बीकानेर, 13 सितम्बर। अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवम् जन अभियोग निराकरण विभाग, मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद ने शुक्रवार को मदरसा सुलेमानी संस्था, मोहल्ला व्यापारियान, बीकानेर में मदरसा आधुनिकीकरण योजनान्तर्गत जिले के 36 मरदसों में अध्ययनरत बालकों के लिए राजस्थान मदरसा बोर्ड की ओर से विभिन्न सामग्री ड््यूलडेस्क, (फर्नीचर), बैग, टीएलएम आदि का वितरण किया।
इस सम्बंध में आयोजित समारोह के मुख्य अतिथि के रूप में जिला प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद ने कहा कि मुख्यमंत्री श्री अशोक गहलोत मदरसों को वैधानिक दर्जा दिलाने जा रहे है। इसके लिए जल्द ही एक बिल लाया जाएगा, जब बिल पारित हो जायेगा तो मदरसों के तमाम कार्य इस एक्ट के अनुसार होंगे। मदरसों के नियम बन जायेंगे और सरकार की ओर से इनके सुदृढ़ीकरण हो सकेगा। राज्य सरकार द्वारा बिल का ड्राफ्ट तैयार कर लिया गया है।
सालेह मोहम्मद ने कहा कि राज्य सरकार मदरसों में अध्ययनरत विद्यार्थियों की सुविधाओं के लिए कोई कमी नहीं छोड़ेगी। उन्हंे बेहतरीन शिक्षा मिले इसके लिए संसाधान उपलब्ध कराये जा रहे हंै। जिन मदरसों मे मदरसा पैरा टीचर अधिक है, समानीकरण कर, उन्हें अन्य मदरसों में भेजा जायेगा। साथ ही जिन मदरसों में कम्प्यूटर नहीं है, उनमें कम्प्यूटर के लिए बजट दिया जायेगा। मदरसों में स्मार्ट रूम बनाने तथा स्पोट्र्स सामग्री दी जायेगी। इसके लिए विभाग ने व्यवस्था की है। सभी मदरसे खेल सामग्री प्राप्त करने के लिए आवश्यकतानुसार प्रस्ताव बनाकर भिजवाएं। उन्होंने कहा कि मदरसों में गुणवतापूर्ण शिक्षा मिले इसके लिए वे सभी सुविधाएं देने के प्रयास किए जा रहे, जो अन्य विद्यालयों में दी जा रही है। उन्होंने कहा कि जिला अधिकारियों को निर्देश दिए गए है कि जिलो में विभाग जो भी गतिविधि करें, उसमें स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी सुनिश्चित हो। जनप्रतिनिधियों को विभाग की सभी योजनाओं की जानकारी दी जाये ताकि योजनाओं का लाभ अल्पसंख्यक समुदाय को मिल सके।
समारोह की अध्यक्षता करते हुए खाजूवाला विधायक गोविन्द मेघवाल ने कहा कि आज वही समाज आगे बढ़ेगा, जो शिक्षित होगा। शिक्षा के बिना इंसान की कोई गति नहीं। उन्होंने बाबा साहेब भीमराव अम्बेडकर का उदाहरण देते हुए कहा कि उस जमाने में सीमित साधन थे। प्रतिकूल परिस्थितियां होते हुए भी बाबा भीमराव अम्बेडकर शिक्षा की बदौलत महान व्यक्ति बने। सुविधाओं के अभाव का बहाना बनाकर, अपने बच्चों को शिक्षा से वंचित ना रखे। शिक्षा से जहां एक और बच्चा संस्कारित बनता है, वहीं दूसरी और उसमें अपने समाज व देश के प्रति कर्तव्यों का ज्ञान होता है। अतः हमें अपने बच्चों को संस्कारित बनाना है। इनमें देशभक्ति का ज़ज्बा पैदा करना है। उन्हांेने कहा कि खाजूवाला विधानसभा क्षेत्र में अल्पसंख्यक समुदाय के बच्चों की शिक्षा के लिए आवश्यक संसाधन सुलभ करवाएं जायेंगे। विधायक कोटे से सड़क, बिजली, सहित मूलभूत सुविधाएं सुलभ करवाई जायेगी।
