शहरी क्षेत्र में मिले गुणवत्तापूर्ण मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाएं

बीकानेर। शहरी प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों द्वारा प्रतिमाह कच्ची बस्तियों में आयोजित किए जा रहे आउटरीच शिविर हों या महिला आरोग्य समितियों की गतिविधियाँ, इन सब का मुख्य उद्देश्य शहरी गरीब को गुणवत्तापूर्ण मातृ-शिशु स्वास्थ्य सेवाएं देना है। ये कहना था सीएमएचओ डॉ. देवेन्द्र चैधरी का, वे मंगलवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित राष्ट्रीय शहरी स्वास्थ्य मिशन की समीक्षा बैठक में निर्देश दे रहे थे। उन्होंने प्रतिमाह 9 तारीख को प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान में आशा द्वारा सभी हाई रिस्क गर्भवतियों को जांच के लिए लाने और प्रतिमाह की रिपोर्ट में दर्शाने हेतु निर्देश दिए। सभी आउटरीच शिविरों से पहले आशा व ए.एन.एम. तथा माइकिंग के माध्यम से इस बाबत व्यापक प्रचार-प्रसार करवाने के निर्देश दिए ताकि अधिअधिक गर्भवतियों की एएनसी जांचे व बच्चों का टीकाकरण हो सके। उन्होंने एचबीएनसी बढ़ाने, टीकाकरण का इन्द्राज करने और राजश्री योजना के लाभार्थियों तक भुगतान समय पर पहुचाने पर जोर दिया।
आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता ने गहन दस्त नियंत्रण पखवाड़े के तहत स्थापित ओआरएस व जिंक कॉर्नर के नियमित संचालन व आशा द्वारा घर-घर ओआरएस वितरण व जनजागरण हेतु प्रभावी मोनिटरिंग की आवश्यकता जताई। गहन दस्त नियंत्रण पखवाड़े में आशाओं द्वारा घर-घर ओआरएस वितरण के लिए उन्हें प्रति पैकेट भुगतान और नए फोर्मेट में रिपोर्टिंग के निर्देश दिए गए। उन्होंने नवजात की घर आधारित जांच, स्तनपान के लिए चल रहे ”माँ“ कार्यक्रम, कुपोषण उपचार, साप्ताहिक आयरन फोलिक एसिड सप्लीमेंट कार्यक्रम, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम व विटामिन ए कार्यक्रम के बारे में भी जानकरी दी।
इससे पूर्व शहरी स्वास्थ्य एवं नियोजन सलाहकार नेहा शेखावत ने एजेंडा वार शहरी स्वास्थ्य से सम्बंधित समस्त विषयों पर समीक्षा की और निर्देश दिए। उनहोंने आरएमआरएस की मासिक बैठकें व सभी महिला आरोग्य समितियों की नियमित बैठकें करवाने, उपलब्ध बजट का यथोचित उपयोग करने व रिपोर्टिंग के निर्देश दिए। बैठक में एमपीआर की प्रगति रिपोर्ट, उपयोगिता प्रमाण पत्र, आउटरीच कैम्प का आगामी 3 माह का माइक्रोप्लान, महिला आरोग्य संबंधित मीटिग दिनांक एवं एजेन्डा, शहरी पोषण दिवस का माइक्रोप्लान, पीसीटीएस, आशा साफ्ट के कार्यो की प्रगति रिपोर्ट व नियमित टीकाकरण के माइक्रोप्लान पर समीक्षा की गई।
बैठक में जिला लेखा प्रबंधक राजेश सिंगोदिया, डीएनओ मनीष गोस्वामी, जिला आशा समन्वयक रेणु बिस्सा सहित सभी शहरी प्राथमिक केन्द्रों के पीएचएम व लेखाकार शामिल रहे।

मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
बीकानेर

error: Content is protected !!