जयपुर, 27 सितम्बर (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी द्वारा झालाना संस्थानिक क्षेत्र स्थित कार्यालय ’’अकादमी संकुल’’ में 27 सितम्बर, 2019 को मासिक साहित्यिक (अदबी) गोष्ठी का आयोजन किया गया।
अकादमी प्रशासक एवं जयपुर संभागीय आयुक्त के0सी0वर्मा ने बताया कि गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार कन्हैया अगनानी ने की। गोष्ठी में वरिष्ठ साहित्यकार सर्वश्री लक्ष्मण भंभानी ने कहानी ’’टुकरा-टुकरा बुढापो’’, डा0खेमचंद गोकलानी ’खीमन’ ने गज़ल ’’कुर्बानी’’, हरीश करमचन्दानी ने कहानी ’’जन्म दींह’’, डा.हरि जे.मंगलानी ने कविता ’’जोत झूलण जी बारियूं’’, भीलवाड़ा के डा0एस0के0लोहानी ने कविता ’’कूड़ा नकाब’’, गुलाबराय मीरचंदानी ने कविता ’’प्यार अगु ऐं हाणे’’ अजमेर के रमेश नारवानी ’नींगर’ ने कविता ’’मटिके जी आत्मकथा’’ कन्हैया लाल मेठवानी ने लेख ’’श्लोक जो भावार्थ’’ सुरेश सिन्धु ने लेख ’’नाटक जूं शैलियूं’’ एवं नन्दिनी पंजवाणी ने कविता ’’हठु वि´ाइ हरि पाइ’’, प्रस्तुत की।
अकादमी सचिव ईश्वर मोरवानी ने बताया कि वीना करमचंदानी ने कविता ’’विजय’’, किशोर रोघा ने कविता ’’नई नूह जी पहरी ख्वाईश’’ गायत्री ने कविता ’’जीज़ल’’, रोमा चांदवानी ’’आशा’’ ने कविता ’’सिन्ध जी धीअ’’, रमेश रंगानी ने कहाणी ’’टूटन्दा सुपना’’, हेमनदास ने कविता ’’मुहिंजी दिली तमन्ना’’, चन्द्रकांता पारवानी ने लघु कथा ’’मुहिंजी ख्वाहिश’’, गोपाल ने कविता ’’इन्सान जी औकात’’, पार्वती भागवानी ने कविता ’’बालपणु’’, लता भारद्वाज ने गीत ’’असांजो प्यारो बापू’’, हेमा मलानी ने कहानी ’’आखिर केसिताईं’, महेश किशनानी ने लेख ’’प्रो0राम पंजवानी’’, डा0पूनम केसवानी ने कविता ’’इयं छो आहे’’, डा0जानकी मूरजानी ने कविता ’’जिंदगी’’, वीना प्रियदर्शना ने कविता ’’नढ़िड़ो बार’’ हिना सामनानी ने लेख ’’मंदी आहे त छा मजा न कयूं’’, वासदेव मोटवानी ने कविता ’’मूं तरक्की कई आहे’’ एवं कन्हैया अगनानी ने लघु कथा ’’सुठा माण्हू’’ प्रस्तुत की।
गोष्ठी में अकादमी के पूर्व सदस्य, सिन्धी भाषी साहित्यकार, पत्रकार आदि उपस्थित थे।
(ईश्वर मोरवानी)
सचिव