उत्तर पष्चिम रेलवे ने इस वित्तीय वर्ष में अब तक रिकार्ड 15.21 मिलियन टन माल रिकार्ड लदान किया

यात्री ट्रेनों के समयपालन में सम्पूर्ण भारतीय रेलवे पर प्रथम स्थान पर तथा मालगाडियों की औसत गति में भी उल्लेखनीय वृद्वि के साथ अग्रणी स्थान पर
श्री आनन्द प्रकाष, महाप्रबंधक-उत्तर पष्चिम रेलवे के दिषानिर्देषों अनुसार उत्तर पष्चिम रेलवे पर रेल संचालन पर विषेष ध्यान केन्द्रित किया गया है ताकि यात्री और माल उपभोक्ताओं को अधिकाधिक सुविधा प्रदान की जा सकें। उत्तर पष्चिम रेलवे पर लोडिंग बढाने के लिये विषेष कार्ययोजना बनाकर प्रयास किये जा रहे हैंं। श्री आनन्द प्रकाष के प्रयासों के फलस्वरूप उत्तर पष्चिम रेलवे पर इस वर्ष दिसम्बर माह तक 15.21 मिलियन टन माल लदान किया गया, जो कि गत वर्ष की इसी अवधि की 12.50 मिलियन टन से 21.7ः अधिक है। उल्लेखनीय है कि रेलवे बोर्ड द्वारा उत्तर पष्चिम रेलवे को दिसम्बर माह तक 12.95 मिलियन टन लदान का लक्ष्य दिया गया था, उत्तर पष्चिम रेलवे ने लक्ष्य से 17.5ः अधिक लोडिंग की है।
देष के प्रत्येक भाग में आवष्यक सामग्री की निर्बाध आपूर्ति हो इसके लिये रेलवे द्वारा विषेष प्रयास किये जा रहे है। वर्तमान में जब रेलवे पर में यात्री गाडियों का संचालन सीमित संख्या में हो रहा है, इसको देखते हुये मालगाडियों के संचालन पर विषेष ध्यान दिया जा रहा है। उत्तर पश्चिम रेलवे, मालगाडियों के संचालन पर ध्यान केन्द्रित किया जा रहा है। उत्तर पष्चिम रेलवे मालगाडियों का सुगम व तीव्र संचालन हो, इसके लिये इस रेलवे पर मालगाडियों की औसत गति में भी उल्लेखनीय बढोतरी हुई है। उत्तर पश्चिम रेलवे पर मालगाडियों की मासिक औसत गति 44 किलामीटर प्रति घंटा दर्ज की गई है जबकि यह गति वर्ष इसी अवधि में 25 किलोमीटर प्रति घंटा थी। इसके साथ ही उत्तर पष्चिम रेलवे पर इस वर्ष गत वर्ष तुलना में 29 प्रतिषत अधिक मालगाडियों को इंटरचेंज किया गया।
रेलवे पर माल लदान तथा ढुलाई को अधिक से अधिक प्रोत्साहित किया जा रहा है, इसके लिये विषेष प्रयास किये जा रहे है ताकि माल ग्राहको को होने वाली समस्या का निराकरण कर उन्हें रेलवे पर माल लदान हेतु आकर्षित किया जा सके। इसके लिए ज®नल एवं मंडल स्तर पर स्थापित बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट की स्थापना की गई है जो व्यवसायियों और उद्योगपतियों से संपर्क कर उन्हे रेलवे कीे आकर्षक योजनाओं से अवगत करवा रहा है और नये ग्राहकों को रेलवे की ओर आकर्षित कर रहा हैं। इस यूनिट के माध्यम से उपभोक्ताओं को यह समझाया जा रहा कि रेलवे से माल ढुलाई अन्य परिवहन साधनों से बेहतर और विश्वसनीय होने के साथ ही मितव्ययी भी है। माल लदान ग्राहक मण्डल स्तर पर वरि. वाणिज्य प्रबंधक तथा मुख्यालय स्तर पर मुख्य मालभाडा परिवहन प्रबंधक से सम्पर्क कर अधिकाधिक जानकारी प्राप्त कर सकते है।
उत्तर पष्चिम रेलवे पर बिजनेस डेवलपमेंट यूनिट के प्रयासों से इस रेलवे पर केमिकल जिप्सम, सीआर कोइल्स, ऑटोमोबाइल, वासड सेन्ड, नेफ्था जैसी वस्तुओं की साइडिंग से पहली बार लोडिंग की गई।
यात्री ट्रेनों के संचालन पर भी उत्तर पष्चिम रेलवे पर विषेष ध्यान केन्द्रित किया गया है। उत्तर पष्चिम रेलवे इस वर्ष दिसम्बर माह तक 98.5ः के समयपालन को प्राप्त कर सम्पूर्ण भारतीय रेलवे पर प्रथम स्थान पर है। वर्तमान में उत्तर पष्चिम रेलवे पर 87 जोडी स्पेषल व त्यौहार ट्रेनों का संचालन किया जा रहा है। जैसे-जैसे स्थितियां सामान्य होती जायेगी रेलवे का प्रयास है कि यात्री ट्रेनों का संचालन भी सामान्य किया जाये।
श्री आनन्द प्रकाष, महाप्रबंधक-उत्तर पष्चिम रेलवे के निर्देषन में उत्तर पष्चिम रेलवे ने यात्री तथा माल परिवहन संचालन में सम्पूर्ण भारतीय रेलवे पर अलग पहचान बनाई है तथा नई ऊंचाईयों की ओर अग्रसर हैं

वरि. जन सम्पर्क अधिकारी
उत्तर पश्चिम रेलवे, जयपुर

नोटः- उत्तर पष्चिम रेलवे का आप फेसबुक एवं ट्वीटर पेज /NWRailways पर भी अवलोकन कर सकते है।

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