गरीब लोगों के मकान बनाने की मदद में आया विदेशी दल

14 दिसम्बर तक भवन निर्माण में श्रमदान करेगा दल
हैबिटेट फॉर ह्यूमिनिटी एवं लुपिन संस्था ने दी आर्थिक मदद

भरतपुर-अछनेरा रोड पर स्थित बझेरा गांव में दो गरीब लोगों के लुपिन फाउण्डेशन एवं हैबिटेट फॉर ह्यूमिनिटी की आर्थिक मदद से नवनिर्मित हो रहे दो गरीब लोगों के आवासों में श्रमदान करने के लिए तीन देशों का 18 सदस्यीय दल श्रमदान का कार्य कर रहा है। इस श्रमदान से मकानों के मालिक न केवल खुश हैं बल्कि उन्हें सपने में भी आशा नहीं थी कि विदेशी लोग उनके मकान के निर्माण में पत्थर-ईंट व सीमेन्ट-बजरी राजगीरों को उपलब्ध कराने का कार्य करेंगे।
बझेरा गांव में विजय सिंह एवं तेजप्रकाश नामक दो व्यक्तियों के लुपिन फाउण्डेशन एवं हैबिटेट फॉर ह्यूमिनिटी द्वारा उपलब्ध कराई गई आर्थिक मदद से भवनों का निर्माण हो रहा है और इस निर्माण कार्य में अमेरिका, जापान व इंग्लैण्ड से आए 18 सदस्यीय दल श्रमदान कर रहा है। इस दल में सेवानिवृत्त अध्यापक, इंजीनियर, चिकित्सक, नर्स, अकाउण्टैन्ट एवं विद्यार्थी भी शामिल हैं। जिनमें मुख्य रूप से अमेरिका की श्रीमती कारोलो सेवानिवृत्त नर्स भी है जो गरीब व्यक्ति के मकान के निर्माण में श्रमदान कर बहुत खुश है। उसने बताया कि उसके मन में प्रारम्भ से ही गरीब व्यक्ति की मदद करने की इच्छा थी जो भारत आकर पूरी हुई। इसी प्रकार चिकित्सक श्रीमती लेनेन क्रॉक ने तो कहा कि गरीब लोगों की सेवा करना उसके लिए सबसे बडा पुण्य मिल रहा है। वह दूसरी बार भारत आई हैं।
इसी प्रकार अमेरिका से आए ऑयल एवं नेचुरल गैस कॉपोरेशन के सेवानिवृत्त इंजीनियर बैरेक रैंची ने बताया कि वह भी दूसरी बार भारत आया है। इससे पहले त्रिवेन्दम में आए सुनामी के दौरान पीडित व्यक्तियों की सेवा के लिए यहां आया था लेेकिन इस बार तो ऐसे गरीब व्यक्ति के भवन निर्माण में मदद कर रहा है। जिसके पास रहने के लिए पक्का मकान नहीं था। अमेरिकी छात्रा मेरीशन भी गरीब लोगों के मकान के निर्माण में ईंट-पत्थर व सीमेन्ट उपलब्ध कराकर भारी खुश है।
गरीब लोगों के भवन निर्माण के लिए विदेशी लोगों के आए दल के सम्बन्ध में लुपिन फाउण्डेशन के अधिशाषी निदेशक सीताराम गुप्ता ने बताया कि संस्था एवं हैबिटेट फॉर ह्यूमिनिटी के सहयोग से जिले में गरीब लोगों के 80 नवीन भवन निर्माण व 200 भवनों की मरम्मत के लिए राशि उपलब्ध कराई है। जिनमें से 20 भवनों का निर्माण पूरा हो चुका है और 100 से अधिक भवनों की मरम्मत हो चुकी है। उन्होंने बताया कि यह विदेशी दल 14 दिसम्बर तक भरतपुर रहेगा जो गरीब लोगों के भवन निर्माण में श्रमदान का कार्य करेगा। इससे पहले भी अमेरिका, सऊदी अरब, जापान आदि देशों के दल गरीब लोगों के भवन के निर्माण में श्रमदान करने के लिए आ चुके हैं।

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