जयपुर। राजस्थान प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों ने करीब दो दशक बाद पदोन्नति का तोहफा मिलने पर मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत का हृदय से आभार व्यक्त किया है। परिषद् के अध्यक्ष श्री ज्ञानाराम के नेतृत्व में आरएएस अधिकारियों ने शुक्रवार को यहां मुख्यमंत्राी कार्यालय में श्री गहलोत से भेंटकर उनका आभार प्रकट किया।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि मेरा मिशन सदैव ही सभी को साथ लेकर चलने का रहा है। सबके साथ न्याय हो और सभी को आगे बढ़ने के अवसर मिलें इसीलिये मैं सदैव कहता रहा हूं कि मेरा मिशन – 100 है। उन्होंने कहा कि पहली बार राजस्थान प्रशासनिक, पुलिस एवं लेखा सेवा के अधिकारियों के लिये सुपरटाइम वेतन श्रृंखला से भी ऊपर एक और वेतन श्रृंखला (अबव् सुपरटाइम) में नये पद सृजित कर अधिकारियों को पदोन्नति दी गई है।
श्री गहलोत ने अपेक्षा की कि आरएएस अधिकारियों की पदोन्नति होने से उनमें एक आत्म विश्वास जागृत होगा जिससे सुशासन और भी बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार का यह प्रयास होगा कि जल्दी ही आर.ए.एस. अधिकारियों को आई.ए.एस. सेवा में पदोन्नति का लाभ मिले। इसके लिये मुख्य सचिव को निर्देश दिये गये हैं कि वे संघ लोक सेवा आयोग से समन्वय कर आरएएस अधिकारियों को आईएएस में पदोन्नति देने का कार्य जल्दी ही सम्पन्न करावें।
एसोसियेशन के अध्यक्ष श्री ज्ञानाराम ने कहा कि एक साथ इतने बड़े स्तर पर पदोन्नतियां होने से एक इतिहास बन गया है। इससे सभी स्केल के अधिकारियों को पदोन्नति का लाभ मिला है तथा राज्य सरकार के संवेदनशील प्रयासों से आरएएस से आईएएस में पदोन्नति की राह भी खुल गई है। सेवा परिषद् ने कहा कि इन पदोन्नतियों से सभी अधिकारियों में उत्साह का संचार हुआ है जिससे वे और बेहतर तरीके से अपने कर्त्तव्यों का निर्वहन करेंगे।
राज्य सरकार द्वारा विभिन्न विभागों में की जा रही पदोन्नतियों की प्रतिदिन निकल रही सूचियों से प्रदेश के अधिकारियों एवं कर्मचारियों में सर्वत्रा खुशी का माहौल है।
मुलाकात के दौरान राजस्थान सेवा परिषद् के महासचिव श्री सत्यप्रकाश बसवाला, कोषाध्यक्ष श्री जयसिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष श्री एन.एल.मीणा, संयुक्त सचिव श्री देवाराम सैनी के अलावा श्री ताराचन्द मीणा, श्री मनीष गोयल, श्री वी.पी.सिंह, श्री गौरव बजाज शामिल थे।

डर के आगे जीत है.