प्रेस क्लब को क्रिकेट के लिए दो लाख देने की घोषणा

जयपुर। मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत ने पिंकसिटी प्रेस क्लब, जयपुर को क्रिकेट की गतिविधियों के लिए मुख्यमंत्राी सहायता कोष से दो लाख रुपये देने की घोषणा की है।
श्री गहलोत शुक्रवार को यहां सवाई मानसिंह स्टेडियम में पिंकसिटी प्रेस क्लब, जयपुर के तत्वावधान में आयोजित प्रेस प्रीमियर लीग ट््वंटी-ट्वंटी क्रिकेट प्रतियोगिता के समापन अवसर पर पुरस्कार वितरण समारोह को संबोधित कर रहे थे। मुख्यमंत्राी ने इस अवसर पर प्रतियोगिता की विजेता डीएनए तथा उपविजेता डीजी केबल की टीमों को ट्रॉफी प्रदान करने के साथ प्रतियोगिता में शानदार प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों, आयोजन में सहयोग करने वाले पदाधिकारियों, अम्पायरों आदि को पुरस्कृत किया।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि पत्राकारों एवं राजनेताओं पर अपने काम का दबाव रहता है। ऐसे में इस प्रकार के आयोजन से उन्हें स्वस्थ मनोरंजन एवं अपने साथियों के साथ समय बिताने का सुअवसर मिलता है। उन्होंने उम्मीद जताई कि पहली बार शुरू हुआ यह सिलसिला आगे भी जारी रहना चाहिए। इसके लिए राज्य सरकार एवं खेल परिषद् आपको सहयोग के लिए सदैव तैयार रहेंगे। उन्होंने कहा कि दो लाख रुपये प्रेस क्लब को दिए जाएंगे और यह पैसा भविष्य में क्रिकेट के लिए मैदान की आवश्यकताओं आदि के लिए रहेगा।
कार्यक्रम में राज्य क्रीडा परिषद् के अध्यक्ष श्री शिवचरण माली ने परिषद् के माध्यम से प्रदेश में खेल गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए किए जा रहे प्रयासों की जानकारी दी।
पिंकसिटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष श्री किशोर शर्मा ने कहा कि इस खेल आयोजन से प्रतिभागी पत्राकारों में आपसी सम्पर्क एवं जुड़ाव बढ़ा है। उन्होंने आयोजन में सहयोग के लिए राज्य सरकार, क्रीडा परिषद् तथा राजस्थान क्रिकेट एसोसिएशन के प्रति आभार व्यक्त किया।
वरिष्ठ पत्राकार श्री प्रवीणचंद छाबड़ा ने क्रिकेट के बारे में अपने संस्मरण सुनाए। प्रेस क्लब के महासचिव श्री राधारमण शर्मा ने भी संबोधित किया।
इस अवसर पर हरिदेव जोशी पत्राकारिता एवं जनसंचार विश्वविद्यालय के कुलपति श्री सनी सेबेस्टियन, सूचना एवं जनसम्पर्क निदेशक डॉ. लोकनाथ सोनी, प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष श्री एल. एल. शर्मा, वरिष्ठ पत्राकार श्री वशिष्ठ कुमार शर्मा सहित बड़ी संख्या में पत्राकार उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन पत्राकार श्री आशीष मेहता ने किया।

मुख्यमंत्राी ने पुस्तक ‘शुभ विवाह‘ का विमोचन किया
जयपुर। मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार प्रातः यहां अपने राजकीय निवास पर लेखिका श्रीमती रजनी बोरड द्वारा लिखित पुस्तक ‘शुभ विवाह‘ का विमोचन किया।
श्री गहलोत ने विवाह जैसे मांगलिक अवसर के आयोजन को यादगार बनाने तथा इससे संबंधित रस्मों एवं रीति रिवाजों के विभिन्न पहलुओं को संकलित करने के लिए लेखिका के प्रयास की सराहना की। उन्होंने कहा कि यह पुस्तक सभी के लिए उपयोगी रहेगी।
मुख्यमंत्राी को श्रीमती रजनी बोरड ने पुस्तक की विषयवस्तु की जानकारी देते हुए बताया कि इस पुस्तक में विवाह की रस्मों का प्रसंग सहित सचित्रा वर्णन करने का प्रयास किया गया है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्राी के उप सचिव श्री प्रदीप बोरड एवं उनके परिवार के अन्य सदस्य भी उपस्थित थे।

