सोम्मेट एजुकेशन और यूएनडब्ल्यूटीओ ने ‘‘कोविड के दौर में हाॅस्पिटलिटी की शिक्षा’’ पर वर्चुअल वेबिनार का आयोजन किया

नई दिल्ली , 16 अप्रैल 2021,: सोम्मेट एजुकेशन ने विश्व पर्यटन संगठन (यूएनडब्ल्यूटीओ) के सहयोग से ‘‘कोविड के दौर में हाॅस्पिटलिटी की शिक्षा’’ पर वर्चुअल वेबिनार का आयोजन किया। इसमें दुनिया भर के प्रतिष्ठित उद्योग प्रमुखों की उपस्थिति रही।
पिछले साल सोम्मेट एजुकेशन और यूएनडब्ल्यूटीओ द्वारा आयोजित हाॅस्पिटलिटी चैलेंज़ के के फाइनलिस्ट में इप्शिता कुमार, निखिल रॉय, और निवेश भगतानी ने जगह बनाई। वेबिनार में उनके प्रोजेक्ट क्रमशः लेमोनेड सोशल, होसबाॅट और यंग होटलियर नेटवर्क पेश किए गए और उनके प्रस्ताव बेहतर बनाने के लिए लोगों की राय आमंत्रित की गई। इसके बाद वे सोम्मेट एजुकेशन और यूएनडब्ल्यूटीओ से सीड मनी प्राप्त करने की प्रतिस्पर्धा करेंगे।
इप्शिता कुमार का लेमोनेड सोशल वैश्विक स्तर पर हाॅस्पिटलिटी और पर्यटन पेशे के उम्मीदवारों के लिए स्व-सशक्त रोजगार उत्पन्न करता है। इसके लिए यह अनुभव-संचालित ई-कॉमर्स के जरिये ब्रांड और क्रिएटरों को उपभोक्ताओं से जोड़ता है। यह बिना किसी रुकावट ई-कॉमर्स के साथ वर्चुअल हाॅस्पीटलिटी का अनुभव जोड़ता है और शेफ, सोम्मेलेयर्स और मिक्सोलॉजिस्ट को सशक्त बनाने पर केंद्रित है।
निखिल रॉय का होसबॉट डिजिटल हॉस्पिटैलिटी असिस्टेंट ऐप है जिसे वर्चुअल असिस्टेंट, टारगेटेड मार्केटिंग टूल और सरल ऑनलाइन डायरेक्टरी का रूप दिया गया है जिसमें किसी होटल की सभी सेवाएं और आउटलेट सूचीबद्ध हंै।
आखरी में निवेश भगतानी का यंग होटलियर नेटवर्क है जो सामाजिक प्रभाव के लिए समुदाय का एकीकरण मॉडल है जिसमें दूरदर्शिता है। यह दुनिया भर में हाॅस्पिटलीटी और होटल संचालन पेशे के लोगों को एकजुट करता है। यह प्रतिभाओं को अवसर देने के साथ आवश्यक कौशल प्रदान करता है जो सफल और सतत होटल संचालन के लिए जरूरी है। यह लोगों को कौशल, प्रत्यक्ष अनुभव, सीखने, नेटवर्किंग, कोचिंग, मेंटरशिप और नौकरी के अवसरों से जोड़ता है। यह एक साथ प्रोफेशनल और इम्प्लायर दोनों वर्गों को बाजार में मौजूद अवसरों और प्रतिभाओं से जोड़ता है।
वेबिनार के पैनल डिस्कशन में श्री एड्रियन आर्टिमोव, क्षेत्रीय निदेशक, दक्षिण एशिया, सोम्मेट एजुकेशन, श्री सुमन बिल्ला, तकनीकी सहयोग के लिए यूएनडब्ल्यूटीओ विभाग और इसके सिल्क रोड डेवलपमेंट प्रोजेक्ट के निदेशक और श्री मंदीप लांबा, एचवीएस प्रेसिडेंट, दक्षिण एशिया शामिल थे। इस चर्चा के सूत्रधार थे ट्रैवेल युअर स्टाइल के संपादक और सीएनबीसी टीवी -18 के पूर्व मेजबान श्री नवीन सोनी।
