीकानेर) और साहित्य का विशिष्ट पुरस्कार डाॅ.शंकर लाल स्वामी (बीकानेर) को उनके विशिष्ट योगदान के लिए प्रदान किया गया। अतिथियों ने राज्य स्तरीय पुरस्कार में 50 ग्राम चांदी का मैडल,5100 रूयये नकद पुरस्कार,प्रशस्ति पत्र तथा श्रीफल और शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित किया। विशिष्ट पुरस्कार श्रेणी में 50 ग्राम चांदी का मैडल,3100 रूपये नकद राशि तथा श्रीफल और शाॅल ओढ़ाकर सम्मानित किया।
समारोह के मुख्य अतिथि संसदीय सचिव डाॅ.विश्वनाथ मेघवाल ने कहा कि शंभू-शेखर सकसेना जैसी विभूतियों से प्रेरणा लेकर हमें अच्छा कार्य करने की प्रेरणा मिलती है। इन विभूतियों ने अपने विशिष्ट कार्यों से पूरे देश में बीकानेर का नाम रोशन किया है। विशिष्ट अतिथि लूणकरनसर के विधायक मानिक चंद सुराणा ने शंभू-शेखर सकसेना के अवदान को बीकानेर के लिए बिरले कार्य बताते हुए नई पीढ़ी को इससे प्ररेणा लेने का आव्हान किया। महाराजा गंगा सिंह विश्व विद्यालय के कुलपति प्रो.भागीरथ बिजारणिया ने कहा कि शंभू-शेखर सकसेना का योगदान हमें नई सोच और नवाचारों के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा देता रहेगा। महापौर नारायण चोपड़ा ने कहा कि शंभू दयाल और शेखर सकसेना ने स्वतंत्रता संग्राम में कलम के सेनानी के रूप ख्याति अर्जित की। उनके साहित्य और पत्रकारिता में किए गए कार्य सदैव अमर रहेंगे। राज्य अभिलेखागार के निदेशक डाॅ.महेन्द्र खड़गावत ने शंभू-शेखर सकसेना की स्मृति में राज्य स्तरीय पुरस्कारों की घोषणा को समाज में प्रेरणादायी बताते हुए आयोजकों को साधुवाद दिया।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए पूर्व महापौर भवानी शंकर शर्मा ने कहा कि शंभू दयाल सकसेना द्वारा रचित साहित्य ने पूरे देश को उद्दवेलित किया है। शेखर सकसेना ने तत्कालीन पत्रकारिता को नए आयाम दिए जो सदैव याद रखे जायेंगे। मुख्य वक्ता के रूप में कवि और साहित्यकार भवानी शंकर व्यास ’विनोद’ कहा कि शंभू दयाल सकसेना ने 1930 से 1975 तक के युग में जो साहित्य सजृन किया वह साहित्य का स्वर्ण युग है। उन्होंने हर विधा में अपनी प्रतिभा का परिचय प्रस्तुत किया। शेखर सकसेना ने पत्रकारिता और प्रकाशन के क्षेत्र में बीकानेर को एक नई दिशा प्रदान की है,जो सदैव हमारी प्रेरणा का स्त्रोत बनी रहेंगी। पत्रकार लक्ष्मण राघव ने भी विचार व्यक्त किए।
समारोह के प्रारंभ में संस्थान की सचिव रेणु सकसेना ने सभी का स्वागत किया। इस अवसर पर स्मृद्धि,उन्नति और नेहा सकसेना ने शंभू दयाल सकसेना द्वारा रचिव कविताओं का वाचन किया। नीरज सकसेना ने आभार जताया। कार्यक्रम का संचालन साहित्यकार संजय पुरोहित ने किया। समारोह में वरिष्ठ नागरिकगण,साहित्यकार और पत्रकार बड़ी संख्या में उपस्थित थे।
– मोहन थानवी

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