शिक्षकों ने दिया एकजुट होते हुए ज्ञापन

शिक्षको ने चंग बजाते हुए फाल्गुनी गीतों की तर्ज पर वेतन विसंगतियों को दूर करने का दिया ज्ञापन
शिक्षक बोले हम हतोत्साहित, अवसाद में और कार्य क्षमता प्रभावित होने की संभावना

भीम उपखंड क्षेत्र के सैकड़ों शिक्षकों प्रबोधक ने एक साथ वेतन विसंगति निवारण शिक्षक संघर्ष समिति के मनोज सिंह राजवा ,पाबू राम देवासी ,नारायण सिंह काछबली , तेजपाल सिंह मादेला के नेतृत्व में चंग बजाते हुए फाल्गुन गीतों की तर्ज पर शिक्षक मांगों को पूर्ण करने हेतु गीत गाते हुए कार्यवाहक उपखंड अधिकारी को ज्ञापन देकर वेतन विसंगति दूर करने की मांग का ज्ञापन सौंपा ।
ज्ञापन में बताया कि 2007, 2008, 2009 में चयनित शिक्षक एवं प्रबोधकों को नव चयनित 2012 के शिक्षकों के मुकाबले मूल वेतन कम मिल रहा है । 2012 के शिक्षकों को 12900 रुपये वेतन मिल रहा है जबकि लेखाकारों व सरकार की गलतियों से उस से पूर्व शिक्षको को 11170 रुपए पर ही स्थाई किया गया है। जिससे 2012 के शिक्षकों के मुकाबले पूर्व के शिक्षकों को 5 से 7 हजार रुपये का सीधा नुकसान पहुंच रहा है। इस तरह पूरे सेवाकाल में एक करोड से नुकसान हो रहा है जो कि नए सातवें वेतन आयोग में नुकसान और बढ़ने की संभावना है। ज्ञापन में बताया कि कम वेतन मिलने से वह हतोत्साहित, एवं अवसाद ग्रसित हैं । इससे उनकी कार्य क्षमता प्रभावित होने की संभावना है। ज्ञापन में बताया कि राज्य सरकार इस ओर अपना ध्यान आकर्षित करके शिक्षकों के वेतन को बढ़ाया जाए । इस अवसर पर दिलीप सिंह मामावड़, गोवर्धन सिंह भेरूखेड़ा, टीकम सिंह सिरोडी, विष्णु दत्त शर्मा, राकेश कुमार ,मोहम्मद इस्लाम, हरिसिंह, कानाराम ,बिरम सिंह, प्रताप सिंह ,सुरेश चंद्र मीणा, राजेश्वर सिंह ,सुखदेव प्रसाद बबीता खत्री ,लक्ष्मण काठात, शंकर सिंह ,जसवंत सिंह ,चेनाराम ,रमेश चंद्र, आसुपालसिंह ,नारायण सिंह कुडिवेर, किशन सिंह, आसीम मोहम्मद, सोहन सिंह सहित सैकड़ों शिक्षक, प्रबोधक उपस्थित थे।

इनका कहना
शिक्षक वेतन विसंगतियां बढने से शिक्षक हतोत्साहित है, अवसाद ग्रसित हो रहे है। कार्यक्षमता प्रभावित होने की संभावना है।
मनोज सिंह राजवा
शिक्षक नेता

लेखाकारों के द्वारा की गई गलती का खामियाजा शिक्षको को उठाना पड़ रहा है । इस पर सरकार को संज्ञान लेना चाहिए।
नारायण सिंह काछबली
शिक्षक नेता

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