कोविड के दौर में हाॅस्पिटलिटी सेक्टर को आकार देते रुझानों पर श्री मनदीप लांबा ने कहा, “यह सेक्टर बहुत बुरी तरह प्रभावित है। आशा है अगले साल तक आक्युपंेसी स्तर सामान्य हो जाए लेकिन दरें 2023 तक सही हो पाएंगी। रुझानों के लिहाज से दुनिया रिवेंज़ ट्रैवेल की बात कर रही है इसलिए निश्चित रूप से टीकाकरण के बाद रुझान बेहतर होगा। इस बीच लीजर ट्रैवेल का ट्रेंड सामने आया है जिसमें लोग घर के बहुत नजदीक के स्थान चुनते हैं और प्रायः कार से सफर करते हैं। इसके अलावा लोग लीक से हट कर स्थान भी चुनते हैं। और आखिर में यात्रा का स्थायी ट्रेंड होगा जो लंबे समय के लिए होगा।”
कोविड-19 से हॉस्पिटलिटी सेक्टर में आए बदलावों के मद्देनजर सोम्मेट एडुकेशन के अनुकूल पर श्री एड्रियन आर्टिमोव ने कहा, ‘‘यह बहुत कठिन दौर था और सभी हैरान थे। हमारा सौभाग्य है कि एक आतिथ्य प्रबंधन संस्थान के रूप में तत्परता, अनुकूलन जैसे गुणों के साथ हम ऐसे किसी संकट के लिए हमेशा तैयार रहते हैं। हम ने जल्द ही ऑनलाइन मॉडल अपना लिया, अपने विद्याथिर्यों को उनके कार्य में संलग्न रखा और मजबूत सामुदायिक भावना को जीवित रखा। हम ने रिकॉर्ड समय में बिल्कुल नए ऑन-लाइन प्रोग्राम का विकास कर लिया। हम ने प्रौद्योगिकी में निवेश किया ताकि प्रोडक्ट का लाभ पहंुचाया जा सके और हमारे केंद्रों को कोविड मुक्त क्षेत्र बनाया। इसके परिणाम से हम खुश हैं हालांकि यात्रा समाप्त नहीं हुई है और हमें एकजुटता बनाए रखने की जरूरत है।’’
पैनल डिस्कशन में श्री सुमन बिल्ला ने हाॅस्पिटलिटी एडुकेशन सेक्टर में सुधार के लिए यूएनडब्ल्यूटीओ की कुछ पहलों को रेखांकित किया। उन्होंने कहा, ‘‘महामारी के दौर में हमें बहुत-से लोगों की नौकरी जाने या उनकी अस्थायी छंटनी या फिर अंशतः रोजगार में होने का अंदेशा था। इसलिए हम ने उन्हें समय का उपयोग करने और कौशल बढ़ाने के लिए ऑनलाइन कोर्स प्रदान करने पर ध्यान दिया। हमारी दूसरी पहल सोम्मेट एजुकेशन के सहयोग से हॉस्पिटलिटी चैलेंज का आयोजन करना था। और तीसरा प्रयास अभी भी जारी है जो जॉब फैक्ट्री प्रोग्राम है। यह जॉब के उम्मीदवारों और जाॅब देने वालों के लिए निष्पक्ष और निःशुल्क ऑनलाइन मार्केटप्लेस है जिसकी मदद से जाॅब देने वाले उनकी जरूरत के हिसाब से उम्मीदवारों को शॉर्ट लिस्ट कर सकते हैं।’’
वेबिनार के माध्यम से विद्यार्थियों, उद्यमियों, उद्योग के अंदर के लोगों और हाॅस्पिटलिटी के उत्साही जानकारों को उद्योग के मौजूदा हालात और इस पर कोविड-19 के प्रभावों की गहरी सूझबूझ मिली। तीन भारतीय विजेताओं की पेशकश ने अन्य उम्मीदवारों को निरंतर उभरते हाॅस्पीटलिटी उद्योग को बेहतर समझने की प्रेरणा मिली।

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