झंडा दिवस पर गहलोत ने किया अंशदान

जयपुर। मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत को सशस्त्रा सेना झंडा दिवस के अवसर पर सैनिक कल्याण विभाग के निदेशक ब्रिगेडियर पी.एस. सोइन ने शुक्रवार को मुख्यमंत्राी कार्यालय मउनके जैकेट पर झंडा लगाया। श्री गहलोत ने सैनिकों के कल्याणार्थ अंशदान भी किया।
मुख्यमंत्राी ने इस मौके पर सैनिक कल्याण विभाग के अधिकारियों के साथ भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण की योजनाओं पर चर्चा करते हुए कहा कि राज्य सरकार भूतपूर्व सैनिकों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है। भूतपूर्व सैनिकों एवं शहीदों के आश्रित परिवारों को हर प्रकार की सुविधा सुलभ कराने के लिए सरकार निरन्तर प्रयत्नशील है।
उन्होंने कहा कि कारगिल एवं अन्य ऑपरेशन्स में शहीद होने वाले राज्य के जांबाज सैनिकों के आश्रितों के लिए घोषित पैकेज देश में सर्वश्रेष्ठ है। उन्होंने कहा कि वर्ष 2012-13 के बजट में घोषित भूतपूर्व सैनिकों, सैनिक विधवाओं एवं उनके आश्रितों के कल्याण के लिए घोषित राजस्थान एक्स सर्विसमेन कॉरपोरेशन का गठन किया जा चुका है।
मुख्यमंत्राी ने कहा कि इसके साथ ही झुंझुनूं में एक करोड़ 81 लाख रुपये की लागत से सैनिक विश्राम गृह, जोधपुर में 6 करोड़ 45 लाख रुपये की लागत से युद्ध विधवा छात्रावास एवं पुनर्वास केन्द्र का निर्माण तथा जयपुर स्थित सैनिक विश्रामगृह का 2 करोड़ रुपये की लागत से विस्तार करवाये जाने की घोषणाएं की गई थी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिये कि इन घोषणाओं को मूर्तरूप देने के लिए समयबद्ध कार्यक्रम तय कर कार्य करवाया जाए। राज्य सरकार ने वीरता पुरस्कार अर्जित करने वाले सैनिकों की पुरस्कार राशि में दस गुणा वृद्धि की गई है।
श्री गहलोत ने द्वितीय विश्वयुद्ध के पूर्व सैनिकों एवं पूर्व सैनिकों की विधवाओं की पेंशन एक हजार 200 रुपये से बढ़ाकर 3 हजार रुपये प्रतिमाह करने की घोषणा की क्रियान्विति पर भी चर्चा की तथा अधिकारियों से इसकी प्रगति की जानकारी हासिल की।
सैनिक कल्याण विभाग के निदेशक ब्रिगेडियर पी.एस. सोइन ने बताया कि ऑपरेशन विजय (कारगिल), 1999 एवं अन्य ऑपरेशनों में शहीद सैनिकों के आश्रितों के कल्याण हेतु जारी पैकेज के तहत शहीद परिजनों को लाभान्वित किया जा रहा है। इसके तहत 126 शहीदों के आश्रितों को नियोजन दिया जा चुका है। इसके अलावा एक जनवरी, 1971 से 31 मार्च, 1999 की अवधि में विभिन्न युद्ध एवं ऑपरेशनों में शहीद एवं स्थाई विकलांग सैनिकों के एक-एक आश्रित को सरकारी नौकरी देने के प्रावधान के तहत 223 शहीदों के आश्रित एवं विकलांग सैनिकों के पात्रा आश्रितों को नौकरी दी जा चुकी है। राज्य सरकार के निर्देशानुसार सैनिक आश्रितों को नौकरी देने के सभी प्रकरणों का निस्तारण कर दिया गया है।
उन्होंने बताया कि बजट घोषणाओं की क्रियान्विति सुनिश्चित की जा रही है। इसके तहत सचिवालय में सुरक्षा की जिम्मेदारी राजस्थान एक्स सर्विसमेन कॉरपोरेशन द्वारा संभाली जा रही है। जोधपुर में युद्ध विधवा छात्रावास एवं पुनर्वास केन्द्र के निर्माण की कार्यवाही शुरू करते हुए इसके नक्शे तैयार कर लिये गये है तथा
टेण्डर की प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है। इसी प्रकार जयपुर में सैनिक कल्याण कार्यालय का विस्तार कार्य एवं झुंझुनूं में विश्रामगृह निर्माण का कार्य भी शुरू करवा दिया गया है।
चर्चा के दौरान बताया गया कि दूसरे विश्व युद्ध के सैनिकों एवं सैनिक विधवाओं को बढ़ी हुई पेंशन देने का कार्य गत अप्रेल से शुरू कर दिया गया। सन् 1999 से पहले शहीद हुए सैनिकों की विधवाओं को पेंशन के अलावा राज्य सरकार द्वारा 750 रुपये सम्मान भत्ता दिया जा रहा है। कारगिल पैकेज के अन्तर्गत हाल ही में 15 शहीदों के आश्रितों को राजस्थान आवासन मण्डल का आवास आवेदित स्थान पर निःशुल्क आवंटन की स्वीकृति दी गई है।
चर्चा के दौरान यह भी बताया गया कि राज्य में कुल 2 लाख 20 हजार पूर्व सैनिक एवं उनकी विधवाएं पंजीकृत हैं इसके तहत एक लाख 80 हजार भूतपूर्व सैनिक एवं 40 हजार विधवाएं शामिल हैं। राज्य सरकार द्वारा भूतपूर्व सैनिकों के बच्चों को मेडिकल में आरक्षित कोटे के तहत इस बार आठ बच्चों को प्रवेश दिलवाया गया। इसके साथ ही एनडीए, खडगवासला (पुणे) में प्रवेश लेने वाले सैनिक परिवार के बच्चों को छात्रावृत्ति भी दी जा रही है।
इस अवसर पर सैनिक कल्याण विभाग के उपनिदेशक श्री संजीव पाण्डेय तथा जयपुर के जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कर्नल राजेश भुकर भी उपस्थित थे।

