निराश कला छात्रों ने कला संस्थान को लगाया ताला

जयपुर 27 नवम्बर 2019 । राजस्थान स्कूल आर्ट्स के आंदोलन के 20 वें दिन भी कोई निर्णय नही होने से हताश और निराश छात्रों ने आज संस्था पर ताला लगा दिया। उच्च शिक्षा के लिए योग्य शिक्षकों की मांग और अयोग्य प्राचार्या जिन्हें हटाने के बाद फिर यही नियुक्त किये जाने का विरोध कर रहे परेशान छात्रों को मजबूरी में ऐसा निर्णय लेना पड़ा।

अच्छी और गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए नित नई-नई योजनाएं बनाने वाली सरकार भी इन कला छात्रों की एक नही सुन रही है और शिक्षा निदेशालय के आयुक्त प्रदीप कुमार बोरड़ ने जब छात्रों से बात करते हुए ये कहा कि *तुम्हारा भविष्य खराब होता है तो हो, हम कुछ नही कर सकते और प्राचार्या को कोर्ट से स्टे मिला है तो वो यही रहेंगी*

शिक्षा आयुक्त द्वारा ऐसा कहे जाने के बाद निराश छात्रों ने आज सुबह कॉलेज के मुख्य द्वार पर ताला जड़ दिया और नारे लगाने लगे। 19 दिनों से सोया प्रसाशन कुछ ही मिनटों में सतर्क हुआ और 10-20 मिनिट में ही पुलिस कॉलेज में पहुँच गयी। पुलिस अधिकारियों ने छात्रों को धमकाते हुए उन्हें हटाने के लिए बहुत प्रयास किये लेकिन सब विफल रहे और छात्र अपने मांगों के माने जाने तक कक्षाओं में नही जाने के निर्णय पर अड़िग रहे।

लगभग 10:30 बजे निदेशालय से 4-5 अधिकारी कॉलेज पहुँचे और छात्रों से बात कर कॉलेज का ताला खुलवाया और छात्रों एवं व्याख्याताओं से बात कर हल निकालने की कोशिश की लेकिन इस वार्ता में भी कोई निर्णय नही हो सका और छात्रों का विरोध जारी है।

आर्ट स्कूल की एलुमिनाई के सदस्यों सोहन जाखड़, संदीप सुमहेन्द्र, लाखन सिंह जाट, महावीर मूर्तिकार, पवन एवं वरिष्ठ कलाकार विद्या सागर उपाध्याय, समंदर सिंह सागर एवं आर बी गौत्तम एवं कैलाश शर्मा ने छात्रों की मांग को उचित बताते हुए कहा कि सरकार और शिक्षा निदेशालय को जल्दी ही छात्रों के लिए कला विधाओं के योग्यताधारी शिक्षकों की नियुक्ति करनी चाहिए।

error: Content is protected !!