इस अवसर पर नगर निगम के पूर्व महापौर मकसूद अहमद ने नगर विकास न्यास द्वारा पूर्व मंे स्वीकृत अल्पसंख्यक छात्रावास का निर्माण करवाने, यूआईटी द्वारा पूर्व में 13 समाजों के लिए भवन के लिए स्वीकृति भूमि का आवंटन करने, ऊर्दू पैराटीचर को नियमित करने अथवा उनका मानदेय 20 से 25 हजार करने की मांग की। उन्होंने कहा कि नगर विकास न्यास ने रानी बाजार के पुल के किनारे 30 साल पुराने कब्रिस्तान की भूमि की निशानदेही करवाई जाए। साथ ही पूर्व में इसमें नगर विकास ने मुसाफिर खाने का निर्माण शुरू किया था, जिसका लगभग 80 प्रतिशत काम पूरा हो गया था, परन्तु यह कार्य अब बंद है। उन्होंने कहा कि इस मुसाफिर खाने का कार्य पूरा करवाया जाए, जिससे अल्पसंख्यक समाज को इसका लाभ मिल सके। इस पर अल्पसंख्यक मामलात मंत्री ने आश्वस्त किया कि उनकी इन मांगों पर राज्य सरकार सकारात्मक निर्णय लेगी।
जिला अल्पसंख्यक अधिकारी शहजाद अहमद ने अतिथियों का स्वागत किया और विभागीय गतिविधियों की जानकारी दी। परियोजना अधिकारी नबाव अली ने आभार व्यक्त किया।इस अवसर पर मौहल्ला व्यापारियान की ओर से अध्यक्ष जहरूद्दीन मंत्री का साफा पहनाकर स्वागत किया। समारोह की शुरूआत तिलावते कुरान व नाते पाक के साथ हुई। कार्यक्रम में जियाउर रहमान, पूर्व पार्षद हारूण राठौड़, नेता प्रतिपक्ष निगम जावेद पडिहार, सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग के पूर्व सहायक निदेशक मोहम्मद सलीम, साजिद सुलेमानी, अब्दुल मजीद सहित अल्पसंख्यक समुदाय के गणमान्य व्यक्ति एवं जिले के पंजीकृत मदरसों के सदर सचिव उपस्थित थे।
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सत्य, त्याग का पर्याय है गांधी दर्शन, गांधीजी के जीवन से सीखंे भावी पीढ़ी-सालेह मोहम्मद
तीन दिवसीय कार्यक्रमों का समापन समारोह आयोजित
बीकानेर, 13 सितम्बर। अल्पसंख्यक मामलात, वक्फ एवम् जन अभियोग निराकरण विभाग तथा जिला प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद ने कहा है कि गांधीजी का पूरा जीवन संघर्ष, सत्य, त्याग और अहिंसा का पर्याय है। महात्मा गांधी के जन्म के 150 वे ंवर्ष के उपलक्ष में जिला स्तर पर आयोजित तीन दिवसीय कार्यक्रमों के रवीन्द्र रंगमंच पर शुक्रवार को आयोजित समापन समारोह को सम्बोधित करते हुए जिला प्रभारी मंत्री सालेह मोहम्मद ने महात्मा गांधी को नमन किया और कहा कि देश की आने वाली पीढ़ियों को गांधीजी के जीवन संघर्ष और दर्शन से परिचित करवाने के उद््देश्य से प्रदेश के प्रत्येक जिले में तीन दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि गांधी दर्शन को वही समझ सकता है जिसने गांधीजी के जीवन को करीब से पढ़ा, जाना और उनके सिद्धान्तों की अनुपालना की।
