जयपुर, 11 अगस्त (वि.)। राजस्थान सिन्धी अकादमी द्वारा ’’अकादमी संकुल’’ में बुधवार को भारत की स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ (प्दकपं/75) ’’आजादी का अमृत महोत्सव’’ के उपलक्ष्य में मासिक साहित्यिक (अदबी) गोष्ठी का आयोजन किया गया।
अकादमी प्रशासक एवं जयपुर संभागीय आयुक्त श्री दिनेश कुमार यादव एवं अकादमी सचिव संजय झाला ने बताया कि गोष्ठी की अध्यक्षता वरिष्ठ साहित्यकार डा0खेमचंद गोकलानी ने की। गोष्ठी में साहित्यकार कन्हैया अगनानी ने लेख ’’आजादीअ जे आन्दोलन में सिन्धी पत्रकारिता’’, रमेश रंगाणी ने लेख ’’आजादीअ खां पोइ विकास जी अमृत धारा’’, नन्दिनी पंजवानी ने कविता ’’आजादीअ जी प्लेटिनम जुबली’, मोनिका पंजवानी ने कविता ’’शहीदनि खे सलाम’’ एवं डा0खेमचंद गोकलानी ने कविता ’आजादी जो अमृत गीत’’ एवं लेख ’’अमृत आजादीअ जो’’ प्रस्तुत की।
कार्यक्रम संयोजक वरिष्ठ साहित्यकार श्री हरीश करमचंदाणी ने उपस्थित साहित्यकारों की रचनाओं पर अपने विचार प्रकट किये एवं सुझाव दिये। गोष्ठी का संचालन नन्दिनी पंजवानी ने किया।
गोष्ठी में डा.हरि जे.मंगलानी, पूजा चांदवानी, सुरेश सिन्धु, पार्वती भागवानी, हेमनदास, कन्हैयालाल मेठवानी, मधु कालानी, दयाल ईसरानी, वासदेव मोटवानी, गोपाल, प्रिया नन्दवानी, नमिशा खेमानी, हर्षा पंजाबी, महेश कुमार किशनानी एवं अकादमी के पूर्व सदस्य, सिन्धी भाषी साहित्यकार, पत्रकार आदि उपस्थित थे।
गोष्ठी के अन्त में सिन्धी भाषा के साहित्यकार-कलाकार प्रो0हीरो शेवकानी, हरि हिमथानी, राजकुमार केसवानी, शरद दीवाना ’शरद’, अशोक वाधवानी एवं चन्द्रकान्ता पारवानी के आकस्मिक निधन पर दो मिनट की मौन श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
सचिव