कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भवानी शंकर शर्मा का निधन

IMG-20171230-WA0014बीकानेर 30/12/17। बीकानेर के पूर्व महापौर व कांग्रेस के वरिष्ठ नेता भवानीशंकर शर्मा अब हमारे बीच नहीं रहे। उनका निधन शनिवार सुबह हदयगति रुकने से हो गया। शनिवार सुबह उन्हें सीने में दर्द की शिकायत हुई तब उनके साले की होली स्थित मकान पर चिकित्सक जांच के लिए बुलाया गया जिन्होंने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
भवानी शंकर शर्मा 2008 में बीकानेर नगर निगम के प्रथम निर्वाचित महापौर बने ! इससे पूर्व में जिला प्रमुख,न्यास अध्यक्ष भी रह चुके है !

23 नवम्बर 1940 को बीकानेर में रामकिशन शर्मा के घर में जन्में भवानी शंकर शर्मा ने अपना जीवन सादगीपूर्ण तरीके से जिया। उन्होंने पत्रिका, राष्ट्रदूत सहित अनेक समाचार पत्रों में बतौर संवादाता व सम्पादकीय अनुभागों में कार्य किया, साहित्य में रूचि रखने के अलावा वे सामाजिक स्तर पर भी आमजन के दिलों में बसे हुए थे।

राजनीतिक सफर

उन्होंने अपना राजनीतिक सफर छात्र राजनीति से शुरू किया; 1963 में डूंगर महाविद्यालय अध्यक्ष पद पर निर्वाचित हुए। उसके बाद उन्हें एनएसयूआई में अहम् जिम्मेदारी दी गई। 1981 से 1985 तक नगर विकास न्यास के अध्यक्ष रहे, वे शहर जिला कांग्रेस के अध्यक्ष रहने के साथ-साथ 1990 में जिला परिषद के जिला प्रमुख, 2008 से 2013 तक नगर निगम बीकानेर के प्रथम निर्वाचित महापौर बने। वे १९९९ से २००३ के मध्य अशोक गहलोत की सरकार में राजस्थान खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के अध्यक्ष भी रहे। इसके अलावा वे अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य, प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री के पदों पर भी रह चुके हैं।

इन्होंने जताया शोक

पूर्व महापौर के निधन पर केन्द्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल, पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, संसदीय सचिव डॉ. विश्वनाथ मेघवाल, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट, प्रतिपक्ष नेता रामेश्वर डूडी, विधायक डॉ. गोपाल जोशी, भंवर सिंह भाटी, सिद्धि कुमारी, मानिकचंद सुराना, किसनाराम नाई, पूर्व मंत्री डॉ. बी.डी. कल्ला, देवी सिंह भाटी, वीरेन्द्र बेनीवाल, जर्नादन कल्ला, हीरालाल हर्ष ने गहरा शोक व्यक्त किया। पूर्व मुख्यमंत्री पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के पुत्र तथा प्रदेश कांग्रेस महासचिव वैभव गहलोत ने शनिवार को नत्थूसर गेट के बाहर सेवगों के श्मशान गृह पहुंचकर पूर्व महापौर तथा वरिष्ठ कांग्रेस नेता भवानी शंकर शर्मा के अंतिम संस्कार में भागीदारी निभाई।
श्री गहलोत ने भवानी शंकर शर्मा के पौत्र वरुण शर्मा एवं उनके परिजनों को सांत्वना प्रकट की। उन्होंने भवानी भाई के निधन को प्रदेश कांग्रेस के लिए अपूरणीय क्षति बताया तथा कहा कि कांग्रेस ने एक कद्दावर नेता को खो दिया, जिसकी भरपाई कभी नहीं हो सकेगी।
प्रदेश कांग्रेस सचिव जिया उर रहमान आरिफ, शहर कांग्रेस अध्यक्ष यशपाल गहलोत, देहात अध्यक्ष महेन्द्र गहलोत, यूथ कांग्रेस अध्यक्ष बिशनाराम सियाग, पूर्व सभापति चतुर्भुज व्यास, मकसूद अहमद, बाबू जयशंकर जोशी, महिला कांग्रेस अध्यक्ष सुनीत गौड़, राजकुमार किराडू, निगम में प्रतिपक्ष नेता जावेद पडि़हार, शशिकांत शर्मा, गोपाल गहलोत, शहर भाजपा अध्यक्ष डॉ. सत्यप्रकाश आचार्य, देहात अध्यक्ष सहीराम दुसाद, न्यास अध्यक्ष महावीर रांका, महापौर नारायण चौपड़ा, अविनाश जोशी, विजय मोहन जोशी, विजय उपाध्याय, घनश्याम बिस्सा, जेपी व्यास ; ऋषि व्यास सहित अनेक जनप्रतिनिधियों; साहित्यकारों; कलाकारों; गणमान्यों ने अपूरणीय क्षति बताया।
– मोहन थानवी

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