प्रभारी मंत्री ने कहा कि गुड गवर्नेंस को हासिल करने के लिए शासन में पारदर्शिता सबसे जरूरी है। राज्य सरकार न केवल गांधीजी के सिद्धान्तों व आदर्शों के प्रति श्रद्धा रखती है बल्कि गांधीजी के सिद्धान्तों को अपने कार्य में अपनाती है। शिक्षा, भोजन, सूचना, सुनवाई तथा सेवा प्रदान करने की गारंटी जैसे कानून गांधी दर्शन की अनुपालना के सबसे बड़े उदाहरण है । जिस लोकतंत्र की कल्पना गांधीजी ने की थी उसे साकार करने में लोगों की भागीदारी सबसे महत्वपूर्ण है, सरकार का यह प्रयास है कि आमजन हो या शासन में बैठे कर्मचारी-अधिकारी सभी गांधीजी के समर्पण और त्याग से भरे जीवन दर्शन से परिचित हो। उन्होंने कहा कि गांधीजी के जन्म के 150 वें वर्ष के उपलक्ष में हुए इन आयोजनों से भावी पीढ़ी को एक नई प्रेरणा मिलेगी और वे गांधी दर्शन को करीब से जान सकेंगे।
जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम ने गांधीजी को याद करते हुए कहा कि गांधीजी के जीवन व दर्शन का लाभ समाज को मिले इसके लिए विभिन्न आयोजन किए गए। गांधीजी के सिद्धान्तों को हम अपने जीवन में अपनाए और आदर्श रामराज्य का निर्माण करने में अपना योगदान दें। उन्होंने कहा कि परिचर्चा से युवा पीढ़ी को गांधीजी के जीवन के महत्वपूर्ण प्रसंग और प्रासंगिकता गहराई से समझने का अवसर प्राप्त हुआ है। खाजूवाला विधायक गोविन्द मेघवाल ने कहा कि गांधी सदैव प्रासंगिक रहेंगे। प्रजातंत्र को मजबूत करने के लिए गांधी दर्शन से बड़ा कोई दर्शन नहीं है। उन्होंने कहा कि समाज में समानता की स्थापना के लिए धर्म, जाति से उपर उठकर वैज्ञानिक दृष्टिकोण का विकास करें, गांधी को अपनाएं। इस अवसर पर जिला स्तरीय समिति के सयोजक संजय आचार्य ने सभी का आभार जताया।
गांधी दर्शन और शासन में पारदर्शिता -पर संगोष्ठी आयोजित
इससे पहले गांधी दर्शन और शासन में पारदर्शिता विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठी में वक्ताओं ने गांधीजी के जीवन पर प्रकाश डालते हुए उनके दर्शन की प्रासंगिकता और शासन में पारदर्शिता स्थापित करने में इस दर्शन की अहमियत पर विचार रखे। संगोष्ठी में मुख्य वक्ता के रूप में राजीव गांधी स्टडी सर्किल के सतीश राय ने कहा कि शासन में पारदर्शिता तभी आएगी जब महात्मा गांधी द्वारा दिए गए लोकतंत्र के बुनियादी मूल्यों को स्वीकार किया जाएगा। उन्होंने कहा कि गांधी सबसे बड़े व्यावहारिक रणनीतिकार थे जिनके नेतृत्व में चंपारण सत्याग्रह से लेकर भारत छोड़ो आंदोलन तक की समस्त गतिविधियां आयोजित हुई। महात्मा गांधी ने भारतीय राष्ट्रीय आंदोलन में भारत के किसान, मजदूर, व्यापारी, युवा, महिलाओं को जोड़कर पूरे देश में राजनीतिक लोक चेतना का सफल प्रयोग किया जिसकी परिणीति देश की आजादी के रूप में अगली पीढ़ी को मिली। गांधी ने चरखे और दांडी मार्च के जरिए गांधी ने दुनिया के सबसे बड़े साम्राज्यवादी ताकत को चुनौती दी। गांधी के जीवन का हर संघर्ष और दर्शन हमें अपने जीवन में हर मोर्चे पर अपने आदर्शों और सिद्धांतों के साथ कोई समझौता ना करते हुए सत्य का पक्ष लेते हुए डटे रहने का संदेश देता है। वर्तमान में हम जिस समतावादी समाज के निर्माण का सपना देखते हैं उसके रास्ते गांधी दर्शन से होकर ही गुजरते हैं। जन आमुखता और संवाद परकता शासन की दो अपरिहार्य जिम्मेदारियां है जिनसे शासन पारदर्शी बन सकता है तथा गांधी दर्शन से हम इन जिम्मेदारियों को अपनाने का ढंग सीख सकते हैं।
