अल्लाह जिलाई बाई की मांड गायकी की चिरस्थाई बनाये -व्यास
बीकानेर मांड समारोह में बिखरे राजस्थान की धरती के गीत
अल्लाह जिलाई बाई की संगीत साधना व मांड गायन पर चर्चा
बीकानेर 2 नवम्बर । मांड कोकिला पदमश्री अल्लाह जिलाई बाई की स्मृति में दो दिवसीय मांड समारोह शुक्रवार को प्रारंभ हुआ । प्रातः उदघाटन समारोह में पदमश्री अल्लाह जिलाई बाई के व्यक्तित्व एवं मांड गायन पर चर्चा की गयी । शाम को बीकानेर मांड समारोह में मूमल, पंखियो, बाई सा रा बीरा, जंगल मंगल देस आदि राजस्थानी मांड के गीतों से रेल्वे प्रेक्षागृह महक उठा ।
उत्तर पष्चिमी रेल्वे संस्कृति एवं ललित कला संस्थान, केन्द्रीय संगीत नाटक अकादमी नई दिल्ली, पष्चिम क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र, उदयपुर, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर, श्री संगीत भारती के सहयोग से आयोजित इस समारोह का उदघाटन श्री संगीत भारती परिसर में वरिष्ठ साहित्यकार भवानीषंकर व्यास विनोद ने जाईमां पदमश्री अल्लाह जिलाई बाई के चित्र के समक्ष पुष्पांजलि अर्पित कर कियाा । विनोद ने कहा कि पदमश्री अल्लाह जिलाई बाई के प्रिय मांड को सुनना जीवन के आनंद से रूबरू होना है । उन्होने कहा कि स्वं0 जिलाई बाई के स्वर माधुर्य, बुलन्द आवाज का अपना अलग अंदाज था । उन्होनेे कहाकि अल्लाह जिलाई बाई ने मांड गायकी को अपनी गहन साधना के बल पर विष्व में प्रतिष्ठित स्थान दिलाया । उन्होने स्व0 जिलाई बाई की प्रिय गायकी को अक्षुण्ण बनाये रखने का आव्हान किया । कार्यक्रम में संगीतज्ञ डा0 मुरारी शर्मा ने कहा कि पदमश्री अल्लाह जिलाई बाई के गायन मंे ग्वालियर घराने का शास्त्रीय संगीत अपनी मिठास के साथ नजर आता है । शर्मा ने कहा कि स्व0 अल्लाह जिलाई बाई ने शास्त्रीयता के साथ मांड के लोैकिक स्वरूप को प्रतिष्ठित किया । अल्लाह जिलाई बाई मांड गायकी प्रषिक्षण संस्थान के प्रबन्ध निदेषक डा0 अजीज अहमद सुलेमानी ने अतिथियों का स्वागत करते हुए कहा कि राजस्थान की लोक परम्परा के साथ मांड को जन जन तक पहुंचाना है । लेखक अषफाक कादरी ने समारोह की गत 26 वर्षो की उपलब्धियों पर प्रकाष डाला । विषिष्ट अतिथि डा0 ओम कुवेरा ने कहा कि अल्लाह जिलाई बाई मांड की पर्याय थी । उन्होने कहा कि मांड को समझने के लिए अल्लाह जिलाई बाई को समझना होगा । सखा संगम के अध्यक्ष एन0 डी0 रंगा ने कहा कि स्व0 अल्लाह जिलाई बाई संगीत जगत में स्नेह और ममता की प्रतिमूर्ति है । फिल्मकार मंजूर अली चंदवानी ने कहा कि स्व0 जिलाई बाई नेक इंसान थी । कवि सरदार अली पडिहार ने कहा कि अल्लाह जिलाई बाई का मांड गायन आत्मा से जुडा संगीत है । कवि चन्द्रषेखर जोषी ने कहा कि अल्लाह जिलाई बाई ने बीकानेर को विष्व में विषिष्ट पहचान दिलाई । कार्यक्रम में कवि कथाकार राजाराम स्वर्णकार ने कहा कि अल्लाह जिलाई बाई के दिल में गरीबों के प्रति पीडा और हमदर्दी थी । कार्यक्रम में संगीतज्ञ मोहनलाल मारू, नागेष्वर जोषी, ़ऋषिकुमार अग्रवाल ने पदामश्री अल्लाह जिलाई बाई को खिराजे अकीदत पेष की ।