जोधपुर में बनेगा अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से युक्त केन्द्रीय बस स्टैण्ड
जयपुर। मुख्यमंत्राी श्री अशोक गहलोत ने शुक्रवार को यहां मुख्यमंत्राी कार्यालय में जोधपुर में प्रस्तावित अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाओं से युक्त राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के केन्द्रीय बस स्टैण्ड का नक्शा एवं प्रजेन्टेशन देखा।
मुख्यमंत्राी को राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के सीएमडी श्री मंजीत सिंह ने बताया कि करीब 40 हजार वर्गमीटर पर बनने वाले इस केन्द्रीय बस स्टैण्ड के लिए जोधपुर शहर की जलवायु को ध्यान में रखते हुए व्यवस्थित प्लान तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि इसका मास्टर प्लान तैयार है और प्रथम चरण में इस पर 30 करोड़ रूपये खर्च होंगे। बस स्टैण्ड पर कार पार्किंग, ऑटो पार्किंग एवं दुपहिया वाहनों की पार्किंग सुविधा के साथ-साथ यात्रियों के लिए वातानुकुलित प्रतीक्षालय भी बनाये जाएंगे। उन्होंने बताया कि यहां एक बार में 27 बसों के खडे़ रहने की सुविधा होगी।
प्रस्तावित बस स्टैण्ड के आर्किटेक्ट श्री अमृत देशपांडे ने इस संबंध में प्रजेन्टेशन दिया। उन्होंने बताया कि इस बस स्टैण्ड पर अंतर्राष्ट्रीय स्तर की सुविधाएं होंगी जिसमें फूड कोर्ट, मॉडर्न टॉयलेट, निःशतजनों के लिए प्रसाधन सुविधाएं एवं एस्केलेटर की सुविधा होगी। बस स्टैण्ड परिसर में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की साइनेज प्रणाली लगाई जाएगी जिससे दिन एवं रात्रि के समय अलग नजारा दिखेगा। उन्होंने बताया कि यह पूरी तरह से ग्रीन बिल्डिंग होगी जिसमें बिजली की खपत कम से कम होगी। इस अवसर पर राजस्थान राज्य पथ परिवहन निगम के आर्किटेक्ट श्री जे. जे. गुप्ता भी उपस्थित थे।

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