इस अवसर पर वक्ता के रूप में मधु आचार्य आशावादी ने कहा कि जब किसी व्यक्ति का जीवन दर्शन बन जाता है तो वह इतिहास से अधिक व्यापक हो जाता है। गांधीजी ने जो जीवन जिया और आज उनके जो सिद्धान्त हमारे सामने है उसके अनुसार गांधी अब वोट मांगने का साधन नहीं है। यह बात शासन करने वाले तथा राजनेताओं को समझ लेनी चाहिए। आचार्य ने कहा कि शासन में ऐसी व्यवस्था हो कि निर्णय लेने की शक्ति ग्राम सभा को हो। ऐसा हो जाने से सता का चरित्र हमेशा जनहित के निर्णय लेना का होगा। आशावादी ने कहा कि गांधी दर्शन यह है कि योजना गांव से चलकर ऊपर की ओर जाए, विशेषकर शिक्षा और चिकित्सा के निर्णय ग्राम सभा से होकर ऊपर जाने चाहिए। चाहे किसी भी दल से जुड़े गांधी दर्शन हर परिस्थिति में प्रासंगिक रहेगा।
संगोष्ठी में विजय एरी ने कहा कि गांधीजी ने अपने जीवन में पारदर्शिता रखी, वर्तमान में गांधी दर्शन को मानते हुए लोकतंत्र में भी पारदर्शिता उन मानदण्डों पर ही रहनी चाहिए। गांधीजी ने अपनी जीवनी में अपने जीवन के हर सत्य को आमजन के सामने रखा। एरी ने कहा कि शासन निरकुंश नहीं हो इसके लिए शासन में गरीब की भागीदारी सुनिश्चित होनी चाहिए। गांधी हमारे देश की आत्मा है।
संगोष्ठी में डाॅ श्रीलाल मोहता ने कहा कि हिन्द स्वराज के माध्यम से गांधी ने भारत की संस्कृति की प्रतिष्ठा की और भौतिकवाद की आलोचना की। वे बुनियादी शिक्षा के माध्यम से मातृभाषा में शिक्षा देने के पैरोकार थे। वे साधन व साध्य दोनों की पवित्रता में विश्वास करते थे, इस सिद्धान्त को आज शासन में अपनाने की सर्वाधिक आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि गांधीजी के ट्रस्टीशिप का सिद्धान्त वर्तमान में सर्वाधिक प्रासंगिक है। शासन में सत्य, अंिहसा, अपरिग्रह जैसे सिंद्धातों की आवश्यकता है। गांधी के जीवन को दर्शन और उनके द्वारा जीवन में सत्य के साथ किए प्रयोग के माध्यम से समझा जा सकता है। गांधी को समझने के लिए नेहरू को पढ़ना होगा। मोहता ने कहा कि शासन को जिन भी तरीकों से जनता के नजदीक लाया जा सकता है उनके लिए गांधी दर्शन को पढ़ने व अपनाने की आवश्यकता है।
ये रहे जिलास्तरीय विजेता
इस अवसर पर अतिथियों ने निबंध, चित्रकला तथा भाषण प्रतियोगिताओं के जिला स्तरीय विजेताओं को पुरस्कृत किया। महाविद्यालय स्तर की निबंध प्रतियोगिता में बिन्नाणी कन्या महाविद्यालय की शिल्पा सुथार प्रथम, एमएलबी काॅलेज नोखा की संगीता कंवर द्वितीय तथा बेसिक पीजी महाविद्यालय के मयंक शर्मा तृतीय स्थान पर रहने के लिए पुरस्कृत किया गया। इसी प्रकार भाषण प्रतियोगिता में बीजेएस रामपुरिया विधि महाविद्यालय की वंदना सारस्वत को प्रथम, राजकीय महाविद्यालय लूणकरनसर की पूजा गोस्वामी को द्वितीय तथा डूंगर काॅलेज के देवेन्द्र सिंह शेखावत को तीसरे स्थान के लिए सम्मानित किया गया। इसी प्रकार चित्रकला प्रतियोगिता में बीजेएस रामपुरिया जैन काॅलेज की खुशबू रघुवंशी ने प्रथम, बिन्नाणी कन्या महाविद्याालय की दिव्या सोनी द्वितीय और बोथरा काॅलेज की सुरभि आंचलिया तीसरे स्थान पर रही।
