मिश्रित खेती, उत्पादकता में वृद्धि, भूमि व जल के दक्षतापूर्ण उपयोग से होगी किसानों की आय दोगुनी- श्री मेघवाल
बीकानेर, 2 मई। केन्द्रीय जल संसाधन, नदी विकास, गंगा पुनरोद्धार तथा संसदीय कार्य राज्यमंत्राी श्री अर्जुनराम मेघवाल ने कहा कि खेती की लागत में कमी, फसलों व पशुओं की उत्पादकता में वृद्धि, मिश्रित खेती, भूमि व जल का दक्षतापूर्ण उपयोग, उपज का उचित मूल्य आदि कदमों से किसानों की आय दोगुनी हो सकेगी।
श्री मेघवाल ग्राम स्वराज अभियान के तहत बुधवार को कृृषि विभाग द्वारा किसान कल्याण दिवस के उपलक्ष्य में कृृषि भवन सभागार में आयोजित किसान कल्याण कार्यशाला में किसानों, कृषि वैज्ञानिकों को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि किसानों की आय दोगुनी करने हेतु सरकार द्वारा हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं। विपरीत मौसम व बाजार, किसानों को परेशान करते हैं, इस हेतु प्रधानमंत्राी फसल बीमा योजना का लाभ अधिकतम किसानों तक पहंुचाना सुनिश्चित किया जा रहा है। फसल खराबा मुआवजा समय पर मिले, इसके लिए प्रभावी कदम उठाए जा रहे हैं।
केन्द्रीय जल संसाधन राज्यमंत्राी ने कहा कि ग्राम स्वराज अभियान के तहत जिले के चयनित 31 गांवों में प्रधानमंत्राी उज्ज्वला योजना, सौभाग्य एवं उजाला योजना, प्रधानमंत्राी जन-धन, प्रधानमंत्राी जीवन-ज्योति बीमा तथा प्रधानमंत्राी सुरक्षा बीमा योजना व मिशन इंद्रधनुष आदि कल्याणकारी योजनाओं के तहत सभी पात्रा लोगों को लाभान्वित किया जा रहा है।
कार्यशाला के दौरान बीकानेर पंचायत समिति प्रधान राधा देवी ने किसानों को खेती मंे वैज्ञानिक तकनीक अपनाने का आग्रह किया। इस अवसर पर प्रगतिशील किसानों- खारा गांव के रेंवतराम व नाल गांव के मोहनसिंह ने कृषि नवाचारों द्वारा फसल व आय वृद्धि के अपने अनुभव साझा किए।
आयोजित हुए अनेक कार्यक्रम-
उपनिदेशक कृषि एवं पदेन परियोजना निदेशक आत्मा बी. आर. कड़वा ने बताया कि पंचायत समिति स्तर पर कार्यक्रम कृषि भवन में आयोजित किया गया व अन्य कार्यशालाएं पंचायत समिति मुख्यालयों पर आयोजित की गईं। प्रत्येक कार्यशाला में लगभग 100 कृषकों ने भाग लिया, जिन्हें कृषि, पशुपालन, उद्यान विभाग के अधिकारियों द्वारा विभागीय योजनाओं की जानकारी दी गई। विभिन्न कृषि अनुसंधान संस्थाओं तथा कृषि विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकांे द्वारा कृषकों की आय दुगुनी करने हेतु उन्नत कृषि एवं पशुपालन की तकनीकों की विस्तृत जानकारी दी गई। कड़वा ने बताया कि पशुपालन विभाग द्वारा पंचायत समिति पर स्थित पशुचिकित्सालय में पशु चिकित्सा शिविरों का आयोजन भी किया गया। जिला स्तर व ब्लाॅक स्तर पर प्रगतिशील कृषकों को प्रशस्ति पत्रा प्रदान किये गये।
प्रगति प्रतिवेदन-
कार्यशाला के दौरान उपनिदेशक कृषि विस्तार डाॅ. उदयभान ने बताया कि जिले में दिसंबर 13 से मार्च 18 की अवधि में किसानों हेतु 4250 डिग्गी निर्माण, 2055 जलहौज निर्माण, 7702 कृषि यंत्रा वितरण, 1 लाख 89 हजार बीज मिनिकिट वितरण किया गया। इस दौरान 94 हजार 467 मृदा स्वास्थ्य कार्ड वितरित किए गए। प्रधानमंत्राी फसल बीमा योजना के तहत रबी 16-17 तक 23396.41 लाख रूपए का दावा भुगतान किया गया।
किया सम्मानित-
इस अवसर पर 17 प्रगतिशील किसानों को प्रशस्ति पत्रा व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया गया। इनमें भीयांराम, भंवरी, मोहन सिंह, मनोहरी देवी, मांगीलाल, लूणाराम, जैसाराम, कुशालसिंह, चतुर्भुज, सत्यनारायण पारीक, राकेश रमन, भूपराम, तेजाराम, नवीन तंवर, प्रभुदान, आसकरण, रेवंतराम शामिल हैं। इसके साथ ही पंचायत समिति मुख्यालयों पर भी 112 किसानों को सम्मानित किया गया।
इस अवसर पर सहीराम दुसाद, संयुक्त निदेशक कृषि आनंद स्वरूप छींपा, सहायक निदेशक डाॅ जयदीप दोगने, डाॅ दीपक सरोलिया, डाॅ पी एस शेखावत, डाॅ एस आर यादव, अशोक प्रजापत सहित बड़ी संख्या में किसान व कृषि वैज्ञानिक उपस्थित थे।