गुजराल के निधन पर गहरी संवदेना व्यक्त
जयपुर। मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत ने पूर्व प्रधानमंत्राी श्री इन्द्र कुमार गुजराल के निधन पर गहरा शोेक व्यक्त किया है।
श्री गहलोत ने अपने शोक संदेश में कहा कि गरिमामय व्यक्तित्व के धनी स्व.श्री गुजराल ने युवावस्था में ही देश के स्वंतत्राता आंदोलन में सक्रिय भूमिका अदा की। उन्होंने देश की विदेश नीति के सफल क्रियान्वयन के लिये पूर्ण प्रतिबद्धता से कार्य करने के साथ ही केन्द्र सरकार में अनेक मंत्रालयों का कार्यभार संभाला तथा देश के प्रधानमंत्राी बने। एक राजनयिक के रूप में भी उन्होंने अपनी महत्वपूर्ण सेवाएं दी।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि उनके निधन से देश ने एक संवेदनशील एवं जागरूक राजनीतिज्ञ खो दिया है। उन्होंने कहा कि स्व. गुजराल के देश के विकास एवं साहित्यिक-सांस्कृतिक क्षेत्रा में दिये गये योगदान का सदैव स्मरण किया जाएगा।
पूर्व प्रधानमंत्राी श्री इन्द्र कुमार गुजराल के निधन पर शोक प्रस्ताव पारित

7 दिन का राजकीय शोक घोषित
जयपुर। मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता मशुक्रवार सायं यहां मुख्यमंत्राी कार्यालय मराज्य मंत्रिपरिषद की बैठक मपूर्व प्रधानमंत्राी श्री इन्द्र कुमार गुजराल के निधन पर शोक व्यक्त किया गया।
बैठक मशोक प्रस्ताव पारित किया गया और दिवंगत की आत्मा की चिर शांति के लिये दो मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी गई। मंत्रिपरिषद की बैठक मयह भी निर्णय लिया गया कि पूर्व प्रधानमंत्राी श्री इन्द्र कुमार गुजराल के निधन पर राज्य म30 नवम्बर से 6 दिसम्बर, 2012 तक 7 दिनांे का राजकीय शोक रखा जाएगा। इस दौरान उनके सम्मान मराष्ट्रीय ध्वज आधे झुकाये रखने के साथ ही सरकारी मनोरंजन के कार्यक्रमों का आयोजन नहीं किया जायेगा।
मंत्रिपरिषद की बैठक मपारित शोक प्रस्ताव अविकल रूप से इस प्रकार है:-
’’श्री इन्द्र कुमार गुजराल का जन्म 4 दिसम्बर, 1919 को हुआ था। वे 21 अप्रैल, 1997 से 19 मार्च, 1998 तक भारत गणराज्य के 12 वें प्रधानमंत्राी रहे। तत्समय वे राज्यसभा के सदस्य थे।
श्री गुजराल एक स्वतंत्राता सेनानी थे एवं वर्ष 1942 में भारत छोड़ो आंदोलन के समय जेल गये थे। वे सामान्यतया उर्दू में वार्तालाप करते थे एवं अपने खाली समय में उर्दू में कवितायें लिखते थे। वर्ष 1975 के दौरान वे भारत सरकार में सूचना एवं प्रसारण मंत्राी थे तथा कुछ समय सोवियत रूस के राजदूत भी रहे । वर्ष 1996 में वे देवगौड़ा सरकार में विदेश मंत्राी भी रहे। वे योजना आयोग के अध्यक्ष एवं भारत के वित्त मंत्राी भी रहे। वर्ष 1999 में उन्होंने सक्रिय राजनीति से सन्यास ले लिया एवं उनके पुत्रा श्री नरेश गुजराल उनके स्थान पर सांसद बने।
आपके निधन से देश ने एक सच्चा देश प्रेमी, कुशल एवं अनुभवी प्रशासक तथा संसदीय मूल्यों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध एक संकल्पित व्यक्तित्व खो दिया है।
आपके निधन से प्रदेश को अपूरणीय क्षति हुई है। आपकी सेवाएं प्रदेशवासियों को चिर-स्मरणीय रहेंगी। ईश्वर दिवंगत आत्मा को चिर-शांति और शोक संतप्त परिवार को इस दःुखद घड़ी मधैर्य एवं साहस प्रदान करे।”

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