शुद्ध पेयजल व गुणवत्ता युक्त बिजली की उपलब्धता सुनिश्चित करें-डॉ कल्ला

उर्जा मंत्री ने अधिकारियों को दिए निर्देश
बीकानेर, 2 जनवरी। जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी व ऊर्जा मंत्री डॉ बी डी कल्ला ने कहा कि गांवों व शहरों में नाईट्रेट व फ्लोराइड मुक्त शुद्ध पेयजल व गुणवत्ता युक्त बिजली निर्बाध रूप से उपलब्ध करवाना सुनिश्चित किया जाए।
डॉ कल्ला बुधवार को कलेक्टेªट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक में बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि ग्राम पंचायतों में प्राथमिकता के आधार पर आरओ लगवा कर सभी को शुद्ध पेयजल की उपलब्धता सुनिश्चित की जाए। पीने के पानी की बढ़ती मांग के अनुसार अधिकारी दीर्घकालीन योजना का प्रस्ताव तैयार कर राज्य सरकार को भिजवाए, जिससे अगले 25-30 सालों में जिले की आवश्यकता के अनुसार पानी की उपलब्ध करवाने के सम्बंध में काम किया जा सके। उन्होंने गर्मी के मौसम में हर शहर व गांवों के लिए कॉन्टीजेंसी प्लान बनाने के निर्देश दिए। डॉ कल्ला ने कहा कि शहर के जिन क्षेत्रों में पानी की पुरानी टंकी को बदलने, मरम्मत या नई पाइप पाइप लाइन डालने की आवश्यकता है, इस सम्बंध में भी प्रस्ताव बनाकर राज्य सरकार भिजवाए जाएं, ताकि आवश्यक संसाधन उपलब्ध करवाए जा सके। सरफेस वाटर का अधिकाधिक इस्तेमाल हो तथा ट्यूबवेल के पानी को रिजर्व रखा जाए, जिससे आवश्यकता पड़ने पर इनका इस्तेमाल किया जा सके।
डॉ कल्ला ने पानी, बिजली, सड़क, ग्रामीण विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य सहित समस्त विभागों द्वारा चलाई जा रही योजनाओं की प्रगति की जानकारी ली तथा अधिकारियों को निर्धारित समय में लक्ष्य प्राप्त करने के निर्देश दिए। डॉ कल्ला ने कहा कि अधिकारी योजनाओं के क्रियान्वयन में अतिरिक्त गंभीरता से कार्य करते हुए यह प्रयास करें कि स्वीकृत योजनाएं समयबद्ध रूप से पूरी हो तथा वांछित व पात्र व्यक्ति योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ प्राप्त कर सकें। उन्होंने कहा कि योजनाओं की क्रियान्वयन में किसी भी प्रकार की कोताही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
सफाई में न हो कोई ढिलाई
मंत्री ने कहा कि शहर में सफाई व्यवस्था की स्थिति भी अच्छी नहीं है। उन्होंने नगर निगम आयुक्त को शहर के पूर्व तथा पश्चिम दोनों विधानसभा क्षेत्रों में पर्याप्त संख्या में सफाई कर्मी लगाते हुए सफाई व्यवस्था दुरूस्त करवाने के निर्देश दिए।
डॉ कल्ला ने बीकानेर शहर में सड़कों की स्थिति की समीक्षा की तथा सड़कों की खराब स्थिति पर चिंता जताई और अधिकारियों को कहा कि तुरंत प्रभाव से मरम्मत करने योग्य सड़कों को दुरूस्त किया जाए तथा इस सम्बंध में न्यास, निगम तथा पीडब्ल्यूडी समन्वय कर कार्य करें, जिससे आमजन को कठिनाई का सामना नहीं करना पड़े। डॉ कल्ला ने इस सम्बंध में सम्बंधित अधिकारी की जवाबदेही तय करने के निर्देश दिए। गंगाशहर, भीनासर सहित शहर के अन्य क्षेत्रों में चल रहे सीवरेज कार्यों की गति धीमी है इसमें तेजी लाते हुए समयबद्ध रूप से कार्य पूर्ण किए जाएं। जहां सीवरेज कार्य पूर्ण हो चुका है वहां सेटलमेंट कर सड़क निर्माण का कार्य किया जाए। सर्वोदय बस्ती में भी सीवरेज कार्य के लिए तत्काल कार्यवाही की जाए, जिससे आमजन को राहत मिल सके। सीवरेज का कार्य पूर्ण गुणवता के साथ पूरा हो, इसमें किसी भी प्रकार की कोताही मिलने पर सम्बंधित के विरूद्ध कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।
न्यू बीकाणा और पशुपालन नगर को लेकर बनाए कार्ययोजना
डॉ कल्ला ने कहा कि शहर में पशुओं की बढ़ती संख्या को देखते हुए पशुपालन नगर का विकास किया जाए। इसके लिए यूआईटी शहर के नजदीक भूमि चिन्हित कर पशुपालकों को न्यूनतम दर पर भूमि उपलब्ध करवाए। जहां पशुपालक अपने पालतू पशु रख सकें तथा शहर में पशुओं के कारण यातायात भी प्रभावित न हो तथा संभावित दुर्घटना से बचा जा सके।
डॉ कल्ला ने कहा कि शहर की बढ़ती आबादी के मद्देनजर न्यू बीकाणा विकसित करने के सम्बंध अगले साठ दिनों में कार्ययोजना तैयार कर प्रस्तुत की जाए। न्यू बीकाणा में स्टेडियम, पार्क सहित अन्य सुविधाएं उपलब्ध हो इसका ध्यान रखा जाए। जिन कार्यों में वितीय स्वीकृति प्राप्त नहीं हुई है उनके लिए पत्र भिजवाएं।