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कृषि नवाचारों से प्रगतिशील किसान रेंवतराम व मोहन सिंह हुए लाभान्वित
बीकानेर, 2 मई। जिले के खारा गांव के प्रगतिशील किसान रेंवतराम ने अच्छे बीज, उचित बीजारोपण तकनीक, खरपतवार व कीड़ों पर नियंत्राण तथा जैविक खाद के उचित प्रयोग से फसल पैदावार दोगुनी कर ली है। उन्होंने बताया कि सरकार से सहायता राशि प्राप्त कर उन्हांेने डिग्गी निर्माण करवाया, जिससे उन्हें आशातीत लाभ हुआ। रेंवतराम ने अपने खेत पर ग्वार, टींडा, बैंगन आदि फसलों व सब्जियों की खेती की। उन्होंने बताया कि जैविक खाद के प्रयोग से एक ओर जहां फसलों की गुणवत्ता में सुधार आया है वहीं, इससे कृषि की लागत में भी प्रभावी कमी आ सकी है। वे बूंद-बूंद सिंचाई के तरीके अपना रहे हैं, इससे जल संरक्षण भी हुआ है।
जिले के ही नाल गांव निवासी प्रगतिशील किसान मोहनसिंह ने खेती के लिए वर्षा जल संरक्षण के परम्परागत तरीके अपना कर अपने व्यवसाय को नवजीवन प्रदान किया है। उन्होंने बताया कि वर्षा के पानी का अधिकतम संरक्षण करने के लिए उन्होंने खेत में मेड़बंदी की और बंधा बनाया। इससे वे फसलों को अधिक पानी देने में सफल रहे। उन्होंने बताया कि खेत के पास ही उन्होंने निराश्रित पशुओं के लिए बाड़ा बनवा रखा है, जहां निराश्रित पशुओं के लिए चारे व छाया की व्यवस्था है। यहां आने वाले पशुओं से मिलने वाली गोबर खाद का प्रयोग वे अपनी खेती में करते हैं और इससे उन्हें कृषि पैदावार में अपेक्षित बढ़ोतरी प्राप्त हुई है। उन्होंने लगभग 8 हजार पेड़ भी लगाए हैं। वे कहते हैं कि किसान वर्षा जल को सहेज कर जल संरक्षण में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
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जिले की 31 गोशालाओं को मिलेगी 3 करोड़ 34 लाख की सहायता
बीकानेर, 2 मई। जिला गोपालन सलाहाकार समिति की बैठक बुधवार को कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित की गई। बैठक में समिति द्वारा जिले की पात्रा गोशालाओं में से शेष रही 31 गोशालाओं के लिए 3 करोड़ 34 लाख 38 हजार 240 रूपए की सहायता राशि के प्रस्ताव का अनुमोदन किया गया।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए जिला कलक्टर अनिल गुप्ता ने कहा कि जिले की सभी पात्रा गौशालाओं को योजना का पूरा लाभ मिले, यह सुनिश्चित किया जाए।
संयुक्त निदेशक (पशुपालन) डाॅ अशोक विज ने बताया कि इस राशि से 3 हजार 597 छोटे पशु तथा 9 हजार 812 बड़े गोवंश को लाभान्वित किया जाएगा। उन्होंने बताया कि इससे पूर्व, जिले की पात्रा 81 में से 50 गोशालाओं के लिए सहायता राशि पहले चरण में ही जारी की जा चुकी है। इस पर 6 करोड़ 71 लाख 51 हजार 772 रूपए खर्च कर 21 हजार 91 बड़े गोवंश तथा 6 हजार 422 छोटे पशुओं को लाभान्वित किया गया। बैठक में कोषाधिकारी डाॅ अरूणिमा सिन्हा सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थे।
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गौरव सेनानियों के आश्रितों को छात्रावृति के लिए आवेदन आमंत्रित
बीकानेर, 2 मई। केन्द्रीय सैनिक बोर्ड ने गौरव सेनानियों के आश्रित विद्यार्थियों को छात्रावृत्ति के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। जिला सैनिक कल्याण अधिकारी बी के मजूमदार ने बताया कि कक्षा 1 से अण्डर ग्रेजुएट तक 1 हजार रूपए के हिसाब से 12 हजार रूपए की छात्रावृति प्रतिवर्ष प्रदान की जाती है। उन्होंने बताया कि इसके लिए इच्छुक पात्रा अभ्यर्थी आॅनलाईन आवेदन कर सकते हैं। कक्षा 1 से 9 व कक्षा 11 के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 30 सितम्बर 2018 तथा कक्षा 10 व 12 के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 अक्टूबर 2018 निर्धारित की गई है। उन्होंने बताया कि अण्डर ग्रेजुऐशन के पात्रा विद्यार्थियों के लिए आवेदन करने की अंतिम तिथि 31 नवम्बर 2018 है। योजना की सम्पूर्ण जानकारी केन्द्रीय सैनिक बोर्ड नई दिल्ली की वेबसाईट ूूूणेइण्हवअण्पद पर या जिला सैनिक कल्याण कार्यालय से प्राप्त की जा सकती है।