एसकेआरएयूः प्रशिक्षण व जागरुकता कार्यक्रम आयोजित

बीकानेर, 5 जनवरी। स्वामी केशवानंद राजस्थान कृषि विश्वविद्यालय के बीछवाल स्थित कृषि विज्ञान केंद्र में शनिवार को ‘पौधा किस्म एवं कृषक अधिकार संरक्षण अधिनियम 2001’ पर कृषक प्रशिक्षण व जागरुकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इसमें 50 किसानों एवं कृषक महिलाओं ने भाग लिया।
इस अवसर पर विश्वविद्यालय के प्रसार शिक्षा निदेशक डाॅ. एस. के. शर्मा ने कहा कि किसानों को फसलों के बीजों के संग्रहण एवं संरक्षण करने की सीख दी, जिससे किसान समय रहते बुवाई कर अधिक से अधिक उपज प्राप्त कर सकें। अनुसंधान केन्द्र के क्षेत्रीय निदेशक प्रो. पी. एस. शेखावत ने क्षेत्र की फसलों की किस्मों का महत्त्व बताते हुए किसानों को कृषि प्रबंधन के अंतर्गत खरपतवार प्रबंन्धन, कीट प्रबंधन, पौषक तत्व प्रबंधन, मौसम की जानकारी एवं पशुओं के चारे आदि के बारे में जानकारी प्रदान की।
अतिरिक्त निदेशक (बीज) डाॅ. एम.एम. शर्मा ने बीजों के बारे में जानकारी दी। उन्होंने बीज संरक्षण, सही बीज, उत्पादन, तकनीकी आदि के बारे में विस्तृत जानकारी दी। परीक्षा नियंत्रक एवं पौध प्रजनक प्रो. ए. के. शर्मा पौधा किस्म एवं कृषक अधिकार संरक्षण अधिनियम 2001 के बारे मे बताया। अंत में अंत में कृषि विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष डॉ. दुर्गा सिंह ने किसानों को परंपरागत बीजों के रख रखाव के बारे में बताया।

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