बंजारा समाज के 70 जोड़ों ने दी आहुतियां, सभी ने शाकाहार जीवन जीने का लिया संकल्प
शाहपुरा-
संतोषपुरा ग्राम में आयोजित श्री पंचकुंडात्मक विष्णु महायज्ञ की पूर्णाहुति गुरूवार को समारोह पूर्वक विधि विधान के साथ खानिया के बालाजी मंदिर महंत रामदासजी महाराज के सानिध्य व यज्ञाचार्य पं. भेरूलाल शास्त्री के निर्देशन में धार्मिक उल्लास के वातारण में हुई। पूर्णाहुति में बंजारा समाज के 70 जोड़ों ने आहुतियां दी और सभी ने आज से शाकाहार जीवन जीने का संकल्प लिया। इस मौके पर रामदेव मंदिर पर कलश स्थापना का आयोजन भी विधि विधान के साथ किया गया।
गुरूवार को प्रातः यज्ञाचार्य पं. भेरूलाल शास्त्री के निर्देशन में विद्धान पंडितों ने प्राण प्रतिष्ठित होने वाली मूर्तियों की पूजा अर्चना कर प्राण प्रतिष्ठा करायी। इस बीच महंत रामदासजी महाराज की मौजूदगी में पंचकुंडात्मक महायज्ञ की पूर्णाहुति कर महाआरती वंदना की गई। अभिजीत मूहर्त में मंदिर में बाबा रामदेव, शिवपरिवार व हनुमानजी की मूर्ति की स्थापना कर मंदिर के शिखर पर कलश की स्थापना वैदिक मंत्रोचार के साथ की गई। महायज्ञ की पूर्णाहुति के मौके पर बंजारा समाज के प्रतिष्ठित लोगों के अलावा शाहपुरा से भी हनुमान भक्तों ने भाग लिया।
इस मौके पर हरिबोल प्रभात फैरियों का संगम भी आयोजित हुआ। गांव के बाहर स्थित विद्यालय से 11 गावों से आयी हरिबोल प्रभात फैरियों के भक्तों ने भजनों की प्रस्तुति से पूरे गांव को गूंजायमान कर दिया। इसके पश्चात उपस्थित लोगों ने मंदिर में महाआरती वंदना की तथा खानिया के बालाजी मंदिर महंत रामदासजी महाराज व यज्ञाचार्य पं. भेरूलाल शास्त्री का बंजारा समाज की ओर से सम्मान किया गया।
इस मौके पर खानिया के बालाजी मंदिर महंत रामदासजी महाराज ने कहा कि संतोषपुरा जेसे छोटे गांव में बंजारा समाज ने इतना बड़ा धार्मिक अनुष्ठान कराके धर्म को बढ़ावा दिया है। उन्होंने महायज्ञ के पूर्णाहुति के मौके पर महायज्ञ में बैठने वाले 70 जोड़ो ंके शाकाहार जीवन जीने का संकल्प लेने को ऐतिहासिक बताते हुए कहा कि बंजारा समाज में इससे न केवल सामाजिक जागृति आयेगी वरन अब समाज में शिक्षा का भी प्रसार हो सकेगा।