बीकानेर मांड समारोह में गूंजे सुरीले गीत
शाम को रेल्वे प्रेक्षागृह में आयोजित बीकानेर मांड समारोह में नगर के मांड गायकों ने सुरीली प्रस्तुतियों से श्रोताओं को भाव विभोर कर दिया । कार्यक्रम में डॉं0 अजी़ज अहमद सुलेमानी, सगीतज्ञ डॉं0 मुरारी शर्मा, लेखक अषफाक कादरी ने अल्लाह जिलाई बाई के गायन पर प्रकाष डाला। कार्यक्रम में लोकगायिका श्रीमती राजकुमारी मारू ने सुप्रसिद्ध मांड गीत सुनाकर जिलाईबाई की स्मृतियां ताजा की । गजल गायक रफीक सागर, बी0पी0 कथक ने नये अंदाज में मांड रचनाऐं प्रस्तुत कर समां बांध दियाा । बाल कलाकार लोपामुद्रा आचार्य, मोनिका प्रजापत, नीलिमा बिस्सा ने मूमल गीत “काळी काळी काजलिये री रेख“ तथा पंखियो गीत ”याहीं रहियो” बाई सा रा बीरा” की प्रभावी प्रस्तुति दी । कार्यक्रम में भूमिका ने लोकनृत्य ”चमचम चमके चूंदडी” तथा प्रगति ने लोकनृत्य ”कांगसियो” से समां बांध दिया । अमित देराश्री ने बीकानेर अंचल का प्राचीन मांड गीत ”जंगल मंगल देस म्हानै प्यारो लागे सा” प्रस्तुत किया । कार्यक्रम में राघव स्वामी ने मांड में लोकभजन सुनाये । हरिकृष्ण ओझा ने मांड के सुरों से सजे लोकगीत सुनाये । योगेष पुरोहित ने बायरया लोक गीत सुनाया। पद्मा व्यास, शान्ति आचार्या, राकेष बिस्सा, कोमल पुगलिया, मोनिका, मानसी सिंह पवांर एण्ड पार्टी, जयश्री तरफदार, गौरी शंकर सोनी एवं सुभेन्द्र विकास तरफदार ने भी प्रस्तुति दी। इस अवसर पर सरगम समुह गीत में खुषी पारिक, ऋषिका चाडक, अंजली रंगा, वर्षा राठी, निकिता हर्ष, रितिका व्यास, ज्योति मोदी, मनिषा पुरोहित, कमल पुरोहित ने अपने स्वर दिये।कार्यक्रम में युवा गायक पुखराज शर्मा, हषमुदीन भी आमंत्रित कलाकार थे । कार्यक्रम में हारमोनियम पर पं0 नारायण रंगा एवं तबले पर मोंटू व्यास ने तबला संगत की ।ष्
मुख्य समारोह स्वरांजलि आज शनिवार को
समारोह की प्रवक्ता माही अयाज ने बताया कि स्व0 अल्लाह जिलाई बाई की 26 वीं पुण्यतिथि 3 नवम्बर शनिवार को मुख्य समारोह स्वरांजलि रेल्वे प्रेक्षागृह में आयोजित किया जायेगा । कार्यक्रम का संचालन श्रीमती डॉं0 नीतू एज़ाज़ सुलेमानी द्वारा किया गया। कार्यक्रम में जयपुर के मांड गायक डा0 हनुमान सहाय, उदयपुर की नेहा चारण, मेडता रोड नागौर के लक्ष्मण भांड एण्ड पार्टी एव उदयपुर के समदर खां एण्ड पार्टी अपनी प्रस्तुति देगें ।ं इससे पूर्व प्रातः 8 बजे बडे कब्रिस्तान मंे स्व0 अल्लाह जिलाई बाई के मजार पर कुरानखानी व पुष्पांजलि होगी ।
(डां0 अजीज अहमद सुलेमानी)
प्रबन्धक निदेषक
अल्लाह जिलाई बाई मांड गायकी प्रषिक्षण संस्थान, बीकानेर
मो0 8949188200