संडे हाट हो बंद
डॉ कल्ला ने कहा कि कोटगेट क्षेत्र में संडे हाट से नागरिकों को ट्रेफिक जाम की स्थिति का सामना करना पड़ रहा है। उन्होंने कहा कि इस पर रोक लगे तथा वेंडरों को वैकल्पिक स्थान उपलब्ध करवाया जाए। साथ ही शहर के कोटगेज सहित हेरिटेज क्षेत्र में सौन्दर्य बनाए रखने के लिए बिजली पोल आदि को हटाकर केबल को अंडरग्राउण्ड किया जाए।
फड़ बाजार प्रकरण में न्यास करे अच्छे से पैरवी
डॉ कल्ला ने कहा कि फड़ बाजार मुहाने से दुकानंे हटवाने की कार्यवाही की गई तथा मुआवजे भी दिया गया। परन्तु अब दुकाने पुनः बन जाने से आमजन को परेशानी उठानी पड़ रही है। इस मामले में नगर विकास न्यास अच्छे से पैरवी करे ताकि लोगों को सहूलियत हो सके।
मनरेगा के क्रियान्वयन पर जताई चिंता
डॉ कल्ला ने मनरेगा के तहत जिले में हो रहे कार्यों की स्थिति पर असंतोष प्रकट करते हुए कहा कि बीकानेर के अकाल प्रभावित जिलों की श्रेणी में आने के चलते यह प्रयास हो कि मनरेगा के माध्यम से वांछित व्यक्ति न्यूनतम रोजगार प्राप्त कर सके। मनरेगा के तहत सृजनात्मक कार्य करवाने की दिशा में पीडब्ल्यूडी सहित अन्य विभाग समन्वय कर कार्य करें। डॉ कल्ला ने प्रधानमंत्री आवास योजना, स्वच्छ भारत मिशन, बीएडीपी के तहत चल रहे कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि अधिकारी अपने स्तर पर बैठक लें तथा समय पर आवंटित पैसा व्यय कर लोगों को लाभान्वित करें।
मंत्री ने सीएमएचओ को जिले में चिकित्सा व्यवस्था सुदृढ़ रखते हुए पीएचसी व सीएचसी में आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा। उन्होंने कहा कि मौसमी बीमारियों की रोकथाम के लिए भी कार्य किया जाए।
पात्र व्यक्ति को मिले एनओसी
ऊर्जा मंत्री डॉ कल्ला न्यास सचिव को निर्देश दिए कि 2012-13 में जिन व्यक्तियों को शिविर लगाकर पट्टे जारी किए गए थे, उनमें से एसीडी प्रकरणों के अतिरिक्त पात्र व्यक्तियों के अविलम्ब एनओसी दी जाए। इस कार्य में यदि किसी भी स्तर पर टालमटोल किया गया तो सम्बंधित के विरूद्ध सख्त अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाएगी।
डॉ कल्ला ने कहा कि खेजड़ी वृक्षों के काटने पर पूर्ण रोक तथा हिरण सहित अन्य पशुओं के शिकार न हो इसके पुलिस तथा वन विभाग समन्वय कर पूर्ण मुस्तैदी के साथ कार्य करें।
विश्वविद्यालय बनाए साइकिल वेलोड्रम
डॉ कल्ला ने कहा कि महाराजा गंगासिंह विश्वविद्यालय परिसर में एक बड़ा भूभाग वर्तमान में खाली पड़ा है इसमें से साइकिल वेलोड्रम के लिए भूमि का चिन्हीकरण कर विश्वविद्यालय साइकिल वेलोडम का निर्माण करवाएं। साथ ही, विश्वविद्यालय परिसर में स्पोटर्स कॉम्पलेक्स व ऑडिटोरियम भी विकसित किया जाए। उन्होंने विश्वविद्यालय के उपरजिस्ट्रार डॉ बिठ्ठल बिस्सा को निर्देश दिए कि 41 करोड़ रूपए की लागत से प्रस्तावित स्पोटर्स कॉम्पलेक्स तथा ऑडीटोरियम का तकमीना व वितीय स्वीकृति की जानकारी जिला प्रशासन को उपलब्ध करवाई जाए, जिससे शीघ्र ही दोनों कार्यों के साथ ही साइकिल वेलोड्रम के निर्माण में जिला प्रशासन द्वारा राज्य सरकार से आवश्यक स्वीकृति प्राप्त कर शीघ्र ही शिलान्यास किया जा सके। ताकि इनका फायदा यहां के विद्यार्थियों व निवासियों को मिल सके।डॉ कल्ला ने जिले के किसानों की यूरिया वितरण कर समस्या दूर करने तथा कालाबाजारी रोकने के निर्देश दिए।
बैठक में जिला कलक्टर कुमारपाल गौतम, पुलिस अधीक्षक सवाईसिंह गोदारा, आयुक्त नगर निगम प्रदीप गवांडे, मुख्य अभियंता जलदाय विभाग (प्रोजेक्ट) बी कृष्णन, मुख्य अभियंता जलदाय विभाग (शहरी) आई डी खान, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद, अजीत सिंह राजावत, अतिरिक्त जिला कलक्टर प्रशासन ए एच गौरी, अतिरिक्त जिला कलक्टर (शहर) शैलेन्द्र देवड़ा, बीकानेर उपखंड अधिकारी मोनिका बलारा सहित पानी, बिजली, शिक्षा, चिकित्सा, वन, कृषि, पशुपालन सहित विभिन्न विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।

error: Content is protected !!