स्मृति सभा में पत्रकारों और लेखकों ने दी पुष्पांजलि
बीकानेर। प्रखर पत्रकार, पर्यावरणविद शुभू पटवा को पत्रकारों और साहित्यकारों ने अपने समय का खरा और पत्रकारिता को समर्पित व्यक्तित्व बताया।
शुक्रवार को महाराजा नरेंद्र सिंह ऑडिटोरियम में साहित्यकार डॉ. नंदकिशोर आचार्य के सान्निध्य में हुई स्मृति सभा में वक्ताओं ने कहा कि वे लेखनी के धनी तो थे ही, साथ की पर्यावरण, प्रौढ़ शिक्षा और समाज सेवा के क्षेत्र में भी अपनी छाप छोड़ गए हैं। उनकी कार्यशैली और लेखनी ने जनमानस पर अमिट छाप छोड़ी है जो नई पीढ़ी के लिए प्रेरणादायक है। यह भी कहा कि शुभू पटवा जैसा पत्रकार अब पैदा होना मुश्किल है।
साहित्यकार भवानी शंकर व्यास “विनोद” का कहना था कि वे पत्रकारिता धर्म के प्रति समर्पित व्यक्ति थे और स्पष्टवादी थे। पूर्व विधायक रामकिशन दास गुप्ता ने कहा कि भीनासर आंदोलन के माध्यम से उन्होंने पर्यावरण के प्रति नई चेतना जगाई। कमल रंगा ने कहा कि पटवा ने पर्यावरण प्रौढ़ शिक्षा व साहित्य के क्षेत्र में नए आयाम स्थापित किए।
स्मृति सभा में डॉ. ओम कुवेरा, डॉ. एसएन हर्ष, डॉ एम साबिर, पत्रकार हनुमान चारण, अनुराग हर्ष, दिलीप भाटी, लूणकरण छाजेड़, डॉ. अजय जोशी,अविनाश भार्गव, मोहन थानवी, मधु आचार्य, बुलाकी शर्मा ने शुभू पटवा के व्यक्तित्व और कृतित्व से जुड़े कई प्रसंग सबके साथ साझा किए।
कार्यक्रम में समाजसेवी नूर मोहम्मद गौरी, प्रकाशक दीपचंद सांखला, डॉ. धनपत कोचर, पत्रकार शिव चरण शर्मा, केके गौड़, टीआर उपाध्याय, ज्योति रंगा फोटो जर्नलिस्ट बीजी बिस्सा, आदि भी उपस्थित रहे। समारोह का संचालन राजेंद्र जोशी ने किया जबकि हरीश बी. शर्मा ने उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। बीकानेर मास मीडिया सेंटर के पत्रकार श्याम शर्मा ने आभार व्यक्त किया।
