बदलते मौसम में खांसी-जुकाम-वायरल बीमारियों की करें सतर्कता से रोकथाम

शुभलक्ष्मी व राजश्री योजना का लाभ शत-प्रतिशत लाभार्थियों तक पहुंचाने के निर्देश
जिला स्वास्थ्य समिति की बैठक आयोजित

*********
बीकानेर। बदलते मौसम के कारण अस्पतालों में खांसी-जुकाम व बुखार के रोगियों की भीड़ काफी बढ़ी हुई है। चिकित्सक ना केवल संवेदनशीलता से उपचार करें बल्कि सतर्कता से इनकी रोकथाम के प्रयास भी करें। ये निर्देश देते हुए जिला कलेक्टर अनिल गुप्ता ने स्वाइन फ्लू की लगातार स्क्रीनिंग जारी रखने पर जोर दिया ताकि किसी प्रकार की जनहानि से बचा जा सके। उन्होंने आगामी 11 मार्च को आयोज्य पल्स पोलियो अभियान के लिए हाई रिस्क क्षेत्रों की समय रहते पहचान व प्लानिंग करने तथा अधिकाधिक जन-जागरण करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने शुभलक्ष्मी योजना व राजश्री योजना की द्वितीय किश्त के भुगतान के लिए मिशन मोड पर किए जा रहे प्रयासों की सराहना की और नोटिस के बावजूद सुधार ना करने वाले कार्मिकों के खिलाफ कार्यवाही की भी अनुशंषा की।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. देवेन्द्र चौधरी ने एजेंडावार सभी बिन्दुओं पर समीक्षा की। उन्होंने पीबीएम अस्पताल में अभी भी शुभलक्ष्मी योजना की दूसरी किश्त का भुगतान सुचारू नहीं होने की समस्या से जिला कलेक्टर को अवगत कराया। गौरतलब है कि योजना के तहत लाभ लेने के लिए दिनांक 28 फरवरी तक आवेदन का अंतिम अवसर दिया गया है। उन्होंने राजश्री योजना के लिए प्रत्येक माह अग्रिम सूची तैयार कर एएनएम को देने और समय पर टीकाकरण सुनिश्चित करवाने के निर्देश दिए। डीपीएम सुशील कुमार ने एनआईसी मेल पर उपलब्ध निःशुल्क एसएमएस सेवा के माध्यम से प्रत्येक लाभार्थी तक बार-बार सूचना पहुंचाने पर जोर दिया। उक्त सम्प्रेषण के हाल ही में काफी सकारात्मक परिणाम मिले हैं।
डॉ. चौधरी ने प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में निःशुल्क सेवाएँ दे रहे निजी क्षेत्र के चिकित्सकों से प्रत्येक माह की 8 तारीख तक अवश्य संपर्क करने और आवश्यक सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिए। उन्होंने कायाकल्प कार्यक्रम और गुणवत्ता आश्वासन कार्यक्रम के अंतर्गत नियमित सुधार करते हुए जिले को अधिकाधिक पुरस्कार दिलाने का आह्वान किया।
डीटीओ डॉ. सीएस मोदी ने बताया कि लूणकरणसर में नई सी.बी. नाट मशीन लगने से क्षेत्र में टीबी के निदान में क्रांतिकारी परिवर्तन हुआ है। उन्होंने भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना के तहत निजी चिकित्सालयों के अच्छे प्रदर्शन की ओर ध्यान आकृष्ट किया और सीएचसी स्तर पर प्रयास बढाने के निर्देश दिए। उन्होंने स्पष्ट किया कि जिस संस्थान का भामाशाह स्वास्थ्य मार्गदर्शक अपने मानदेय जितना भी कार्य नहीं कर रहा तो उसका भुगतान आरएमआरएस से ना किया जाए। आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता ने 5 बिंदु मोनिटरिंग के अंतर्गत एएनसी जांच, संस्थागत प्रसव, टीकाकरण इत्यादि की प्रगति समीक्षा की। विश्व स्वास्थ्य संगठन की एसएमओ डॉ. मंजुलता शर्मा ने 11 मार्च को होने वाले पल्स पोलियो अभियान की तैयारियों की समीक्षा कर आवश्यक निर्देश दिए। डीपीसी डॉ. नवल किशोर गुप्ता ने निःशुल्क दवा योजना की प्रगति समीक्षा कर औषधियों की आपूर्ति रखने और पर्ची पर मरीज या रिश्तेदार के हस्ताक्षर सुनिश्चित लेने के निर्देश दिए।
बैठक में डिप्टी सीएमएचओ परिवार कल्याण डॉ. राधेश्याम वर्मा, डॉ. नवल किशोर गुप्ता, यूनिसेफ के ललित रंगा, डीएनओ मनीष गोस्वामी, पीसीपीएनडीटी समन्वयक महेंद्र सिंह चारण, आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य सहित समस्त बीसीएमओ, बीपीएम व चिकित्साधिकारी मौजूद रहे।

परिवार कल्याण में जिले का अच्छा प्रदर्शन
सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चैधरी ने बताया कि परिवार कल्याण कार्यक्रम में जिले का प्रदर्शन इस वर्ष बहुत अच्छा रहा है। जिला अभी भी 7वें-8वें स्थान पर है यदि वित्तीय वर्ष के अंतिम माह में पूरा जोर लगा दिया जाए तो जिला निश्चय ही कोई ना कोई पुरस्कार जीतेगा। इस बार इसके लिए उन्होंने स्थाई सेवा दिवसों की गुणवत्ता बनाए रखते हुए अधिकाधिक स्टाफ द्वारा दम्पतियों को प्रेरित करने के निर्देश दिए उन्होंने कहाकि जिनके लक्ष्य पूरे हो चुके हैं वो स्टाफ भी और केस लाए ऐसी कोशिशें हों। उन्होंने पीपीआईयूसीडी में कम प्रगति पर खंडवार समीक्षा कर निर्देश दिए।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
बीकानेर

error: Content is protected !!