बीकानेर 5 मार्च 2019 । भाकृअनुप-राष्ट्रीय उष्ट्र अनुसंधान केन्द्र, बीकानेर की ओर से आज दिनांक को केन्द्र में उष्ट्र पर्यावरणीय पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से पर्यटन विभाग, होटल उद्यमियों के साथ एक परिचर्चा का आयोजन किया गया जिसमें केन्द्र में उष्ट्र पर्यटन को और अधिक बेहतर बनाने तथा बीकानेर स्तर पर पर्यटन आदि से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई।
केन्द्र निदेशक डॉ.आर.के.सावल ने इस चर्चा बैठक में कहा कि केन्द्र एक विश्व प्रसिद्ध अनुसंधान केन्द्र होने के साथ-साथ पर्यटन स्थल के रूप में जाना जाता है। डॉ.सावल ने कहा कि बदलते परिदृश्य में पर्यावरणीय पर्यटन के महत्व को ध्यान में रखते हुए एनआरसीसी में उष्ट्र से संबंधित पर्यटन को और अधिक बेहतर बनाने की जरूरत है ताकि इससे ऊँट पालक प्रेरित होकर इस व्यवसाय के माध्यम से अपनी आमदनी में बढ़ोतरी कर सके। बैठक के दौरान केन्द्र निदेशक ने एनआरसीसी की पर्यटन संबंधी आगामी गतिविधियों पर भी बात करते हुए एनआरसीसी तथा इसकी पर्यटन से जुड़ी जानकारी को सूचनात्मक पत्रक के रूप में सभी पर्यटन स्थलों एवं होटल व्यवसायिकों को उपलब्ध करवाने की भी बात कही।
बैठक में केन्द्र में पर्यटन को और अधिक बेहतर बनाने की दिशा में विभिन्न अतिथियों द्वारा आए सुझावों में यह बाते सामने आई कि इस हेतु केन्द्र में भ्रमणार्थ आने वाले सैलानियों हेतु उपयुक्त वातावरण के सृजन, उष्ट्र सवारी सुविधा में बढ़ोतरी, कैफेटेरिया की सुविधा इत्यादि की ओर ध्यान दिया जाना चाहिए।
परिचर्चा के समन्वयक डॉ.देवेन्द्र कुमार ने केन्द्र में पर्यटन संबंधी गतिविधियों पर प्रकाश डाला।
(देवेन्द्र कुमार)
वैज्ञानिक