स्कूल स्तर पर भाषण प्रतियोगिता में शहीद ओम प्रकाश बिश्नोइ राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय खाजूवाला के अंशु को प्रथम, राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय कोलायत के कमल जाजड़ा को द्वितीय तथा राजकीय आदर्श उच्च माध्यमिक विद्यालय जयसिंह देसर मगरा के पवन चाहर को तीसरे स्थान के लिए पुरस्कृत किया गया। चित्रकला प्रतियोगिता में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय उदयरामसर की कोमल साद प्रथम, राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय दयानंद मार्ग की नंदिनी सोनी द्वितीय, राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बामनवाली की माया सुथार तृृतीय रही। इसी प्रकार निबंध प्रतियोगिता में राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय बरसिंहसर के श्रीराम सियाग प्रथम, सेठ भैरूंदान चैपड़ा राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय के ऋषि कोली द्वितीय तथा राजकीय बालिका माध्यमिक विद्यालय गजनेर की गंगा कुमावत को तृतीय स्थान पर रहने के लिए सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन), उपायुक्त नगर निगम अभिषेक सुराणा, महेन्द्र गहलोत, मदन मेघवाल, डाॅ. बिठ्ठल बिस्सा, यशपाल गहलोत, राजकुमार किराडू सहित बड़ी संख्या में राजकीय कर्मचारी, पंचायती राज के जनप्रतिनिधि तथा आमजन व विद्यार्थी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन ज्योति प्रकाश रंगा ने किया।
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ऊर्जा मंत्री डाॅ.कल्ला 15 सितम्बर को बीकानेर में
बीकानेर, 13 सितम्बर। ऊर्जा एवं जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी मंत्री डाॅ.बी.डी.कल्ला 15 सितम्बर को रेल से सुबह 04.30 बजे बीकानेर आएंगे। वे स्थानीय कार्यक्रम मंे भाग लेंगे और जनसुनवाई करेंगे। डाॅ.कल्ला 17 सितम्बर को सुबह 05.30 बजे राजकीय वाहन से जैसलमेर के लिए प्रस्थान करेंगे।
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तराजू (कांटा ) सही नहीं पाये जाने पर अभियोग दर्ज
बीकानेर, 13 सितम्बर। सहायक नियंत्रणक विधिक माप विज्ञान विभाग के सहायक नियंत्रक भंवर सिंह राठौड़ ने गजनेर रोड पुगल फांटा स्थित दो दुकानों के विरूद्ध प्रकरण दर्ज किया है।
राठौड़ ने बताया कि इन दुकानदारों ने कार्टून सहित गुड़ तोलते हुए पैकेज कमोडिटी नियम 2011 की पालना नहीं थी। इन पर प्रकरण दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि पवनपुरी क्षेत्र में एक मिठाई की दुकान में असत्यापित कांटा पाये जाने पर कांटा को जब्त कर, अभियोग दर्ज किया गया है।
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कनिष्ठ सहायकों की टंकण परीक्षा 28 सितम्बर को
बीकानेर, 13 सितम्बर। अनुकम्पा नियुक्ति प्राप्त कनिष्ठ सहायकों की कम्प्यूटर टंकण परीक्षा 28 सितम्बर को सुबह 9 बजे राजीव गांधी सेवा केन्द्र,गंगा थियेटर सिनेमा हाॅल के पास बीकानेर में आयोजित की जायेगी।
अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रशासन) ए.एच.गौरी ने बताया कि सभी अभ्यर्थी 20 सितम्बर को अपने प्रवेश पत्र जिला कलक्टर कार्यालय की स्थापना शाखा कमरा नम्बर 13 से कार्यालय समय मंे प्राप्त कर सकते है। उन्होंने बताया कि टंकण परीक्षा कम्प्यूटर पर आयोजित होगी और अभ्यर्थी अपने साथ स्वयं का की-बोर्ड ला सकेगे।
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राजस्व अधिकारियों की बैठक 18 को
बीकानेर, 13 सितम्बर। जिला कलक्टर कुमार पाल गौतम की अध्यक्षता में राजस्व अधिकारियोंकी बैठक कलेक्ट्रेट सभागार में 18 सितम्बर को अपरान्ह 3.00 बजे आयोजित होगी।
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15 अक्टूबर तक होगा मतदाता सत्यापन
बीकानेर, 13 सितम्बर। जिले में चलाए जा रहे मतदाता सत्यापन कार्यक्रम के तहत बूथ लेवल अधिकारी 15 अक्टूबर तक घर-घर जाकर प्रत्येक पंजीकृत मतदाता का सत्यापन करेंगे
जिला निर्वाचन अधिकारी कुमार पाल गौतम ने बताया कि मतदाता वोटर हेल्पलाइन, मोबाइल ऐप, एनवीएसपी पोर्टल,काॅमन सर्विस सेन्टर/ई-मित्र कियोस्क व निर्वाचन पंजीकरण कार्यालय में मतदाता सुविधा केन्द्र के माध्यम से मतदाता सूची में अपनी प्रविष्टियां का सत्यापन कर सकते हैं। बीएलओ मतदाताओं से व्यक्तिगत सम्पर्क कर उनकी प्रविष्टियों का सत्यापन करेंगे। 1 जनवरी 2019 मंे मतदाता सूची में शेष रहे मतदाता को फार्म नम्बर 6 भरवाएंगे। मतदाता सूची में पंजीकृत स्थायी रूप से स्थानांतरित व मृत मतदाता की सूचना प्राप्त करेंगे और उनका फार्म 7 भरेंगे। उन्होंने बताया कि किसी मतदाता की प्रविष्टि में अंतर है तो इस के लिए फार्म नम्बर 8 व अप्रवासी भारतीयों हेतु फार्म नम्बर ’6 क’ प्राप्त करेंगे। उन्होंने बताया कि मतदाता सत्यापन कार्यक्रम के दौरान मतदाताओं द्वारा परिवार के सदस्यों की प्रविष्टियों का सत्यापन भी किया जा सकेगा।
गौमत ने बताया कि ’मतदाता सत्यापन कार्यक्रम’ का मूल उद्देश्य यह है कि 01 जनवरी, 2020 के संदर्भ में मतदाता सूचियों के प्रारूप प्रकाशन से पहले अर्हता दिनांक 1 जनवरी 2019 को सभी पात्र व्यक्तियों का मतदाता सूची में पंजीकरण किया जाए तथा मतदाता सूची में किसी भी स्थानान्तरित/मृत मतदाता का नाम मतदाता सूची में नहीं रहे। निर्वाचक पंजीकरण कार्यालय में मतदाता सविधा केन्द्र के माध्यम से मतदाता सूची में अपनी प्रविष्टियों का सत्यापन,आयोग द्वारा इस हेतु अधिकृत किए गए 7 दस्तावेजों यथा- भारतीय पास्पोर्ट, ड्राइविंग लाईसंस, आधार, राशन कार्ड, सरकारी/अर्द्ध सरकारी कर्मियों को जारी पहचान पत्र, बैंक की पासबुक, किसान पहचान पत्र एवं निर्वाचन आयोग द्वारा अधिकृत अन्य दस्तावेज में से किसी एक के साथ, किया जा सकेगा।जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि यदि मतदाता सूची की किसी प्रविष्टि में संशोधन किया जाना वांछनीय हो तो निर्धारित प्रपत्र में आॅनलाइन आवेदन पत्र भरकर प्रस्तुत कर सकेंगे।