जयपुर, जनवरी, 2023 – किसानों को सपोर्ट करने वाले इनोवेटिव स्टार्टअप मूफार्म ने टोंक जिले के पहाड़ी तहसील स्थित बरथल गाँव में मू-साथीसम्मान समारोह को आयोजित किया। इस कार्यक्रम के तहत उन लोगों को सम्मानित किया गया जो एक उद्यमी की तरह मूफार्म के साथ जुड़कर अपनेऔर किसानों के लिए प्रेरणा बन रहे हैं।
यहां सम्मानित किए गए मू- साथियों को विभिन्न तरह कर पुरस्कार भी दिए गए। इन पुरस्कारों में मोटरसाइकिल, वाशिंग मशीन के साथ साथ गर्लएजुकेशन की स्टडी के लिए 6 हज़ार रुपये वार्षिक भी दिए गए। मू-साथियों ने इस सम्मान समारोह में मूफार्म से जुड़ने के बाद अपनी सफलता कीकहानियों को सभी के साथ साझा किया।
इस कार्यक्रम में मू – साथियों को सम्मानित करने के साथ ही यहां आए सभी लोगों को पशुधन से सम्बंधित विभिन्न तरह की जानकारियाँ दी गई जोउन्हें डेयरी उत्पादों की उत्पादकता और गुणवत्ता बढ़ाने में मदद करेगा। इसके साथ ही पशुओं में होने वाले सामान्य रोगों की भी जानकारी दी गई।
मूफ़ार्म इस तरह के कार्यक्रम समय-समय पर आयोजित करता रहता है ताकि मू-साथियों और किसानों को प्रोत्साहित किया जा सके और उन्हें एकबेहतर आय के माध्यमों से जोड़ा जा सके।
मूफार्म, राजस्थान में अपने मोबाइल ऐप के माध्यम से डेयरी व्यवसाय से सम्बंधित महत्वपूर्ण सेवाएं प्रदान करता है। इसकी सेवाओं के अंतर्गत कईलाभकारी हैं जैसे किसान “मूसाथी” सुविधा के माध्यम से पशुओं, गुणवत्तापूर्ण चारे और कृषि प्रबंधन सलाहकार सेवाओं तक अपनी पहुंच बना सकतेहैं, जो किसानों के लिए बेहतर दुग्ध उत्पादन और बेहतर मूल्य पाने में सहायक हो सकते हैं।
दूसरी ओर, कोई भी व्यक्ति या किसान कस्टमर बेस तक उचित पहुंच के माध्यम से “सुपरसाथी” नामक विशेष फ़ीड वितरक बनने के लिए साइन-अपकर सकता है। यह सब संभव हुआ है एक एकीकृत “मूफार्म” एप्लिकेशन के माध्यम से । इसकी स्थापना 2019 में परम सिंह, आशना सिंह, जितेश अरोड़ा और अभिजीत मित्तल द्वारा सामूहिक रूप से की गई है।
कार्यक्रम के आयोजन पर मूफार्म के सह संस्थापक परम सिंह ने कहा, “इस कार्यक्रम में हमने उन किसानों को सम्मानित किया जिन्होंने पशुओं कीउत्पादकता बढ़ाने के साथ ही उनके स्वास्थ्य पर भी बेहतर ध्यान दिया। पशुधन किसानों की आजीविका के प्रमुख स्रोत है और इनके महत्त्व को समझना जरूरी है। अंततः, इसका उद्देश्य डेयरी किसान समुदाय को अपने व्यवसाय से अधिकतम लाभ प्राप्त करने के लिए सशक्त बनाना है, क्योंकिजब किसान कमाते हैं, तो हम कमाते हैं और यह सभी के लिए लाभकारी विकास की ओर ले जाता है।”