देश के कई कलमकार अपनी लेखनी से सिर्फ खबरों का लेखन और संपादन ही नहीं करते, बल्कि साहित्य की सेवा भी करते हैं। ऐसे कलमकारो ने अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन उदयपुर में राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम द्वारा आयोजित स्व. श्री परदेशी जी की स्मृति में सूचना एवं जनसम्पर्क कार्यालय के सभागार में आयोजित परिचर्चा कार्यक्रम में काव्य गोष्ठी में किया। इस कार्यक्रम में लगभग 20 से साहित्यकार कवियों ने शिरकत की।
काव्य गोष्ठी की शुरुआत वरिष्ठ साहित्यकार आशा पाण्डे ओझा ने ‘बोझा लादे दर्द का, मन का यह मजदूर। पूछ रहा है जिंदगी, चलना कितनी दूर’
बोल कबीरा किस तरह,पहुंचा रे उस पार ।
काया हांडी काठ की, चूल्हा यह संसार।।
किरण बाला किरण ने ‘जाओ तुम छोड़ आओ व्यर्थ के इस मौन को।
‘बहा आओ, नदी की धारा संग
कि कल-कल करना ही सीख ले’ से की।
डॉ. ममता जोशी ने ‘तुम प्रेम के मौन संवाद हो तुम हो या नहीं फिर भी आभास हो’ अशोक जैन मंथन ने ‘नई सदी का क्या दूं मैं उपहार आपको बोलो तो,
देना चाहूं खुशहाली पर कैसे दे दूं बोलो
शैलेन्द्र ढड्ढा ने ‘एक कविता के साथ जीना होता है
बूंद बूंद उसका रस पीना होता है’ तरुण कुमार दाधीच ने तुम इस पहल में आगे रही उपसर्ग की तरह, मैं परिणय के पीछे लगा रहा प्रत्यय की तरह’ एवं करुना दशोरा, शैलेन्द्र सुधर्मा, कुंवर प्रताप सिंह, हितेश व्यास, पुरुषोत्तम शकद्वीपीय, प्रेमलता सोलंकी, शकुन्तला सरुपरिया, किरण बाला, हेमंत जोशी सृजनधर्मी एवं कलाविद सहित विभिन्न कवियों एवं साहित्यकारों अन्य कवियों ने काव्य पाठ कर श्रोताओं का मन मोह लिया ।
राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम पहला ऐसा मंच है जिसने पत्रकार, लेखक और साहित्यकारो को एक मंच पर खड़ा किया है। फोरम का प्रयास है कि सामाजिक चेतना की अलख जगाते समाज के दो महत्वपूर्ण अंग, पत्रकार और साहित्यकार मिल कर काम करें। दोनो क्षेत्र उत्कृष्ट क्रांति की अनुभूति कराते हुए मार्ग प्रशस्त करने का कार्य करते है। साहित्य और पत्रकारिता एक दूसरे के पूरक है। इसी दिशा में ये एक कदम है।
राजस्थान मीडिया एक्शन फोरम द्वारा काव्य गोष्ठी का यह प्रथम प्रयोग था, जो पूर्ण रूप से सफल रहा । इस परिचर्चा एवं काव्य गोष्ठी में उदयपुर जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा, पुलिस अधीक्षक विकास शर्मा, जिला न्यायधीश, राजस्थान साहित्य अकादमी के अध्यक्ष डॉ. दुला राम सहारण, साहित्यकार सदाशिव श्रोत्रिय, गोविंद माथुर, किशन दाधीच, लेक सिटी प्रेस क्लब के अध्यक्ष कपिल श्रीमाली, उग्रसेन राव, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी जितेन्द्र पाण्डे और बड़ी संख्या में पत्रकार, साहित्यकार उपस्थित थे । मंच संचालन विजय मारू ने किया । इस अवसर पर आभार प्रकट उपनिदेशक डॉ. कमलेश शर्मा एवं हेमन्त साहु ने किया ।