एनपीपीसीडी कार्यक्रम में मूक-बधिरों को निःशुल्क हियरिंग ऐड वितरित
श्री भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति के सहयोग से उपलब्ध कराए श्रवण यंत्र
बीकानेर। किसी ने पहली बार सुनी इतनी साफ आवाजें तो किसी ने पहली बार सही-सही सुनकर दोहरा दिया। ‘पापा’ ‘मामा’ जैसे आसान शब्दों को दोहराकर दिखा दिया कि अब वो सुनने लगे हैं तो जल्द ही बोलने भी लगेंगे। मौका था चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग के राष्ट्रीय बहरापन रोकथाम एवं नियंत्रण कार्यक्रम (एनपीपीसीडी) के तत्वावधान में चयनित बधिरता ग्रस्त व्यक्तियों को निःशुल्क हियरिंग ऐड वितरण का। बुधवार को स्वास्थ्य भवन में आयोजित सादे से कार्यक्रम में रह-रह कर तालियाँ गूंजती रही और उससे भी ज्यादा गूंजी आत्मविश्वास की मुस्काने। सीएमएचओ डॉ. बी.एल. मीणा, आरसीएचओ डॉ. रमेश गुप्ता और डीपीएम सुशील कुमार ने स्वयं बच्चे-बड़ों को श्रवण यंत्र लगाए और उपयोग की जानकारी दी। डॉ. मीणा ने कहा कि जिस कदर नया चश्मा लगता है तब एक बार कुछ दिन असहज महसूस होता है लेकिन कुछ दिन पश्चात इसकी आदत पड़ जाती है वैसे ही ये श्रवण मशीने जल्द ही दैनिक जीवन का हिस्सा बन जाएंगी। उन्होंने इनका अधिकाधिक उपयोग करने और भाषा विकास की अपील की।
एनपीपीसीडी कार्यक्रम के इंस्ट्रक्टर संदीप जोशी ने जानकारी दी कि स्वास्थ्य विभाग द्वारा मांग करने पर जयपुर की श्री भगवान महावीर विकलांग सहायता समिति द्वारा 33 श्रवण यंत्र उपलब्ध करवाए गए हैं जिन में से बुधवार को जरूरतमंद 10 बच्चों सहित चयनित कुल 15 व्यक्तियों को वितरित कर दिए गए। लाभार्थियों का चयन आरबीएसके स्क्रीनिंग व आउटरीच शिविरों के दौरान किया गया। ऑडियोलोजिस्ट डॉ. मोहित ओझा व ऑडियोमेट्रिक असिस्टेंट राजेन्द्र खदाव ने मशीन के उपयोग की विधि व सार-संभाल की जानकारी दी साथ ही इसकी सहायता से भाषा विकास के अभ्यास की जानकारी साथ आए परिजनों को दी। इस अवसर पर एडीएनओ आरबीएसके डॉ. मनुश्री सिंह, समाजिक कार्यकर्ता आशुराम सियाग व आईईसी समन्वयक मालकोश आचार्य उपस्थित रहे।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी
बीकानेर