विद्यार्थियों पर हमले की बात सदन मे उठाना हमारा अधिकार: देवनानी

प्रो. वासुदेव देवनानी
जयपुर/अजमेर, 1 मार्च।
पूर्व शिक्षा मंत्री व एबीवीपी के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष एवं भाजपा के वरिष्ठ नेता वासुदेव देवनानी ने कहा कि विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ताओ पर हुए जानलेवा हमले की बात सदन में उठाने की अनुमति नहीं देना लोकतंत्र का गला घोटने के समान है। कार्यकर्ताओ पर हो रहे अत्याचार का मामला विधानसभा में उठाना हमारा अधिकार है इस अधिकार का इस्तेमाल हम करते रहेगे।
देवनानी ने कहा कि शनिवार देर रात राजस्थान विश्वविद्यालय के मुख्य दरवाजे के सामने छात्र हितों की मांगों को लेकर शांति पूर्वक विद्यार्थी परिषद के कार्यकर्ता धरने पर बैठे थे। एनएसयूआई के गुंडों द्वारा सो रहे कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला किया गया। गुंडों ने कार्यकर्ताओं पर जमकर लाठियां बरसाई। जिससे कई कार्यकर्ता घायल हुए जबकि कई कार्यकर्ताओं के गहरी चोटे आई। पुलिस ने गुंडो के खिलाफ कार्रवाई करने की बजाय परिषद के कार्यकर्ताओं पर ही केस लगा दिये। ऐसे गंभीर विषय पर भी विधानसभा में स्थगन नही देना और 1 दिन के लिए विधानसभा से निलंबित कर देना निश्चित रूप से लोकतंत्र का गला घोटने वाला कदम है।
उन्होंने कहा कि पिछले कई महीनों से राष्ट्रहित, समाजहित और छात्रहित में काम कर रहे सामाजिक एवं सांस्कृतिक संगठनों के कार्यकर्ताओं पर योजनाबद्ध तरीके से हमले किए जा रहे हैं। सरकार की अनदेखी और लापरवाही के चलते गुंडा तत्वों के हौसले बुलंद है। पिछले दिनों राम जन्मभूमि मंदिर निर्माण हेतु संग्रह कर रहे कोटा जिला संघचालक पर असामाजिक तत्वों द्वारा जानलेवा हमला किया गया। उसको लेकर भी स्थगन विधानसभा में लगाया गया था लेकिन उसे भी अस्वीकार कर दिया गया। इस प्रकार लोकतंत्र में आवाज दबाना सरासर तानाशाही है जिसे चलने नहीं दिया जाएगा। जनता से जुड़े तमाम मामलों पर भाजपा और उसके विधायक प्रखरता से सड़क से सदन तक आवाज उठाते आए हैं और उठाते रहेंगे।

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