बीकानेर, 8 मार्च। जैन श्वेताम्बर तपागच्छ के आचार्यश्री विजय जयानंद सूरिश्वरजी ने कहा है कि विद्यार्थी सच्चे देशभक्त बनंे तथा आम लोगों में स्वास्थ्य, शाकाहार, शिक्षा और साम्प्रदायिक सौहार्द व आपसी भाई चारे के लिए लोगों में चेतना जगाएं। मोबाईल आदि का उपयोग सीमित मात्रा में करें तथा खेलकूद आदि गतिविधियों में भागीदारी निभाएं । होली के त्यौहार को आपसी सौहार्द व भाईचारे के साथ मनाएं । किसी तरह की हुड़दंग या ऐसी कोई हरकत नहीं करें जिससे किसी के शारीरिक व आर्थिक क्षति हो।
आचार्यश्री जयानंद सूरिश्वरजी रविवार को बीकानेर से 55 किलोमीटर दूर धीरेरा के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में विद्यार्थियों और उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं को आशीर्वाद दे रहे थे। आचार्यश्री और बीकानेर मूल के गणिवर्य जयकीर्ति म.सा. दिल्ली, हरियाणा व पंजाब, राजस्थान श्रीगंगानगर, सूरतगढ़ व लूणकरनसर आदि स्थानों से पैदल विहार करते हुए रविवार को धीरेरा में पहुंचे थे। धीरेरा में स्कूल के अध्यापकों, विद्यार्थियों, बीकानेर के तपागच्छ के वरिष्ठ श्रावक शांति लाल कोचर, दिलीप कोचर, उपेन्द्र उर्फ अप्पू कोचर, लूणकरनसर के जैन श्वेताम्बर तेरापंथ संघ से जुड़े वरिष्ठ श्रावक राकेश बोथरा, विवेक बोथरा और श्रीमती निर्मला बोथरा ने जयकारों के साथ वंदन, अभिनंदन किया। आचार्यश्री ने मंगलपाठ सुनाकर सबके मंगलमय जीवन का आशीर्वाद दिया।
जैन श्वेताम्बर तपागच्छ संघ के वरिष्ठ श्रावक शांति लाल कोचर ने बताया कि सोमवार को जगदेववाला, 10 मार्च को खारा, 11 मार्च को बीछवाल स्थित कोरोनेट वूल मील (सेठिया वूलन मील), 12 मार्च को बीकानेर में गोगागेट सर्किल स्थित गौड़ी पाश्र्वनाथ मंदिर में प्रवास करेंगे। आचार्यश्री का 13 मार्च को सुबह नौ बजे गाजे-बाजे और भक्ति भावना के साथ जैन बहुल्य मोहल्लों से होते हुए नगर प्रवेश होगा। प्रवेश के दौरान अनेक मोहल्लों में गवळी सजाकर वंदन व स्वागत किया जाएगा। आचार्यश्री का 13 मार्च को रांगड़ी चैक की तपागच्छीय पौषधशाला में प्रवास रहेगा।
भोले बाबा और स्वर्ण संत के रूप में विख्यात आचार्यश्री विजय जयानंद सूरिश्वरजी म.सा. 14 मार्च को रांगड़ी चैक की तपागच्छीय पौषधशाला से सुबह रवाना होकर कोचरों के चैक में पंच मंदिर के पास तपागच्छीय अधिष्ठायक चमत्कारी देव श्रीमणिभद्र वीर मंदिर व कोचर पुरुष उपासरे के द्वार का लोकापर्ण करेंगे।
महासंक्रांति महोत्सव- आचार्यश्री विजय जयानंद सूरिश्वरजी म.सा. 14 मार्च को उपासरे के द्वार के लोकापर्ण के बाद सकलश्री संघ के साथ गोगागेट सर्किल (वल्लभ चैक के पास ) गौड़ी पाश्र्वनाथ मंदिर में सुबह दस बजे महामंगलकारी संक्रांति प्रवचन करेंगे। प्रवचन के बाद स्वामीवत्सल का आयोजन होगा। आचार्यश्री का 66 वां जन्म दिन 18 मार्च को जप,तप, धर्म,ध्यान और दान-पुण्य के साथ मनाया जाएगा।
