टॉपरैंकर्स के मार्गदर्शन में नए क्षेत्र में करियर बना रहे विद्यार्थी

टॉपरैंकर्स मेडिकल, इंजीनियरिंग आदि पारंपरिक कोर्स से भिन्न करियर बनाने के इच्छुक विद्यार्थियों के लिए प्रकाश स्तंभ बन गया है

जयपुर, अगस्त 2022: नए कोर्स की मांग और एक ऐसे वर्कफोर्स की जरूरत बढ़ रही है जो अधिक लचीला और क्रिएटिव हो। लेकिन यह मुमकिन होगा जब करियर को लेकर समाज की सोच बदलेगी और अब इसका समय आ गया है। टॉपरैंकर्स इंजीनियरिंग और मेडिकल में करियर बनाने में सहायक भारत का सबसे बड़ा प्लैटफॉर्म है। यह विभिन्न क्षेत्रों में अत्याधुनिक और गैर-पारंपरिक कोर्सों की बड़ी रेंज़ से सही करियर बनाने में विद्यार्थियों की मदद कर रहा है। गैर-पारंपरिक कोर्स के साथ संस्थान शिक्षा के हाइब्रीड मॉडल का लाभ दे रहा है। इनमें ज्युडिशियरी, मैनेजमेंट, फैशन डिजाइन, कला और वास्तुकला, पत्रकारिता, कंटेंट लेखन और कई अन्य कोर्स हैं। भारतीय कोचिंग उद्योग में इंजीनियरिंग (जेईई) और मेडिकल जैसे कोर्स का अत्यधिक चलन रहा है। दूसरी ओर अन्य गैर-पारंपरिक कोर्स को नजरअंदाज किया गया है जबकि इनमें विकास की प्रबल संभावना और रोजगार दर भी अच्छी है। हालांकि गैर-पारंपरिक कोर्सों में छात्रों की दिलचस्पी बढ़ी है और इनमें शानदार सफल करियर के मद्देनजर लोगों का नजरिया तेजी से बदल रहा है। इसके परिणामस्वरूप नए जमाने के कोर्स में नामांकन का अनुपात बढ़ा है। रिपोर्ट बताते हैं कि इंजीनियरिंग में उपलब्ध सीटों के लिए उम्मीदवारों का नामांकन 10 साल के निचले स्तर पर है, जो विद्यार्थियों की दिलचस्पी में स्पष्ट बदलाव का संकेत है। बदलते दौर में टॉपरैंकर्स लॉ, ज्युडिशियरी, डिजाइन, मैनेजमेंट और लीक से हट कर अन्य करियर बनाने में पुरजोर मदद कर रहा है। टॉपरैंकर्स अब तक नए जमाने के कोर्स में रुचि रखने वाले 3 लाख से अधिक उम्मीदवारों को सफलतापूर्वक शिक्षा देने में कामयाब रहा है।
सोच में इस बदलाव के बारे में श्री अशोक वेद, प्रिंसिपल, माहेश्वरी पब्लिक स्कूल, जवाहर नगर, जयपुर ने कहा, “मैं टॉपरैंकर्स के काम-काज में इनोवेशन को अहमियत देता हूं। यह इंजीनियरिंग और मेडिसीन से परे लॉ, मैनेजमेंट और डिजाइन आदि विभिन्न क्षेत्रों में शानदार करियर का विकल्प चुनने में सटीक मार्गदर्शन करता है।’’
टॉपरैंकर्स के सह-संस्थापक और सीईओ गौरव गोयल ने कहा, “आजकल छात्र अधिक गैर-पारंपरिक प्रोफेशन चुन रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप सभी उम्मीदवारों के लिए रोजगार के अधिक और बेहतर अवसर हैं। टॉपरैंकर्स पूरे देश के लाखों छात्रों को प्रगतिशील करियर बनाने में मदद कर रहा है जिसकी हमें बहुत खुशी है। हमारा संकल्प सर्वश्रेष्ठ पद्धति से सभी छात्रों का मार्गदर्शन करते रहने का है।’’
महामारी के दौर के पिछले दो वर्षों में शिक्षा क्षेत्र विद्यार्थियों के व्यवहार में तेज बदलाव का साक्षी रहा है। वे सामान्य कक्षाओं में वापस जाने के बजाय अपनी सुविधा से सीखने का विकल्प चाहते हैं और फिर शिक्षकों और उनके साथियों का साथ चाहते हैं जो अनुशासन और पढ़ाई में दिलचस्पी के लिए जरूरी है। उनकी इस भावना को समझते हुए टॉपरैंकर्स ने हाइब्रीड मोड में भी अपना लोकप्रिय लर्निंग प्रोग्राम पेश किया है जो टॉपरैंकर्स क्लासरूम के रूप में मशहूर है और अब जयपुर में भी उपलब्ध हैं।

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